कर्मचारियों की तनख्वाह ना मिलने की MCD ने बताई ये वजह

कर्मचारियों की तनख्वाह ना मिलने पर हालात बिगड़ गए हैं. इसको लेकर MCD ने फंड ना होने की बात कही है.

author-image
Pradeep Singh
New Update
f  1

municipal school teacher( Photo Credit : News Nation)

पिछले क‌ई सालों से आप ये सुनते आए हैं कि जब भी MCD से कर्मचारियों की तनख्वाह ना मिलने, स्कूल और पार्कों की खबर स्थिति पर पूछते थे तो वो फंड ना होने की बात करते थे. आज मैं एक सूचना देना चाहता हूं कि जो भाजपा फंड का रोना रोती है उनके मेयर ने अपनी सुख, सुविधाओं के लिए पिछले 5 साल में 270 करोड़ खर्च किए, यानि उनकी गाड़ी कौनसी होगी, सुख, सुविधा के साधन क्या होंगे.

Advertisment

मैं दिल्ली के सफाई कर्मचारियों से कहना चाहता हूं कि आपको तनख्वाह देने में तो इनकी हालत खराब हो जाती है लेकिन इनके मेयर अपनी सुख सुविधाओं पर 270 करोड़ खर्च करते हैं. शिक्षकों, डॉक्टरों, मालियों, लाइब्रेरियन और जिन लोगों को भी तनख्वाह नहीं मिल रही है.ये नैतिक भ्रष्टाचार है, एक लाल बहादुर शास्त्री जी थी जो घर में भी खेती कर देश को फायदा पहुंचाने की बात करते थे, और इन लोगों ने खुदपर खर्च किया, ये चाहते तो एक रुपया भी ना लेते, ये नैतिक पतन है. मैं वोटर्स से कहना चाहता हूं कि इस बार जब आप वोट डालने जाएं तो इसका बदला लेना है.

ये भी पढ़ें-जगदीप धनखड़ ने प. बंगाल के राज्यपाल पद से दिया इस्तीफा, मणिपुर के राज्यपाल को अतिरिक्त प्रभार

MCD चुनाव पर सुप्रीम कोर्ट जाने को लेकर

चुनाव एक फंडामेंटल राइट है, दिल्ली के लोग चुनाव ना‌ होने से नाराज़ हैं, बारिश में पानी भर गया है, कूड़े का अंबार लगे हैं. दिल्ली की जनता चाहती है कि चुनाव हो और AAP की सरकार बने, लेकिन भाजपा ने चोर दरवाजे से चुनाव टाला, हम इसको लेकर कोर्ट गए हैं और जल्द चुनाव की मांग कर रहे हैं.दिल्ली प्रदेश एमसीडी उद्यान विभाग कर्मचारी यूनियन के महामंत्री अरुण शर्मा ने हाल ही में बताया था कि पिछले 6 महीनों से उद्यान विभाग में कार्यरत चौधरी की तनख्वाह नहीं मिल रही है. साथ ही मात्र 14,15 हजार रुपये में MTSपर काम कर रहे हैं. मालियों को भी पिछले 5 महीने से तनख्वाह नहीं दी गई है और हद तो तब हो गई जब अधिकारियों द्वारा सैंक्शन न दिए जाने के चलते अब तक 11 लोगों की तनख्वाह रोकी गई है.

HIGHLIGHTS

  • कर्मचारियों की तनख्वाह ना मिलने पर हालात बिगड़ गए हैं.
  • ये नैतिक भ्रष्टाचार है, एक लाल बहादुर शास्त्री जी थी जो घर में भी खेती कर देश को फायदा पहुंचाने की बात करते थे.
  • चुनाव एक फंडामेंटल राइट है, दिल्ली के लोग चुनाव ना‌ होने से नाराज़ हैं.
highcourt MCD Delhi Highcourt corruption in MCD
      
Advertisment