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PNB घोटाला: सीबीआई ने बैंक के पूर्व अधिकारी समेत 3 को किया गिरफ्तार

पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) में 11,500 करोड़ रुपये का पर्दाफाश होने के बाद शनिवार को पहली बार गिरफ्तार हुई है।

Updated on: 17 Feb 2018, 03:46 PM

नई दिल्ली:

पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) में 11,500 करोड़ रुपये का पर्दाफाश होने के बाद शनिवार को पहली बार गिरफ्तार हुई है।

सीबीआई ने पीएनबी के पूर्व डिप्टी मैनेजर गोकुलनाथ शेट्टी, सिंगल विंडो ऑपरेटर मनोज करात और नीरव मोदी की कंपनी के अधिकारी हेमंत भट्ट को गिरफ्तार किया है।

जांच एजेंसी आज तीनों को मुंबई की अदालत में पेश करेगी और पूछताछ के लिए हिरासत में रखे जाने की मांग करेगी।

गोकुलनाथ शेट्टी पर कथित तौर पर स्विफ्ट मेसेजिंग सिस्टम का दुरुपयोग करने का आरोप है। बैंक मेसेजिंग सिस्टम से विदेशी लेनदेन के लिए लेटर्स ऑफ अंडरस्टैडिंग (एलओयू) के जरिए गारंटी देता है। इसी में गड़बड़ी कर नीरव मोदी को फायदा पहुंचाया गया।

आपको बता दें सीबीआई ने 31 जनवरी को नीरव मोदी, उनके परिवार और बिजनेस पार्टनर के खिलाफ मामला दर्ज किया था। जिसके बाद नीरव और उनके परिवार के सदस्य फरार हो गये थे।

सीबीआई की प्राथमिकी में पीएनबी के सेवानिवृत्त डिप्टी मैनेजर और संचालक समेत तीन निजी कंपनियों के 10 निदेशकों कृष्णन संगमेश्वरन, नाजुरा यशजनेय, गोपाल दास भाटिया, अनियथ शिवरमन, धनेश व्रजलाल सेठ, ज्योति भारत वोरा, अनिल उमेश हल्दीपुर, चंद्रकांत कानू करकरे, पंखुड़ी अभिजीत वारंगे और मिहिर भास्कर जोशी के नाम शामिल हैं।

प्राथमिकी के अनुसार, 'पीएनबी की शिकायत में आरोप लगाया गया है कि गीतांजलि जेम्स, गिली इंडिया लिमिटेड और नक्षत्र ब्रांड लिमिटेड और इनके निदेशकों ने शेट्टी और अन्य अधिकारियों के साथ मिलकर कथित रूप से बैंक से 4,886.72 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की।'

सीबीआई ने शुक्रवार को गीतांजलि समूह की कंपनियों के 10 निदेशकों के खिलाफ नई प्राथमिकी दर्ज की, जिसमें इन लोगों पर भारतीय दंड संहिता और भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत आपराधिक साजिश और धोखाधड़ी के आरोप लगाए गए हैं। इनमें गीतांजलि जेम्स लिमिटेड के प्रबंध निदेशक, मेहुल चोकसी का नाम शामिल है।

प्राथमिकी में बैंक के दो पूर्व कर्मचारियों के भी नाम हैं, जिनके इस धोखाधड़ी में सीधे संलिप्त होने की खबर सामने आ रही है।

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केस दर्ज होने के बाद पीएनबी ने 18 अधिकारी को निलंबित कर दिया था। पीएनबी के मुताबिक, दक्षिण मुंबई स्थित पीएनबी बैड्री हाउस शाखा के कर्मचारियों के साथ अपराधियों की मिलीभगत के जरिए 11,500 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी को अंजाम दिया गया था।

घोटाले उजागर होने के बाद सीबीआई, ईडी और आयकर विभाग नीरव मोदी, उनकी कंपनी और परिवार के खिलाफ कार्रवाई कर रही है। 

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