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60 दिनों में 14वीं बार दिल्ली में फिर कांपी धऱती, रिक्टर पैमाने पर 2.1 तीव्रता का हल्का भूकंप

12 अप्रैल से 29 मई तक दिल्ली-एनसीआर में 14 भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं. आईआीटी के वैज्ञानिक भी चेतावनी दे चुके हैं कि दिल्ली-एनसीआर में बड़े भूकंप का खतरा मंडरा रहा है.

Updated on: 08 Jun 2020, 02:34 PM

highlights

  • बीते दो माह में दिल्ली-एनसीआर को लगे भूकंप के 14 झटके.
  • सोमवार को फिर आया 2.1 तीव्रता का झटका, केंद्र गुरुग्राम.
  • विशेषज्ञ दे चुके हैं दिल्ली में बड़े भूकंप की चेतावनी.

नई दिल्ली:

दिल्ली (Delhi) में सोमवार को फिर भूकंप (Earthquake) का झटका महसूस किया गया. सोमवार दोपहर 2.1 तीव्रता का भूकंप आया जिसका केंद्र हरियाणा के गुरुग्राम से 13 किमी दूर बताया जा रहा है. ये झटके काफी हल्के थे और रिक्टर स्केल पर इनकी तीव्रता 2.1 मापी गई. भूकंप की निगरानी करने वाली देश की सर्वोच्च संस्था द नेशनल सेंटर ऑफ सीसमोलॉजी (The National Center of Seismology) ने बताया है कि 12 अप्रैल से 29 मई तक दिल्ली-एनसीआर में 14 भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं. आईआीटी के वैज्ञानिक भी चेतावनी दे चुके हैं कि दिल्ली-एनसीआर में बड़े भूकंप का खतरा मंडरा रहा है. उनके मुताबिक आने वाले दिनों में दिल्ली में बड़ी तीव्रता का भूकंप आ सकता है. गौरतलब है कि दिल्ली-एनसीआर का इलाका सैस्मिक जोन-4 में आता है और यही वजह है कि उत्तर-भारत के इस क्षेत्र में सैस्मिक गतिविधियां तेज रहती हैं.

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गुरुग्राम में था भूकंप का केंद्र
शुरुआती जानकारी के मुताबिक, भूकंप का केंद्र दिल्‍ली से सटे गुरुग्राम के पश्चिम में जमीन से 18 किलोमीटर गहराई में था. दोपहर 1 बजे दिल्‍ली-एनसीआर में झटके महसूस किए गए. इससे पहले आए झटकों का केंद्र कभी दिल्‍ली, कभी फरीदाबाद, रोहतक रहा है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सैस्मिक जोन-4 में आने वाले भारत के सभी बड़े शहरों की तुलना में दिल्ली में भूकंप की आशंका ज्यादा है. दिल्ली हिमालय के पास है, जो भारत और यूरेशिया जैसी टेक्टॉनिक प्लेटों के मिलने से बना था और इसे धरती के भीतर की प्लेटों में होने वाली हलचल का खामियाजा भुगतना पड़ सकता है. भूकंप के लिहाज से, भारत को चार अलग-अलग जोन में बांचा गया है. हाई इन्‍टेंसिटी जोन 5 से लो इन्‍टेंसिटी जोन 2 तक. दिल्ली-एनसीआर जोन 4 में आता है, जिसे 'गंभीर' माना जाता है.

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वैज्ञानिक दे रहे बड़े भूकंप की चेतावनी
इइंडियन इं‍स्‍टीट्यूट ऑफ टेक्‍नोलॉजी (IIT) के अलग-अलग एक्‍सपर्ट्स दिल्‍ली-एनसीआर में बड़ा भूकंप आने की चेतावनी दे चुके हैं. जानकार मानते हैं कि हल्‍के झटकों को चेतावनी की तरह देखा जाना चाहिए. IIT धनबाद के डिपार्टमेंट्स ऑफ अप्‍लाइड जियोफिजिक्‍स और सीस्‍मोलॉजी के मुताबिक, दिल्‍ली और एनसीआर में हाई इन्‍टेंसिटी का भूकंप आ सकता है. IIT कानपुर के विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि दिल्ली-हरिद्वार रिज में खिंचाव के कारण आए दिन धरती हिल रही है. इस वजह से झटकों का दौर जारी रहेगा. नेशनल सेंटर ऑफ सीस्‍मोलॉजी (NCS) के पूर्व हेड एके शुक्ला कहते हैं कि छोटे भूंकप को चेतावनी के रूप में जरूर देखा जा सकता है.