आईसीएमआर (ICMR) ने बृहस्पतिवार को बताया कि उसने कोविड-19 के लिए स्वदेशी एंटीबॉडी जांच किट के उत्पादन के लिए जाइडस कैडिला कंपनी के साथ एक ‘नॉन एक्सक्लुसिव’ करार किया है, यानी उत्पादन के लिए दूसरी किसी कंपनी के साथ भी समझौता किया जा सकता है. भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) ने एक बयान में कहा कि उसके और राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान (एनआईवी) द्वारा विकसित आईजीजी एलिसा जांच किट बाहरी प्रमाणन में 98.7 ग्रहणशीलता वाली और शत प्रतिशत विशिष्टता वाली पाई गयी है.
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आईसीएमआर ने कहा कि स्पान, जे मित्रा, जाइडस कैडिला और सिपला कंपनियों की क्षमता के आधार पर उन्हें इस किट के उत्पादन का प्रस्ताव दिया गया। बयान के अनुसार, ‘जाइडस कैडिला को छोड़कर तीन अन्य कंपनियों ने प्रस्ताव स्वीकार नहीं किया. नवोन्मेष-आधारित वैश्विक स्वास्थ्य कंपनी जाइडस कैडिला ने एलिसा के उत्पादन के लिए हामी भर दी है. इसे कोविड कवच एलिसा नाम दिया गया है.’
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इससे पहले बुधवार को कांग्रेस ने जाइडस कैडिला को एलिसा जांच किट के उत्पादन का लाइसेंस देने में साजिश का आरोप लगाया था। उसने इस क्षेत्र में एकाधिकार बनाने को लेकर सरकार के फैसले पर सवाल खड़ा किया था. आईसीएमआर ने कहा कि उसने जाइडस कैडिला के साथ ‘नॉन एक्सक्लुसिव’ करार पर दस्तखत किए हैं जिसका मतलब हुआ कि आईसीएमआर एलिसा के उत्पादन के लिए आगे आने वाली अन्य किसी कंपनी को काम सौंपने का अधिकार रखती है.