Monsoon Session 2023 : मणिपुर पर अमित शाह के बयान पर कांग्रेस ने उठाए सवाल तो BJP ने किया पलटवार, जानें किसने क्या कहा?
Monsoon Session 2023 : केंद्रीय गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह ने लोकसभा में मणिपुर पर बड़ा बयान दिया है, जिस पर कांग्रेस ने हमला बोला है. इस मामले को लेकर भाजपा और कांग्रेस के नेताओं के बीच जुबानी जंग जारी है.
नई दिल्ली:
Monsoon Session 2023 : संसद के मानसून सत्र में मणिपुर हिंसा पर चर्चा को लेकर सरकार और विपक्ष आमने सामने आ गए हैं. दोनों एक दूसरे पर चर्चा से भागने का आरोप लगा रहे हैं. इस बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को लोकसभा में बोलते हुए कहा कि हम मणिपुर पर बहस के लिए तैयार हैं, लेकिन विपक्ष इस मुद्दे पर भाग रहा है. अमित शाह के इस बयान पर कांग्रेस ने सवाल उठाए हैं तो भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने पलटवार किया है.
कांग्रेस सांसद रणदीप सूरजेवाला ने कहा कि प्रधानमंत्री देश का, स्वतंत्रता सेनानियों और इंडिया और भारत का अपमान कर रहे हैं. प्रधानमंत्री को अमेरिका की संसद में जाकर बात करने का समय है, लेकिन देश की संसद में आकर, मणिपुर शब्द बोलने से नफरत है. प्रधानमंत्री देश के संविधान और संसद से इतनी नफरत क्यों करते हैं?.
प्रधानमंत्री देश का, स्वतंत्रता सेनानियों और इंडिया और भारत का अपमान कर रहे हैं। PM को अमेरिका की संसद में जाकर बात करने का समय है लेकिन देश की संसद में आकर, मणिपुर शब्द बोलने से नफरत है। प्रधानमंत्री देश के संविधान और संसद से इतनी नफरत क्यों करते हैं?: कांग्रेस सांसद रणदीप… pic.twitter.com/hQdleVxGwJ
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 25, 2023
केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद पटेल ने कहा कि गृह मंत्री ने आज कह दिया है कि हम मणिपुर पर जितनी विपक्ष चाहे उतनी लंबी चर्चा के लिए तैयार हैं. अगर विपक्ष को बहाने नहीं बनाने हैं तो उन्हें सीधे आकर चर्चा करनी चाहिए. जहां तक I.N.D.I.A की बात है तो इतिहास गवाह है कि वे जितना चाहे छल कर लें सच्चाई जनता जानती है.
#WATCH आज गृह मंत्री ने कह दिया है कि हम मणिपुर पर जितनी विपक्ष चाहे उतनी लंबी चर्चा के लिए तैयार हैं। अगर विपक्ष को बहाने नहीं बनाने हैं तो उन्हें सीधे आकर चर्चा करनी चाहिए। जहां तक I.N.D.I.A की बात है तो इतिहास गवाह है कि वे जितना चाहे छल कर लें सच्चाई जनता जानती है: केंद्रीय… pic.twitter.com/HB0jkzDOHJ
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 25, 2023
केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि सरकार के पास छुपाने के लिए कुछ नहीं है, हम मणिपुर के मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार हैं. यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि विपक्ष चर्चा की मांग कर खुद इससे भाग रहा है क्योंकि वे जानते हैं कि जो ऊंगली वे सरकार की तरफ उठाने वाले हैं उसके अलावा उस हाथ की शेष ऊंगलियां उनकी तरफ उठने वाली है.
#WATCH सरकार के पास छुपाने के लिए कुछ नहीं है, हम मणिपुर के मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार हैं। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि विपक्ष चर्चा की मांग कर खुद इससे भाग रहा है क्योंकि वे जानते हैं कि जो ऊंगली वे सरकार की तरफ उठाने वाले हैं उसके अलावा उस हाथ की शेष ऊंगलियां उनकी तरफ उठने वाली… pic.twitter.com/MoXKtC9Y6q
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 25, 2023
केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी ने कहा कि विपक्ष का गैर जिम्मेदाराना व्यवहार सबके सामने है. एक तरफ वे देश को यह कह कर गुमराह कर रहे हैं कि वे मणिपुर के मुद्दे पर चर्चा चाहते हैं, लेकिन इस संवेदनशील मुद्दे पर वे संवेदनशीलता नहीं दिखा रहे हैं. विपक्ष का व्यवहार इस बात पर मुहर लगा रहा है कि ये लोग देश की महिलाओं, जनजातीय समुदाय, गरीबों के प्रति संवेदनहीन हैं.
#WATCH विपक्ष का गैर जिम्मेदाराना व्यवहार सबके सामने है। एक तरफ वे देश को यह कह कर गुमराह कर रहे हैं कि वे मणिपुर के मुद्दे पर चर्चा चाहते हैं लेकिन इस संवेदनशील मुद्दे पर वे संवेदनशीलता नहीं दिखा रहे हैं...विपक्ष का व्यवहार इस बात पर मुहर लगा रहा है कि ये लोग देश की महिलाओं,… pic.twitter.com/x1PS5cXpkJ
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क़ानून-व्यवस्था की ज़िम्मेदारी गृह मंत्री की होती है। गृह मंत्री ने खुद कहा है कि विपक्ष जितनी चाहे उतनी चर्चा करें, लेकिन मणिपुर के मुद्दे का निदान निकलना चाहिए। अगर प्रधानमंत्री को बोलना होगा तो वे अंत में बोलेंगे। प्रधानमंत्री ने देश के सामने अपनी बात रख दी है। उद्देश्य यह है… pic.twitter.com/FjAHfzQAra
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 25, 2023
यह भी पढ़ें :Monsoon Session 2023: अमित शाह का कांग्रेस नेताओं को पत्र- मणिपुर पर सरकार चर्चा को तैयार, लेकिन विपक्ष क्यों...
भाजपा सांसद संजय जायसवाल ने कहा कि कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी गृह मंत्री की होती है. गृह मंत्री ने खुद कहा है कि विपक्ष जितनी चाहे उतनी चर्चा करें, लेकिन मणिपुर के मुद्दे का निदान निकलना चाहिए. अगर प्रधानमंत्री को बोलना होगा तो वे अंत में बोलेंगे. प्रधानमंत्री ने देश के सामने अपनी बात रख दी है. उद्देश्य यह है कि चर्चा न हो उद्देश्य यह नहीं है कि मणिपुर के लिए सार्थक निदान निकले.
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