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पीएम मोदी ने 2G, CWG घोटाले को गिनाते हुए कहा, मनमोहन के 'संगठित लूट' का संदर्भ UPA के लिए होना चाहिए

नोटबंदी के खिलाफ हमलावर कांग्रेस को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आड़े हाथों लिया है।

Updated on: 29 Dec 2016, 11:28 PM

highlights

  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नोटबंदी पर पूर्व पीएम मनमोहन सिंह के बयान की आलोचना की
  • 'संगठित लूट का जो संदर्भ दिया है, वह शायद उनके कार्यकाल में घोटालों के संदर्भ में था'
  • मनमोहन सिंह ने राज्यसभा में नोटबंदी को संगठित लूट का मामला कहा था

नई दिल्ली:

नोटबंदी के खिलाफ हमलावर कांग्रेस को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आड़े हाथों लिया है। उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने नोटबंदी पर संसद में अपने भाषण में 'संगठित लूट' का जो संदर्भ दिया था, वह उनकी ही सरकार के संदर्भ में किया जाना चाहिए।

पीएम मोदी ने इंडिया टुडे को दिए एक इंटरव्यू में कहा, 'जहां तक मनमोहन सिंह जी की बात है, तो यह बेहद दिलचस्प है कि एक नेता जिन्होंने लगभग 45 वर्षों तक देश की अर्थव्यवस्था को राह दी, उनके मुंह से यह बात निकली है कि यह 'लंबे समय तक याद रहने वाली कुव्यवस्था' है।'

उन्होंने कहा, 'अपने भाषण में उन्होंने संगठित लूट का जो संदर्भ दिया है, वह शायद उनके कार्यकाल में घोटालों की कड़ी के संदर्भ में था। कोयला घोटाला से 2जी और कॉमनवेल्थ घोटाला। वहीं, नोटबंदी भ्रष्टाचारियों द्वारा की जा रही लूट को जब्त करने के लिए एक अप्रत्याशित कदम है।'

राज्यसभा में नोटबंदी के मुद्दे पर एक चर्चा में हिस्सा लेते हुए मनमोहन सिंह ने नोटबंदी को 'हमेशा याद रहने वाली नाकामयाबी', संगठित लूट का मामला तथा कानूनी गलती करार दिया था।

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नोटबंदी पर राज्यसभा में शुरू हुई चर्चा हंगामे के कारण पूरी नहीं हो सकी और शीतकालीन सत्र पूरी तरह हंगामे की भेंट चढ़ गया। मोदी ने बीते 8 नवंबर को 500 रुपये तथा 1,000 रुपये को अमान्य घोषित कर दिया था।

नोटंबदी के बाद अलग-अलग फैसलों के लिए जारी होने वाली सरकार की विविध अधिसूचनाओं का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बचाव किया है। उन्होंने गुरुवार को कहा कि खराब कार्यान्वयन के उलट यह तो बदलती परिस्थितियों के हिसाब से सरकार की त्वरित प्रतिक्रिया का सबूत है।

मोदी ने कहा, 'नीति और रणनीति के बीच के अंतर को समझा जाना चाहिए। इन्हें एक ही खांचे में नहीं फिट करना चाहिए। नोटबंदी का फैसला हमारी नीति है और यह बिलकुल स्पष्ट, अटल और निर्णयात्मक है।'

उन्होंने कहा, 'लेकिन, हमारी रणनीति को अलग होना चाहिए। इसे पुरानी कहावत तू डाल डाल तो मैं पात पात के अनुरूप होना चाहिए। हमें अपने दुश्मन से दो कदम आगे रहना चाहिए। जब समस्या सामने आई तो हमने तुरंत कार्रवाई की और जरूरी कदम उठाए।'

सरकार ने 8 नवंबर को 500 और 1000 रुपये के नोट अमान्य घोषित किए थे। इसके बाद से सरकार ने नियमों में बदलाव के लिए 61 अधिसूचनाएं जारी कीं।

मोदी ने कहा कि यह बदलते हालात के हिसाब से त्वरित प्रतिक्रिया की सरकार की दक्षता को दर्शाता है।

उन्होंने कहा, 'मैं जानता हूं कि कई लोग ऐसे हैं जो इसे ही पसंद करते कि हम एक दिशानिर्देश जारी कर दें और उन्हें उसी पर किसी भी हालत में चलते रहने की इजाजत दें। लेकिन, मुझे आश्वस्त करने दीजिए, ऐसा कुछ भी नहीं होने जा रहा है।'

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