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मेरी गलती सिर्फ इतनी कि मैं अरविंद केजरीवाल का शिक्षा मंत्री हूं : मनीष सिसोदिया

144 करोड़ का घोटाला नहीं है वो तो ये भी मान रहे है ,कोई 1 करोड़ का घोटाला

Updated on: 21 Aug 2022, 03:37 PM

highlights

  • न्यूज नेशन टीम ने किया मनीष सिसोदिया का एक्सक्लूसिव इंटरव्यू 
  • दिल्ली के डिप्टी सीएम ने सभी सवालों के बेबाकी से दिये जवाब 
  • उन्होने कहा मैं किसी से डरने वाला नहीं हूं, क्योंकि हमने कुछ गलत किया ही नहीं है 

नई दिल्ली :

दिल्ली में मचे राजनीतिक घमासान के बीच न्यूज नेशन की टीम ने शिक्षामंत्री मनीष सिसोदिया का इंटरव्यू किया. सभी सवालों का दिल्ली के उपमुख्यमंत्री ने बेबाकी से जवाब दिया. आइये जानते हैं एक सवाल का जवाब देते हुए क्या बोले  मनीष सिसोदिया? लगातार सरकार कह रही है कि 8000 करोड़ का घोटाला हो गया. फिर कहते हैं 1100 करोड़ का घोटाला हो गया. फिर कोई 144 करोड़ का बताता है कोई 30 करोड़ का बता रहा है, फिर एफ आई आर में बताते हैं कि दो दुकानों के बीच में दो करोड़ का लेन-देन हुआ वह मनीष सिसोदिया ने घोटाला किया. ये बहुत शानदार पॉलिसी है यह पूरी पारदर्शिता के साथ तैयार की गई है. अगर उपराज्यपाल 2 दिन पहले अपने निर्णय से ना पलटे होते. तो बहुत सक्सेसफुल एक्साइज पॉलिसी होती. पर जो भी है अब पूरी जांच कर ले जमीन खोदने तहखाने जांच लें मैंने बेइमानी नहीं की मैने बच्चो के लिए स्कूल बनवाए है,मेरी गलती ये नही की मैने शराब नीति में कोई घोटाला किया है ,मेरी गलती है की मैं अरविंद केजरीवाल का शिक्षा मंत्री हूं. उस अरविंद केजरीवाल का मंत्री जो आज देश के बच्चो को पढ़ाने के लिए ,लोगो के स्वास्थ्य के लिए महंगाई पर बेरोजगारी पर समाधान दे रहे है , उन अरविंद केजरीवाल  से ये डरते हैं.

लुक आउट सर्कुलर जारी हुआ है आपके खिलाफ क्या आप विदेश भागने की तैयारी कर रहे थे?

 देश- विदेश में कहीं नहीं भाग रहा मैं वहीं बैठा हूं जहां पर 14 घंटे सीबीआई रेड करके गई है. और जहां से सीबीआई को एक भी पैसे का भ्रष्टाचार नहीं मिला ,उसी घर में हूं

 14 घंटे आपके घर रेड हुई पूरा घर छाना क्या सीजर मेमो में लिखा है क्या लेकर गए हैं आपसे?

सीबीआई की टीम बस मेरा फोन ले गई है. इसके अलावा कंप्यूटर ले गए मेरा फोन नंबर और व्हाट्सएप नंबर सीज कर लिए और साथ-साथ कुछ फाइलें थी उनकी फोटो कॉपी लेकर गए हैं.

FIR में बेशक 144 करोड़ और 30 करोड़ का जिक्र नहीं है,लेकिन हम समझना चाहते है की क्यों जरूरत पड़ी 144 करोड़ माफ करने की ,ये रकम तो जनता समझती है?

