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Narco Terrorism: ड्रग्स के सिंडिकेट के खिलाफ एक्शन में सरकार , 2 रिफ्यूजी गिरफ्तार

आज अमित शाह पूर्वोत्तर भारत में ड्रग्स के खात्मे के तरीकों पर चर्चा करने के लिए एनसीबी (नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो) के साथ बैठक कर रहे हैं. जहां नशीली दवाओं की तस्करी और राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर खास चर्चा हो रही है.

Updated on: 08 Oct 2022, 06:10 PM

highlights

  • युवाओं की बर्बादी की कोशिश, उन्हीं के पैसों से आतंकवाद को बढ़ावा
  • गृह मंत्री अमित शाह अलग- लग राज्यों में जाकर ड्रग्स करा रहे नष्ट
  • ड्रग्स के खात्मे को लेकर अमित शाह ने एनसीबी अधिकारियों से की मीटिंग

नई दिल्ली :

आज अमित शाह पूर्वोत्तर भारत में ड्रग्स के खात्मे के तरीकों पर चर्चा करने के लिए एनसीबी (नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो) के साथ बैठक कर रहे हैं. जहां नशीली दवाओं की तस्करी और राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर खास चर्चा हो रही है. आपको बता दें कि देश में युवाओं को बर्बाद करने के लिए एक सिंडिकेट काम कर रहा है. जिसके खिलाफ अब सरकार एक्शन मोड़ में आ गई है. स्वयं होम मिनिस्टर अमित शाह के देश के अलग-अलग हिस्सों में जाकर अपने सामने ही ड्रग्स व नशीली दवाओं को नष्ट करा रहे हैं. ताकि आने वाली नश्लों को बचाया जा सके. आपको बता दें कि दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को पिछले माह मिली बड़ी कामयाबी, ndps के अलावा गैर कानूनी गतिविधि अधिनियम के तहत मुकदमा भी दर्ज हुआ था.

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दो रिफ्युजी गिरफ्तार 
दो दिन पहले कोच्चि तट पर नौसेना और एनसीबी  अभियान में एक 200 किलोग्राम हाई क्वलिटी वाली हेरोइन जब्त की है. एनसीबी के एक अधिकारी ने कहा कि 6 विदेशी लोगों को गिरफ्तार किया गया है. उनमें से चार ईरान के थे. गिरफ्तार दोनों अफगानी नागरिक हिंदुस्तान में बतौर रिफ्यूजी रह रहे थे, इनके वीजा की मियाद भी ये दोनों लगातार बढ़वा रहे थे. ये ड्रग्स अफगानिस्तान से समुन्द्र के रास्ते ईरान गया था, ईरान से अरब सागर होते हुए south india के पोर्ट लाया गया था.।इस मेथाफेटामाईन नाम के ड्रग्स का नया बेस अब अफगानिस्तान बन चुका है, ये ड्रग्स वेस्टर्न कन्ट्रीज में भी सप्लाई की जा रही है.

गुजरात और कोच्चि के बंदरगाहों पर बीते कुछ वक्त में बड़े पैमाने पर ड्रग्स पकड़ा गया है. गुजरात पुलिस के डीजीपी आशीष भाटिया ने एक बयान में कहा कि पंजाब की जेलों से कई अहम ड्रग्स सिंडिकेट ऑपरेट हो रहे हैं. अब तक सामने आया है कि अमृतसर जेल, फरीदकोट और कपूरथला से अपराधी इन ड्रग्स सिंडिकेट को ऑपरेट कर रहे हैं. वहीं इन ड्रग्स को पाकिस्तान और अन्य देशों से भारत में मंगाया जा रहा है. यह भी सच है कि तमाम कार्रवाइयों के बावजूद देश में ड्रग्स का धंधा बढ़ रहा है. अफगानिस्तान, नशीले पदार्थों की खेती में दुनिया में अव्वल है. ड्रग्स के अंतरराष्ट्रीय कारोबार में करीब 80 से 85 प्रतिशत हिस्सेदारी अफगानिस्तान की है. भारत में ड्रग्स की ज्यादातर खेप अफगानिस्तान से आती है,जिसके रास्ते अलग अलग हैं.

जिसके लिए नेपाल पंजाब मयमार पूर्वोत्तर क्षेत्र के बॉर्डर इलाकों के अलावा साउथ इंडिया के बंदरगाह आदि जरिए हैं . जहां अलग-अलग तरीकों से वृक्ष की बड़ी खेप पहुंच रही है. जो इंटरनेशनल कूरियर और लोकल कुरियर के जरिए भी अपने ठिकानों पर जाती है. पाकिस्तान की साइड से पंजाब के बॉर्डर पर फोन के जरिए ड्रेस और हथियार गिराने के मामले कई बार सामने आए, यूरोप के देशों से भी कोरियर के जरिए इंटरेस्ट ड्रग्स की बड़ी खेप भारत पहुंच रही है. गुजरात के मुंद्रा पोर्ट पर सितंबर 2021 में अफगानिस्तान से आए दो कंटेनरों में टॉक स्टोन पाउडरों के साथ मिश्रित किए गए ड्रग्स की भारी मात्रा पकड़ाई. कीमत 21 हजार करोड़ रुपये थी, जिसके बाद सेंट्रल एजेंसी हो और स्टेट पुलिस अलर्ट हो गई और तमाम राज्यों में अभियान छेड़ ड्रग्स की बड़ी खेप पकड़ी गई है.