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News State Conclave: पेट्रोल का विकल्प बनेगा इथेनॉल, कम होंगे दाम और रुकेगा प्रदूषण 

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने बताई पेट्रोल के दाम घटाने को लेकर विशेष रणनीति

Updated on: 18 Aug 2021, 07:22 PM

highlights

  • इथेनॉल को ईंधन के तौर पर प्रयोग की योजना पर विस्तार से जानकारी दी 
  • बताया कि अटल सरकार में भी शुरू किया गया था यह प्रोजेक्ट 
  • व्हीकल मैन्यूफैक्चर्स के साथ भी इस बारे में की मीटिंग 

 

 

नई दिल्ली :

शहर बनारस कॉन्क्लेव में केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने पेट्रोल ने दाम बढ़ने पर अपनी विशेष रणनीति के बारे में बताया. उन्होंने बताया कि तमाम कृषि उत्पादों से बायो फ्यूल बनाने पर काम किया जा रहा है. गन्ना, चावल सहित कई उत्पाद हैं, जिससे इथेनॉल बनाने पर काम हो रहा है. इथेनॉल एक बायोफ्यूल है. इससे न केवल सस्ता ईंधन उपलब्ध होगा, बल्कि प्रदूषण भी कम होगा.  न्यूज नेशन और न्यूज स्टेट के इस कॉन्क्लेव के दौरान उन्होंने बताया कि अटल जी की सरकार में मैं एथनॉल फ्यूल और बायोफ्यूल का मंत्री था. उस समय हमने इस योजना पर काम शुरू किया लेकिन बाद में कांग्रेस सरकार ने इसे रोक दिया. 

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वर्तमान हालात की बात करें तो हमारा एमएसपी इंटरनेशनल मार्केट और दूसरे देशों से ज्यादा है. हम चावल, गेहूं, शक्कर जैसे तमाम उत्पाद अत्याधिक पैदा करते हैं लेकिन एमएसपी ज्यादा होने के कारण इसे बेच नहीं पाते. वहीं, हमारा 8 लाख करोड़ का इंपोर्ट है, जो 5 साल बाद 15 लाख करोड़ का होगा. अब अपने ज्यादा पैदा होने वाले उत्पादों से हमें इथेनॉल बना रहे हैं. इससे सस्ता ईंधन उपलब्ध होगा. 

गडकरी ने कहा कि हमारे देश में डाइवर्सिफिकेशन आफ एग्रीकल्चर टूवर्डस एनर्जी एंड पॉवर सेक्टर बहुत जरूर है, जिस पर सरकार काम कर रही है. इसी के तहत इथेनॉल की योजना पर काम हो रहा है.  उन्होंने अटल सरकार के समय का अनुभव याद करते हुए कहा कि उस दौरान ब्राजील यात्रा में मैंने देखा कि गाड़ियों में पेट्रोल के साथ इथेनॉल का प्रयोग हो रहा है. अब हमारे देश में भी इस पर काम हो रहा है. 

इथेनॉल की योजना पर विस्तार से जानकारी देते हुए कहा कि शक्कर से शीरा बनता है, जिससे इथेनॉल बनता है. इसे हमने बनाना शुरू कर दिया है . शुगर, गन्ना जूस, चावल और बायोमास आदि से इथेनॉल बनाने की अनुमति दी है. इस इथेनॉल को पेट्रोल में 20 प्रतिशत प्रयोग शुरू किया है. यानी एक लीटर पेट्रोल में 200 मिलीलीटर इथेनॉल मिला रहे हैं.

इसी बारे में हमाने तमाम व्हीकल मैन्यूफैक्चर्स से बात की. इनसे हमने फ्लैक्स इंजन बनाने की बात की है. इससे आपके पास विकल्प होगा कि आप गाड़ी में चाहे तो पेट्रोल डालें या इथेनॉल डालें. इथेनॉल की कीमत कम है, जिससे लोगों को फायदा होगा. इस इंजन का निर्माण हम जल्द ही मेंडेटरी करने जा रहे हैं.