New Update
/newsnation/media/post_attachments/images/2023/04/08/farooq-abdullah-61.jpg)
फारुख अब्दुल्ला( Photo Credit : ANI)
0
By clicking the button, I accept the Terms of Use of the service and its Privacy Policy, as well as consent to the processing of personal data.
Don’t have an account? Signup
फारुख अब्दुल्ला( Photo Credit : ANI)
Mughal History : राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् (NCERT) ने शैक्षणिक सत्र 2023 के लिए इतिहास की किताबों से मुगल सामाज्य से जुड़े पाठ्यक्रम को हटा दिया है. इसके अलावा ही 12वीं कक्षा की किताबों में और भी बदलाव किए गए हैं. NCERT की नई किताबों को लेकर विपक्षी पार्टियों ने केंद्र सरकार की मंशा पर सवाल उठाए हैं. इस बीच नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रमुख फारुख अब्दुल्ला (Farooq Abdullah) ने शनिवार को मोदी सरकार (Modi Government) पर निशाना साधा है.
यह भी पढ़ें : Atiq Ahmed : अतीक अहमद का जेल से चलता है अपना नेटवर्क, योगी सरकार उठाने जा रही ये बड़ा कदम
जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारुख अब्दुल्ला (Farooq Abdullah) ने कहा कि तारीख मिट नहीं सकती है. आप इसको कितनी किताबों से निकालेंगे? अकबर, शाहजहां, हुमायूं, जहांगीर को कैसे भूल जाएंगे? मुगलों ने 800 वर्ष हुकुमत की, कभी किसी हिंदू, ईसाई, सिख को खतरा नहीं लगा. कैसे लाल किला, हुमायूं का मकबरा को छुपाएंगे? यह (केंद्र की मोदी सरकार) अपने पैर पर खुद कुल्हाड़ी मार रहे हैं. आपको बता दें कि इससे पहले फारुख अब्दुल्ला ने आर्टिकल 370 हटाने और जम्मू कश्मीर में विधानसभा चुनाव कराने को लेकर मोदी सरकार पर हमला किया था.
यह भी पढ़ें : Prayagraj: आचार्य प्रमोद कृष्णम बोले- प्रियंका गांधी हो सकती हैं पीएम पद का चेहरा
तारीख मिट नहीं सकती। आप कितना इसको किताबों से निकालेंगे? शाहजहां, अकबर, हुमायूं, जहांगीर को कैसे भूल जाएंगे? 800 साल हुकुमत की (मुगलों ने) कभी किसी हिंदू, ईसाई, सिख को खतरा नहीं लगा। लाल किला, हुमायूं का मकबरा को कैसे छुपाएंगे? यह (केंद्र सरकार) अपने पैर पर खुद कुल्हाड़ी मार रहे… pic.twitter.com/zZ0HoRQMRe
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 8, 2023
आपको बता दें कि NCERT ने सिर्फ इतिहास की किताब से मुगलों के चैप्टर को नहीं हटाया है, बल्कि 12वीं कक्षा की राजनीतिक विज्ञान की किताब से भी कुछ अंश हटाए गए हैं. इससे पहले पिछले वर्ष एनसीईआरटी ने मुगल दरबार, आपातकाल, शीत युद्ध, गुजरात दंगे, नक्सल आंदोलन के कुछ हिस्सों को हटाया था. इस बदलाव को लेकर एनसीईआरटी ने कहा कि एक्सपर्ट कमिटी की सिफारिशों के बाद कोरोना वायरस के बाद विद्यार्थियों पर पढ़ाई का भार कम करने के लिए कुछ अंशों को किताबों से हटाया गया है.