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अब स्‍पेशल ट्रेन से सफर के बाद रेलवे स्टेशन पर मिलेगी बस

लॉकडाउन के बीच रेलवे की ओर से चलाई जा रही स्पेशल ट्रेनों में यात्रा करके अपने गंतव्य तक पहुंच रहे यात्रियों के लिए केंद्र सरकार ने गुरुवार को राहत भरा कदम उठाया है. केंद्र सरकार ने गुरुवार को राहत भरा कदम उठाया है.

Updated on: 15 May 2020, 01:20 AM

नई दिल्ली:

लॉकडाउन के बीच रेलवे की ओर से चलाई जा रही स्पेशल ट्रेनों में यात्रा करके अपने गंतव्य तक पहुंच रहे यात्रियों के लिए केंद्र सरकार ने गुरुवार को राहत भरा कदम उठाया है. केंद्र सरकार ने गुरुवार को राहत भरा कदम उठाया है. केंद्र सरकार ने राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को मंजूरी दी है कि वे रेलवे स्टेशन पर पहुंचने वाले इन यात्रियों को घर पहुंचाने के लिए बस चला सकते हैं. सरकार की ओर से कहा गया है कि इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा पालन होना चाहिए. ये बस सेवा कंफर्म ई टिकट वाले यात्रियों को मिल सकेगी. अभी तक लॉकडाउन के कारण बंद सार्वजनिक परिवहन के चलते लोगों को गंतव्य रेलवे स्टेशन पहुंचकर आगे जाने में परेशानी हो रही थी.

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आपको बता दें कि रेलवे ने अपने सभी यात्रियों के लिए गंतव्य स्तलों का पता बताना अनिवार्य कर दिया है. ताकि जरूरत पड़ने पर उनके संपर्कों की जानकारी ली जा सके. इसके साथ ही रेलवे ने संकेत दिया कि 30 जून तक सिर्फ विशेष ट्रेनों में यात्रा करने वाले सभी यात्रियों को अब अपना पता देना होगा जहां वे जा रहे हैं. IRCTC की वेबसाइट पर इसके लिए 13 मई से ही शुरुआत कर दी गई है.

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रेलवे ने एक मई से 806 श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चलाई हैं और लॉकडाउन के चलते देश के विभिन्न हिस्सों में फंसे करीब 10 लाख प्रवासी कामगारों को इनके जरिए उनके गंतव्य तक पहुंचाया है. अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी. उन्होंने कहा कि देस के विभिन्न हिस्सों से सर्वाधिक ट्रेनें उत्तर प्रदेस गईं इसके बाद बिहार गईं.

एक अधिकारी ने कहा कि अब तक संचालित की गईं 806 ट्रेन में से 166 ट्रेन सफर में हैं जबकि 640 अपने गंतव्य स्टेशन तक पहुंच चुकी हैं. ये 806 ट्रेन आंध्र प्रदेश, बिहार, छत्तीसगढ़, हिमाचल प्रदेश, जम्मू कश्मीर, झारखंड, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, मणिपुर, मिजोरम, ओडिशा, राजस्थान, तमिलनाडु, तेलंगाना, त्रिपुरा, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों में पहुंचीं. अब तक, उत्तर प्रदेश में 386 ट्रेन, बिहार में 204, मध्य प्रदेश में 67, झारखंड में 44, राजस्थान में 18, छत्तीसगढ़ और पश्चिम बंगाल में सात-सात ट्रेन पहुंची हैं.