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भारत नियमानुसार हिंद-प्रशांत क्षेत्र के लिए जापान के दृष्टिकोण को साझा करता है: राजनाथ सिंह

भारत नियमानुसार हिंद-प्रशांत क्षेत्र के लिए जापान के दृष्टिकोण को साझा करता है: राजनाथ सिंह

Updated on: 07 Apr 2023, 01:00 AM

नई दिल्ली:

जापान के अंतर्राष्ट्रीय मामलों के रक्षा उप-मंत्री ओका मसामी ने 06 अप्रैल को नई दिल्ली में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से भेंट की। इस बैठक के दौरान, ओका ने रक्षा मंत्री को 7वें रक्षा नीति संवाद के दौरान हुई चर्चाओं के बारे में जानकारी दी, जिसकी सह-अध्यक्षता उन्होंने 05 अप्रैल, 2023 को नई दिल्ली में रक्षा सचिव गिरिधर अरमाने के साथ की थी।

ओका मसामी ने रक्षा उपकरण एवं प्रौद्योगिकी में सहयोग सहित द्विपक्षीय रक्षा सहयोग को और आगे बढ़ाने के लिए जापान की उत्सुकता को दोहराया।

इस अवसर पर, राजनाथ सिंह ने बताया कि भारत स्वतंत्र, खुले, सुरक्षित तथा नियमों के अनुसार हिंद-प्रशांत क्षेत्र के लिए जापान के ²ष्टिकोण को साझा करता है। उन्होंने इस बात पर बल दिया कि दोनों देशों को अपने द्विपक्षीय सहयोग के दायरे को और विस्तार देना जारी रखना चाहिए।

इस बैठक में, ओका मसामी के साथ भारत में जापान के राजदूत सुजुकी हिरोशी भी उपस्थित थे, उन्होंने द्विपक्षीय रक्षा संबंधों को अधिक मजबूती प्रदान करने की दिशा में रक्षा मंत्री के सशक्त तथा सकारात्मक नेतृत्व द्वारा दिए गए प्रोत्साहन के लिए राजनाथ सिंह को धन्यवाद दिया। इस अवसर पर रक्षा सचिव गिरिधर अरमाने भी उपस्थित थे।

इससे पहले बुधवार को भारत-जापान रक्षा नीति वार्ता की 7वीं बैठक भारत के रक्षा सचिव गिरिधर अरमाने और जापान के अंतर्राष्ट्रीय मामलों के रक्षा उप मंत्री ओका मसामी की सह-अध्यक्षता में आयोजित की गई। 5 अप्रैल को नई दिल्ली में हुई इस महत्वपूर्ण बैठक में दोनों पक्षों ने रक्षा, अंतरिक्ष और साइबर तकनीक के क्षेत्र में आगे बढ़ने पर सहमती जताई। दोनों देशों ने सैनिक अभ्यास और सेवा-सहित मुद्दों की एक विस्तृत श्रृंखला पर बात की। बैठक के दौरान संयुक्त सैनिक अभ्यास और प्रबंध, क्षेत्रीय सुरक्षा मुद्दों और रक्षा उपकरण और प्रौद्योगिकी में सहयोग सहित पर विस्तृत मुद्दों पर भी चर्चा की गई थी।

गौरतलब है कि जापानी उप मंत्री ने हाल ही में जारी राष्ट्रीय सुरक्षा रणनीति और राष्ट्रीय रक्षा रणनीति के नीति संबंधी अपडेट भी प्रस्तुत किए। दोनों देशों ने रक्षा वार्ता और अभ्यासों के माध्यम से सेवाओं के बीच बढ़ते सहयोग की सराहना की। उन्होंने जापान में इस साल जनवरी में भारतीय वायु सेना और जापानी वायु आत्मरक्षा बल के बीच औपचारिक लड़ाकू अभ्यास वीर गार्जियन के आयोजन का स्वागत किया।

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