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अविश्वास प्रस्ताव खारिज कर डिप्टी स्पीकर ने बागियों को दिया नोटिस

गौरतलब है कि दो दिन पहले ही उद्धव ठाकरे की ओर से शिवसेना के 16 बागियों की सदस्यता रद्द करने की मांग की थी.

Updated on: 25 Jun 2022, 04:02 PM

highlights

  • डिप्टी स्पीकर ने एकनाथ शिंदे गुट द्वारा पेश अविश्वास प्रस्ताव खारिज किया 
  • इसके बाद बागी विधायकों को नोटिस जारी कर 27 जून का समय दिया
  • सीएम उद्धव ने कहा कि कोई बालासाहेब का नाम इस्तेमाल नहीं कर सकता

मुंबई:

महाराष्ट्र की राजनीति में चल रही उठा-पटक में अब डिप्टी स्पीकर ने शिवसेना के 16 बागी विधायकों को नोटिस जारी कर दिया है. इनमें बागी गुट के नेता एकनाथ शिंदे का नाम भी शामिल है. इन सभी को सोमवार यानि 27 जून शाम साढ़े 5 बजे तक का वक्त दिया है. इसके पहले एकनाथ शिंदे गुट को डिप्टी स्पीकर ने बड़ा झटका देते हुए अपने खिलाफ पेश किए गए अविश्वास प्रस्ताव को ही खारिज कर दिया था. प्रस्ताव खारिज करने ते पीछे विधायकों के हस्ताक्षर असली नहीं होने का कारण बताया है. इस बीच शिवसेना की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में सीएम उद्धव ठाकरे ने कहा कि कोई भी बालासाहेब ठाकरे के नाम का इस्तेमाल नहीं कर सकता है. 

शिंदे गुट कर रहा अगले कदम पर विचार
डिप्टी स्पीकर द्वारा अविश्वास प्रस्ताव खारिज करने के बाद शिंदे गुट में नाराजगी है. आगे की रणनीति तय करने के लिए गुवाहाटी स्थित रेडिसन ब्लू होटल में शिंदे के साथ बागी विधायकों की बैठक हो रही है. हालांकि महाराष्ट्र के पूर्व महाधिवक्ता और संवैधानिक विशेषज्ञ श्रीहरि अणे ने बताया कि विधायकों की अयोग्यता कानूनी तर्क पर आधारित होगी. विधायकों की अयोग्यता पर फैसला करने से पहले डिप्टी स्पीकर को विद्रोही विधायकों और शिवसेना को सुनवाई देनी होगी. यदि संवैधानिक तंत्र की विफलता है, तो राज्यपाल हस्तक्षेप कर सकता है. गुवाहटी में शिंदे गुट अब इन्ही सब पहलुओं पर राय-मशविरा कर रहा है. गौरतलब है कि दो दिन पहले ही उद्धव ठाकरे की ओर से शिवसेना के 16 बागियों की सदस्यता रद्द करने की मांग की थी. 

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बालासाहेब का नाम कोई इस्तेमाल नहीं कर सकताः उद्धव
इस बीच महाराष्ट्र में सियासी संकट और बागी विधायक तानाजी सावंत के दफ्तर में हुई तोड़फोड़ के बीच पुणे पुलिस ने अलर्ट जारी कर दिया है. सभी पुलिस स्टेशन से शिवसेना नेताओं के दफ्तरों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है. वहीं, मुंबई पुलिस ने भी शहर में सभी शिवसेना नेताओं के दफ्तर की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अलर्ट जारी किया है. इस बीच सेना भवन में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुलाई है. इस बैठक में उद्धव ठाकरे ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि मैं बागी विधायकों के मामलों में दखल नहीं दूंगा. वे अपना फैसला खुद ले सकते हैं, लेकिन कोई भी बालासाहेब ठाकरे के नाम का इस्तेमाल नहीं कर सकता है. हालांकि, शिवसेना कार्यकर्ताओं ने पार्टी के बागी विधायकों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया.