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11 व 12 मई को पंजाब से किसानों के जत्थे आएंगे दिल्ली बॉर्डर

11 व 12 मई को पंजाब के किसान बड़ी संख्या में पंजाब हरियाणा के अलग-अलग बॉर्डर पर इकट्ठे होंगे और वहीं से दिल्ली बॉर्डर पहुंचेंगे.

Updated on: 09 May 2021, 01:26 PM

highlights

  • आंदोलनरत किसान फिर हुंकार भरने को तैयार हुए
  • 11-12 मई को दिल्ली बॉर्डर पर पहुंचने की योजना
  • हालांकि कोरोना देख राष्ट्रीय कन्वेंशन किया स्थगित

नई दिल्ली:

पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव हो या उससे पहले से चला आ रहा कोरोना वायरस (Corona Virus) संक्रमण दिल्ली सीमाओं पर कृषि कानून के खिलाफ प्रदर्शन के बीच किसान लगातार अपनी रणनीति बनाते दिख रहे हैं. अब किसानों ने भारी संख्या में एक बार फिर बॉर्डर पर जुटने की योजना बनाई है. यह तब है जब पिछले दिनों एक खबर आई थी कि आंदोलनरत किसानों (Farmers Protest) के साथ बैठी एक महिला की कोरोना से मौत हो गई. अब संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा साझा की गई जानकारी के अनुसार, 11 व 12 मई को पंजाब के किसान बड़ी संख्या में पंजाब हरियाणा के अलग-अलग बॉर्डर पर इकट्ठे होंगे और वहीं से दिल्ली बॉर्डर पहुंचेंगे. साथ ही हरियाणा के किसान भी अलग अलग जगहों से इन जत्थों में शामिल होकर दिल्ली पहुचेंगे. हालांकि आंदोलनरत किसान नेता केंद्र सरकार से फिर से वार्ता करने को इच्छुक होने का संकेत दे चुके हैं.

10 मई का राष्ट्रीय कन्वेंशन स्थगित
दरअसल बीते कल हुई सयुंक्त किसान मोर्चा की आम सभा में 10 मई को होने वाली राष्ट्रीय कन्वेंशन को स्थगित किया गया. वहीं अब इसकी अगली तारीख सयुंक्त किसान मोर्चा की अगली बैठक में घोषित की जाएगी. इस कन्वेंशन का उद्देश्य किसान आंदोलन को राष्ट्रीय स्तर पर मजबूत करना व समन्वय स्थापित करना था. दूसरी ओर कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच गाजीपुर बॉर्डर पर बैठे किसान नेताओं ने ये तय किया है कि आंदोलन स्थल पर किसानों का ऑक्सीजन लेवल समय-समय पर चेक किया जाएगा.

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कोरोना से बचाव के लिए डॉक्टर आंदोलन स्थल पर तैनात
आन्दोलनस्थल पर डॉक्टरों की टीम लगातार किसानों पर निगरानी रखेगी, यदि किसी किसान में कोरोना के लक्षण मिलते हैं तो इलाज के लिए भेजा जाएगा. हालांकि अभी तक सभी किसान स्वास्थ्य हैं. गाजीपुर बॉर्डर पर प्रोग्रेसिव मेडिकल एंड साइंटिस्ट्स फ्रंट, दिल्ली से जुड़े चिकित्सक शाम के समय यहां चिकित्सा सेवा प्रदान करेंगे व आंदोलन स्थल पर किसानों के स्वास्थ्य की निगरानी करेंगे. गौरतलब है कि किसानों ने भीषण गर्मी से निपटने के लिए भी गाजीपुर बॉर्डर पर अच्छी व्यवस्था कर रखी है.