किसान नेता और बलियान खाप प्रमुख नरेश टिकैत ने हरिद्वार की हर की पौड़ी पर मंगलवार की शाम प्रदर्शनकारी पहलवानों को पदक गंगा में विसर्जित करने से रोकने के बाद कहा कि भविष्य की रणनीति पर चर्चा के लिए खाप नेताओं ने बुधवार को आपात बैठक बुलाई है।
जब आग्रह किया गया कि अपने पदक नदी में न डुबोएं, तब साक्षी मलिक, विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया सहित आंदोलनकारी पहलवानों ने अपने पदक भारतीय किसान यूनियन के प्रमुख टिकैत को सौंप दिए।
टिकैत ने संवाददाताओं से कहा, हमारी बेटियों को प्रताड़ित किया जा रहा है, और पूरा देश गुस्से में है। सरकार एक आदमी (डब्ल्यूएफआई प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह) को बचा रही है। शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन करना गलत नहीं है। हम उन्हें (विरोध करने वाले पहलवानों को) निराश नहीं करेंगे। डब्ल्यूएफआई प्रमुख (यौन उत्पीड़न के आरोप में) को गिरफ्तार करने की मांग के संबंध में भविष्य की कार्रवाई पर चर्चा करने के लिए हमने बुधवार को एक खाप बैठक बुलाई है।
उन्होंने कहा, अभी तक सरकार की ओर से कोई भी पहलवानों से बात करने नहीं आया है।
पालम खाप के अध्यक्ष सुरेंद्र सोलंकी ने आईएएनएस से कहा, अगर अगले पांच दिनों में समाधान नहीं निकला तो दिल्ली में पालम खाप द्वारा खाप महापंचायत बुलाई जाएगी और हम प्रधानमंत्री आवास का घेराव करेंगे।
भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने वाली पहलवान अपने पदक गंगा में विसर्जित करने मंगलवार शाम हर की पौड़ी पहुंची थीं।
टिकैत ने पहलवानों के साथ मिलकर अब सरकार को उनकी मांगों को पूरा करने के लिए पांच दिन का अल्टीमेटम दिया है, जिसमें विफल रहने पर पहलवान अपने पदक गंगा में विसर्जित करने के अपने फैसले पर आगे बढ़ेंगे।
हर की पौड़ी पर बड़ी संख्या में लोग पहलवानों के मार्मिक विरोध प्रदर्शन देखने के लिए इकट्ठा हुए, जब वे विश्व चैंपियनशिप और ओलंपिक पदक लेकर वहां पहुंचे।
जब साक्षी, विनेश और विनेश की चचेरी बहन संगीता के आंसू बह निकले, तब उनके पतियों ने उन्हें सांत्वना दी।
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Source : IANS