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गलवान घाटी में भारत-चीन सेना की झड़प की खबरों को सेना ने किया खारिज, कही ये बात

रविवार को भारतीय सेना ने मीडिया में आईं ऐसी खबरों को एक सिरे से खारिज कर दिया है.  भारतीय सेना ने कहा कि इसी साल मई के पहले सप्ताह में गलवानी घाटी में भारतीय सेना और चीनी सेना (India-China War) के बीच किसी तरह की कोई झड़प नहीं हुई है.

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Ravindra Singh
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Pangong Lake

सांकेतिक चित्र( Photo Credit : फाइल )

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कुछ दिनों पहले मीडिया में ऐसी खबरें आई थी कि एक बार फिर भारतीय सेना (Indian Army) और चीनी सेना के बीच गलवान घाटी में हल्की झड़प की खबरें आई थीं. रविवार को भारतीय सेना ने मीडिया में आईं ऐसी खबरों को एक सिरे से खारिज कर दिया है.  भारतीय सेना ने कहा कि इसी साल मई के पहले सप्ताह में गलवानी घाटी में भारतीय सेना और चीनी सेना (India-China War) के बीच किसी तरह की कोई झड़प नहीं हुई है. न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक, भारतीय सेना की ओर से जारी किए गए आधिकारिक बयान में कहा गया है कि दोनों देशों के बीच किसी भी प्रकार का कोई संघर्ष (Galwan Valley Clash) नहीं हुआ है.

इसके साथ ही भारतीय सेना ने यह भी कहा है कि मीडिया को तब तक कोई रिपोर्ट नहीं पब्लिश करनी चाहिए जब तक सेना के किसी अधिकारी या किसी आधिकारिक स्त्रोत से पता न चला हो. भारतीय सेना ने बताया कि गलवान घाटी में सबकुछ सामान्य चल रहा है. दरअसल, पिछले दिनों एक अखबार में प्रकाशित हुई थी, जिसमें इस बात का दावा किया गया था कि मई 2021 के शुरुआत में एक बार फिर चीन और भारत की सेनाओं के बीच गलवान घाटी में मामूली हिंसक झड़पें हुई हैं.

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रविवार को भारतीय सेना ने मीडिया की इस रिपोर्ट पर नाराजगी जाहिर की. भारतीय सेना ने कहा कि '23 मई 2021 को द हिंदू में प्रकाशित गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ मामूली आमना-सामना" हेड लाइन पर हमने ध्यान दिया है. साथ ही सेना ने यह भी कहा है कि किसी भी मीडिया हाउस को कोई भी खबर बिना किसी आधिकारिक सूत्र के नहीं छापनी चाहिए इससे वो अपनी विश्वसनीयता पर सवाल उठाते हैं.

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फरवरी 2021 में ऐसे ही एक फर्जी वीडियो हुआ था वायरल
आपको बता दें कि इसके पहले फरवरी में भारत और चीन विवाद के बीच एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हुआ था. इस वीडियो में चीन के प्रोपेगेंडा और साजिश का पर्दाफाश हो रहा था. इस वीडियो के मुताबिक, गलवान की में  हुई झड़प चीन की एक सोची समझी साजिश थी. ग्लोबल टाइम्स का पहला वीडियो सामने आया है. चीन ने पहली बार कबूल किया है कि जून में गलवान में हुई झड़प में उसके चार सैनिक मारे गए थे.

ग्लोबल टाइम्स ने किया था वीडियो को शेयर
इन सभी सैनिकों को चीन ने अपने यहां हीरो का दर्जा दिया था. ग्लोबल टाइम्स के मुताबिक, चीन के केंद्रीय सैन्य आयोग ने काराकोरम पर्वत पर तैनात रहे पांच चीनी सैनिकों के बलिदान को याद किया. ये है- पीएलए शिनजियांग मिलिट्री कमांड के रेजीमेंटल कमांडर क्यूई फबाओ, चेन होंगुन, जियानगॉन्ग, जिओ सियुआन और वांग ज़ुओरन. इसमें चार की मौत गलवान के खूनी झड़प में हुई थी, जबकि एक की मौत रेस्क्यू के समय नदी में बहने से हुई थी.

HIGHLIGHTS

  • भारत और चीन में नहीं हुई को झड़प
  • भारतीय सेना ने किया इस खबर को खारिज
  • गलवान घाटी में सबकुछ पहले की तरह सामान्य
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