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जैश-ए-मोहम्मद ने नहीं लश्कर-ए-तैय्यबा ने कराया था उरी हमला: NIA

नैशनल इनवेस्टीगेश एजेंसी (एनआईए) ने गुरुवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर के उरी और हंदवाड़ा में हुए आतंकी हमले में जैश-ए-मोहम्मद का हाथ नहीं था बल्कि इसके लिए लश्कर-ए-तैय्यबा जिम्मेदार था।

Updated on: 19 Jan 2017, 06:49 PM

highlights

  • एनआईए के मुताबिक उरी हमले के पीछे जैश-ए-मोहम्मद का हाथ नहीं बल्कि लश्कर-ए-तैय्यबा की भूमिका थी
  • इससे पहले माना जा रहा था कि उरी हमले के पीछे पाकिस्तानी आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का हाथ था

New Delhi:

नैशनल इनवेस्टीगेशन एजेंसी (एनआईए) ने गुरुवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर के उरी और हंदवाड़ा में हुए आतंकी हमले में जैश-ए-मोहम्मद का हाथ नहीं था बल्कि इसके लिए लश्कर-ए-तैय्यबा जिम्मेदार था।

उरी में हुए हमले के जवाब में भारतीय सेना ने नियंत्रण रेखा पार पाकिस्तानी कब्जे वाले कश्मीर में सर्जिकल स्ट्राइक करते हुए कई पाकिस्तानी चौकियों को नष्ट किए जाने के साथ आतंकियों को मार गिराया था। हालांकि पाकिस्तान भारत के इस दावे का खंडन करता रहा है।

एनआईए ने कहा कि जैश-ए-मोहम्मद की भूमिका नगरोटा हमले में थी जिसमें सेना के दो अधिकारी और पांच सैनिकों की मौत हो गई थी। इससे पहले माना जा रहा था कि उरी हमले के पीछे पाकिस्तानी आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का हाथ था। 

उरी हमले में 19 सैनिकों की मौत हो गई थी। 18 सितंबर 2016 को उरी में हुए हमले में 19 सैनिक मारे गए थे।