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विदेश मंत्रालय के हस्तक्षेप पर ताजिकिस्तान में फंसे झारखंड के 44 मजदूरों की वतन वापसी, धरती चूम कर जताया आभार

विदेश मंत्रालय के हस्तक्षेप पर ताजिकिस्तान में फंसे झारखंड के 44 मजदूरों की वतन वापसी, धरती चूम कर जताया आभार

Updated on: 26 Dec 2022, 10:55 PM

रांची:

भारत सरकार के विदेश मंत्रालय और भारतीय दूतावास के हस्तक्षेप से सेंट्रल एशियाई देश ताजिकिस्तान में फंसे झारखंड के 44 मजदूरों की सकुशल वापसी हो गई है। सोमवार को सभी 44 कामगार सोमोन एयरवेज की उड़ान से देश की राजधानी दिल्ली पहुंचे। देश की धरती चूमकर उन्होंने केंद्र और राज्य सरकारों के प्रति आभार जताया।

ये सभी लोग इसी साल अप्रैल में ताजिकिस्तान में ट्रांसमिशन लाइन निर्माण कार्य में मजदूरी करने गए थे। ये सभी लोग एक वर्ष की वकिर्ंग वीजा पर गए थे, लेकिन वे जिस कंपनी के अधीन काम कर रहे हैं, वहां उन्हें पिछले तीन-चार महीनों से मजदूरी नहीं दी जा रही थी। उनके पास खाना और पानी खरीदने तक को पैसे नहीं थे। उन्होंने सोशल मीडिया पर वीडियो पोस्ट कर वतन वापसी के लिए सरकार से हस्तक्षेप की गुहार लगाई थी।

केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री अन्नपूर्णा देवी, हजारीबाग के सांसद जयंत सिन्हा और झारखंड सरकार ने भारत सरकार के विदेश मंत्रालय से इस मामले में हस्तक्षेप का आग्रह किया था। बगोदर के सीपीआई एमएल के विधायक विनोद सिंह ने झारखंड विधानसभा में भी यह मामला उठाया। इसके बाद इन मजदूरों की वापसी के लिए सरकारी स्तर पर प्रयास हुआ। भारतीय दूतावास की पहल पर कल्पतरू नामक कंपनी की ओर से इन सभी की दो महीने की बकाया मजदूरी का भुगतान कराया गया। इन सभी की वापसी के लिए टिकट की भी व्यवस्था कराई गई।

ये सभी मजदूर हजारीबाग, गिरिडीह और बोकारो जिले के रहने वाले हैं। इने छह महीने पहले हजारीबाग के खरना गांव निवासी पचंम महतो के माध्यम से उन्हें ट्रांसमिशन लाइन के काम में मजदूरी के लिए ताजिकिस्तान ले जाया गया था। कुछ माह तक उन्हें वेतन दिया गया। लेकिन पिछले चार माह से यह कहकर वेतन बंद कर दिया गया कि कंपनी के पास अब मजदूरों को देने के लिए पैसे नहीं है। वेतन मांगने पर कंपनी के प्रतिनिधियों द्वारा बुरा व्यवहार तक किया जा रहा था।

सोमवार को इनकी वापसी के बाद इनके परिजनों में भी खुशी की लहर है। जो लोग वापस आए हैं, उनमें गिरिडीह जिले के बगोदर प्रखंड के संतोष महतो, तेजो महतो, दशरथ महतो, नुनूचंद महतो, गणेश महतो, नंदू महतो, गिरि महतो, सोहन महतो, वीरेन्द्र कुमार, नकुल महतो शामिल हैं। इसी तरह हजारीबाग और बोकारो के तिलेश्वर महतो, प्रदीप गंजू, रामेशवर महतो, महावीर महतो, रीतलाल महतो, गोवर्धन महतो, मीतलाल महतो, जगदीश महतो, वासुदेव महतो, बालेशवर महतो, प्रेमचंद महतो, ब्रहमदेव महतो, अशोक सिंह, अयोध्या महतो, टेकलाल महतो, वीरु सिंह, तालो महतो, कृष्णा कुमार मंडल, दिलीप महतो, विनय महतो, मनोज कुमार महतो, लालदेव महतो, रोहित सिंह समेत अन्य शामिल हैं।

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