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चीनी युद्धपोतों पर पैनी नजर के लिए नेवी खरीदेगी ये 10 स्पेशल ड्रोन

हिंद महासागर में दुश्मन के युद्धपोतों और उनकी गतिविधियों (China activities in Indian Ocean) पर बारीकी से नजर रखने के लिए नेवी जल्द से जल्द 10 ड्रोन (Ship-borne drones for surveillance) चाह रही है.

Updated on: 14 Aug 2020, 11:16 PM

नई दिल्‍ली:

हिंद महासागर में दुश्मन के युद्धपोतों और उनकी गतिविधियों (China activities in Indian Ocean) पर बारीकी से नजर रखने के लिए नेवी (Indian Navy) जल्द से जल्द 10 ड्रोन (Ship-borne drones for surveillance) चाह रही है. इसके लिए इंडियन नेवी ने रक्षा मंत्रालय को एक प्रस्ताव भेजा है. सरकार से जुड़े सूत्रों ने एएनआई को बताया कि इंडियन नेवी ने रक्षा मंत्रालय (Indian Navy proposal to Defence Ministry for drones) को फास्ट ट्रैक मोड में एक प्रस्ताव भेजा है, जिसके मुताबिक 1,240 करोड़ रुपये से ज्यादा की लागत से 10 नवल शिपबोर्न अनमैन्ड एरियल सिस्टम खरीदने की बात कही गई है.

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नेवी के प्लान के मुताबिक, इन ड्रोनों को उसके बड़े आकार वाले युद्धपोतों पर तैनात किया जाएगा. इससे भारतीय जल क्षेत्र के आसपास चीन समेत दूसरे देशों की गतिविधियों पर बारीकी से नजर रखी जा सकेगी. प्लान के मुताबिक, नेवी इन ड्रोनों को एक ओपन विड के जरिए हासिल करना चाहती है. इनसे निगरानी की क्षमता में इजाफा होगा.

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इसके अलावा नेवी अमेरिका से सी गार्जियन ड्रोन्स खरीदने के प्रोजेक्ट पर भी काम कर रही है. इससे वह मेडागास्कर से लेकर मलक्का स्ट्रेट और भारतीय हितों व रणनीतिक रूप से अहम बाकी समुद्री हिस्सों पर अपने निगरानी तंत्र का विस्तार कर सकेगी. इसके साथ-साथ नेवी के मौजूदा ड्रोनों को अपग्रेड करने पर भी काम चल रहा है. रक्षा मंत्रालय ने हाल ही में अपग्रेड प्रोग्राम पर चर्चा शुरू की है.