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News Nation Exclusive:दिल्ली दंगों के दौरान कपिल मिश्रा जाफराबाद क्यों गए थे

कपिल मिश्रा ने बताया, दिल्ली दंगों के दौरान जो कुछ भी किया मुझे उस पर गर्व है. जब-जब देश में कहीं पर शाहीन बाग, जाफराबाद और सीलमपुर, जैसी जगहों पर दिल्ली दंगों के जैसे हालात बनेंगे तब-तब कपिल मिश्रा इन दंगाइयों को रोकने के लिए उनकी आंखों में आंखें ड

Updated on: 04 Jun 2020, 11:30 PM

नई दिल्‍ली:

खोज खबर में आज दिल्ली दंगों विपक्ष द्वारा बार-बार भड़काऊ भाषण में बीजेपी नेता कपिल मिश्रा का नाम लेने के बाद न्यूज नेशन के वरिष्ठ पत्रकार दीपक चौरसिया ने कपिल मिश्रा को सवालों के कठघरे में खड़ा कर दिया. इस दौरान दीपक चौरसिया ने उनसे विपक्ष के उठाये जा रहे सवालों पर जवाब मांगे. बीजेपी नेता कपिल मिश्रा ने बहुत ही बेबाकी से उन सवालों के जवाब दिए और विपक्ष की बोलती बंद कर दी. कपिल मिश्रा ने कहा कि दिल्ली दंगों को रोकने के लिए और शाहीन बाग को हटाने के लिए मैंने जो कुछ भी किया उस पर मुझे गर्व है.

न्यूजनेशन के कठघरे में खड़े होकर कपिल मिश्रा ने बताया कि आखिर वो दिल्ली दंगों के दौरान जाफराबाद क्यों गए थे. कपिल मिश्रा पर आखिर इस दौरान भड़काऊ भाषण दिए या नहीं लेकिन विपक्ष लगातार इस बात का आरोप लगाता रहा है कि कपिल मिश्रा जाफराबाद में लोगों को उकसाने के लिए भड़काऊ भाषण दे रहे थे. कपिल मिश्रा ने न्यूज नेशन के टीवी डिबेट शो में वरिष्ठ पत्रकार दीपक चौरसिया के सवालों का जवाब देते हुए बताया कि वो दिल्ली दंगों के दौरान जाफराबाद क्यों गए थे. उन्होंने बताया कि मैंने दिल्ली दंगों के दौरान जो कुछ भी किया मुझे उस पर गर्व है. जब-जब देश में कहीं पर शाहीन बाग, जाफराबाद और सीलमपुर, जैसी जगहों पर दिल्ली दंगों के जैसे हालात बनेंगे तब-तब कपिल मिश्रा इन दंगाइयों को रोकने के लिए उनकी आंखों में आंखें डालकर सड़क पर उतरेगा.

जब कपिल मिश्रा से यह पूछा गया कि असदुद्दीन ओवैसी और कुछ विपक्षी नेता लगातार कपिल मिश्रा के खिलाफ मामला दर्ज करवाए जाने की मांग करते रहे हैं हर्ष मंदर जैसे लोग दिल्ली हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट तक गए कि कपिल मिश्रा के खिलाफ भी मामला दर्ज पर ऐसा नहीं हो पाया क्यों? तब कपिल मिश्रा ने इस पर जवाब देते हुए बताया कि ये लोग मेरे द्वारा दिए गए भाषण, बीजेपी सांसद प्रवेश वर्मा के भाषण और अनुराग ठाकुर के भाषण की क्लिप लेकर कोर्ट पहुंचे थे तब मैं सोनिया गांधी, सफूरा जरगर, उमर खालिद और पिंजरातोड़ गैंग जैसे लोगों के बयानों की क्लिप लेकर कोर्ट पहुंचे इसी वजह से कोर्ट ने दोनों पक्षों की बातों को टाल दिया.

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कपिल मिश्रा ने बताया कि शाहीन बाग धरने के दौरान दिल्ली के उस इलाके में 35 लाख लोग अपने घरों में कैद होकर रह गए थे वो अपने घरों से नहीं निकल पा रहे थे. लोग अपने घरों से दफ्तर नहीं जा सकते थे, बच्चे स्कूल नहीं जा सकते थे. ऐसे में इन्हें रोकने के लिए सड़क पर उतरकर लोगों को इनकी सच्चाई बताना भड़काऊ भाषण देना है तो फिर शाहीन बाग में बैठे लोगों का बयान आतंकवादियों का बयान होना चाहिए.  कहा जाता है कि दिल्ली के दंगे 23और 24 फरवरी को शुरू हुए थे लेकिन मैं कहता हूं कि दिल्ली दंगे 16, 17 और 18 दिसंबर से ही दंगे शुरू थे सीएए विरोध के नाम पर कहीं शाहीन बाग सजा था तो कहीं जाफराबाद तो कहीं सीलमपुर. दिल्ली को दंगों में झोंकने की एक भयानक साजिश रची गई थी. हम इतने कमजोर तो नहीं हुए हैं कि अपने यहां हो रहे जुल्मों का विरोध कर सकें. मैं मानता हूं कि संयम की पराकाष्ठा तक हम लोगों ने चीजों को झेला है और तब जाकर हम सड़कों पर उतरे हैं.

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दिल्ली दंगों के दौरान मेरे ऊपर न केवल पत्थर बरसाए जा रहे थे बल्कि दोनों ओर से लोग तलवार और हथियार लेकर निकल आए थे वो तो ईश्वर की कृपा थी कि मैं इन दंगाइयों के चंगुल से बचकर निकल आया था. कपिल मिश्रा ने दिल्ली दंगें के दौरान इस्लामिक ताकतों और अर्बन नक्सलियों की साजिश बताते हुए कहा कि,  दिल्ली में दंगा इस्लामिक दंगाइयों और अर्बन नक्सलियों का गठजोड़ था, इनमें से कुछ टीम दंगा भड़काती रही, कुछ लोग दंगाइयों का बचाव कर रहे थे तो कुछ लोग इस प्रायोजित दंगों के लिए पैसों का इंतजाम कर रहे थे. इसके अलावा कपिल मिश्रा ने अपने ऊपर लगे भड़काऊ बयान के जवाब में कहा कि. दंगों के दौरान कपिल मिश्रा की छतों से पेट्रोल बम, गुलेल और पत्थर निकले थे, इस दौरान कपिल मिश्रा ने करोड़ो रूपयों की फंडिंग की थी, इस दौरान घरों में महिलाओं से तेजाब, खौलता तेल, पत्थर और लोहे के गेटों में करंट दौड़ाने के मैसेज कपिल मिश्रा ने भेजे थे. दिल्ली दंगों के दौरान जो बम राजधानी स्कूल में बने थे जिसे लोगों के घरों और स्कूलों पर फेंका जा रहे था उसके पीछे कपिल मिश्रा का हाथ था. कांग्रेस, आम आदमी पार्टी और कुछ बड़े पत्रकार ताहिर का नाम लेने से डर रहे है, सफूरा और पिंजरातोड़ गैंग का नाम लेने से डर रहे थे.कपिल मिश्रा ने अपने खिलाफ उठे हर सवाल का जवाब देते हुए दिल्ली दंगा के दोषियों को धोकर रख दिया.