144 करोड़ का घोटाला नहीं है वो तो ये भी मान रहे है ,कोई 1 करोड़ का घोटाला "सो कॉल्ड" है.  जिसमे 2 कंपनियों से आपस में दिया है. दो दुकानों की आपसी लड़ाई को कह रहे है की ये मनीष सिसोदिया का घोटाला है. आप हर बात की हर आरोप की जांच कर ले सब कर ले मेरा पूरा सहयोग है ,मेरा फोन ले कर चले ही गए है. पूरी जांच कर ले,  इन्हे भ्रष्टाचार की जांच से कुछ लेना देना नही है ,अगर  इन्हें एक्साइज के  भ्रष्टाचार की जांच करनी होती तो ये गुजरात में 10 हजार करोड़ के हर साल  होने वाले  घोटाले की जांच करते, वहां जहरीली शराब पीने से लोग मर रहे है, प्रधानमंत्री जी जिस सड़क से गुजरे उसका उद्धघाटन किया 5 दिन बाद हजारों करोड़ से बनी सड़क धस गई वो भ्रष्टाचार नहीं हुआ? देश देख रहा है की भ्रष्टाचार से आपका लेना देना नही है. आपका लेना देना केवल अरविंद केजरीवाल को रोकने से है. उनके स्वास्थ्य मंत्री को जेल में भेज दो उनके शिक्षा मंत्री को जेल में भेज दो उससे रुक जाएंगे मैं आपसे यह कहना चाहता हूं कि खूब जांच कर लो खूब जेल में भेज लो पर अरविंद केजरीवाल के काम नहीं रुक सकते.

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 अगर सब कुछ सही है तो फिर पॉलिसी क्यों बदली?

पॉलिसी इसलिए बदलनी पड़ी क्योंकि उपराज्यपाल ने अचानक यू-टर्न से सारी पॉलिसी बर्बाद कर दी. जिस विजन के साथ यह पॉलिसी लेकर आए थे. इन्होंने खुद ही कराया हो उपराज्यपाल ने अपने से किया होगा मुझे इस बात पर शक है. एलजी साहब ने तो पहले ही मंजूरी दे रखी थी. 2 दिन पहले इन्होंने उपराज्यपाल से पूरा का पूरा यूटर्न दिलवा दिया उसके बाद पॉलिसी से होने वाले फायदे उतने नहीं हुए जितने होने चाहिए थे. मैं यह कह रहा हूं कि पॉलिसी उनका लक्ष्य है ही नहीं पॉलिसी उनका लक्ष्य होती तो उपराज्यपाल से कह देते कि इस पॉलिसी को आगे बढ़ाओ.  दिल्ली का फायदा हो रहा है लेकिन इनका लक्ष्य तो यह है कि अरविंद केजरीवाल जिसको आज गुजरात की जनता विकल्प के रूप में देख रही है. जिनको आज देश की जनता उम्मीद के रूप में देख रही है कि 2024 में  मोदी के सामने कौन यह सवाल ही खत्म हो गया है. अब लोग कह रहे हैं कि मोदी नहीं चाहिए एक मौका अरविंद केजरीवाल को देना है. देश इससे आगे बढ़ेगा देश शिक्षा पर स्वास्थ्य पर काम करने से आगे बढ़ेगा . यह जो मोदी जी 24 घंटे सीबीआई किसके घर भेजें ईडी किसके घर भेजें इससे देश आगे नहीं बढ़ेगा.

 आप अरविंद केजरीवाल को 2024 में प्रधानमंत्री मोदी जी के समक्ष खड़ा कर रहे हैं, लेकिन भाजपा कह रही है कि अरविंद केजरीवाल ही इन तमाम घोटालों के मास्टरमाइंड है?

अरविंद केजरीवाल देश को नंबर वन बनाने के लिए काम करते हैं, उनके सपनों में देश नंबर वन आता है इनके दिमाग में शराब आती है. ईडी आती है सीबीआई आती है 24 घंटे यही इनके दिमाग में घूमता रहता है इससे देश नहीं आगे बढ़ेगा.

 आप ने कहां आपकी जल्द गिरफ्तारी हो सकती है ऐसा क्यों?

कर ले गिरफ्तार,जान ले ले, लेकिन जब तक जान है तब तक अरविंद केजरीवाल के साथ मिलकर शिक्षा और स्वास्थ्य का काम करते रहेंगे