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टेक स्टार्टअप को बढ़ावा देने के लिए मोदी सरकार की कोशिश ला रही रंग, इनोवेशन की दुनिया में आएगी क्रांति

स पहल के द्वारा स्टार्ट-अप्स को विशाल नेटवर्क तक पहुँच अनुभवी निवेशकों एवं उद्योग के विशेषज्ञों के साथ व्यक्तिगत मार्गदर्शन सत्रों के माध्यम से व्यक्तिपरक मार्गदर्शन प्रदान किया जाएगा.

Updated on: 14 Nov 2023, 10:58 PM

नई दिल्ली:

भारत में टेक स्टार्टअप्स की सहायता और उनकी सफलता में तेजी लाने के भारत सरकार तेजी से काम कर रही है. स्टार्टअप इंडिया के तहत सरकार सभी तरह के स्टार्टअप को सपोर्ट प्रोवाइड कर रही है. मोदी सरकार देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए काम कर रही है. हाल ही में इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) के सचिव एस. कृष्णन ने लीप अहेड शिखर सम्मलेन में लीप अहेड पहल का शुभारम्भ किया है. यह पहल सॉफ्टवेयर टेक्‍नोलॉजी पार्क ऑफ़ इंडिया (STPI) और इंडस एंटरपेन्‍योर (TIE) दिल्ली-एनसीआर का संयुक्त अभियान है. 

स्टार्टिंग फेज वाले स्टार्टअप को मिलेगा सपोर्ट

यह पहल उन टेक स्टार्टअप्स के लिए गेम-चेंजर साबित होगा जो व्यवसाय बढ़ाने के लिए स्टार्टिंग चरण में हैं, या नए भौगोलिक क्षेत्रों में विस्तार की योजना बना रहे हैं. वे 1 करोड़ रूपए तक के फंडिंग सपोर्ट और तीन महीने की व्यापक मेंटरशिप प्रोग्राम का लाभ प्राप्त कर सकते हैं. मेंटरशिप प्रोग्राम में सर्वांगीण शिक्षण अनुभव के लिए वर्चुअल और प्रत्यक्ष (व्यक्तिगत) सत्रों को शामिल किया गया है. इसके अलावा, इस पहल के द्वारा स्टार्ट-अप्स को विशाल नेटवर्क तक पहुँच अनुभवी निवेशकों एवं उद्योग के विशेषज्ञों के साथ व्यक्तिगत मार्गदर्शन सत्रों के माध्यम से व्यक्तिपरक मार्गदर्शन प्रदान किया जाएगा.

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टीयर-2/3 शहरों पर अधिक फोकस

इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के सचिव, श्री एस. कृष्णन ने कहा कि लीप अहेड पहल भारत में उद्यमियों के लिए उपलब्ध अवसरों और संभावनाओं पर ज़ोर देने के मामले में बेहद सामयिक है. आज भारत को अब बीपीओ गंतव्य के रूप में नहीं जाना जाता, यह एक वैश्विक क्षमता केंद्र और अनुसंधान एवं विकास (R&D) केंद्र में विकसित हो चुका है. भारत की पहचान डिजिटल सार्वजनिक इन्फ्रास्ट्रक्चर में लीडर के रूप में बन गई है और अब उद्यमियों द्वारा सफल उपक्रम खड़ा करने के लिए अनेक तरीकों से इसका प्रयोग किया जा सकता है. छोटे शहरों में युवाओं में कुछ करने और ज्यादा हासिल करने की उत्कंठा है. हमें उनके इस जूनून को आगे बढ़ाने की ज़रुरत है. हम चाहते हैं कि टीयर-2/3 शहरों की महिलायें और दूसरे लोग भी उद्यमी के रूप में आगे आए.

एसटीपीआई के साथ सहयोग के माध्यम से टीआईई दिल्ली-एनसीआर न केवल फण्ड बल्कि मार्गदर्शन और बाज़ार की सुलभता भी प्रदान कर रहा है. ये वे लोग हैं, जिन्होंने सफल कंपनियों का निर्माण किया है और अपनी गलतियों से सबक सीखा है. हम इन कंपनियों के विस्तार और वृद्धि में सहयोग करेंगे.