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पीएम मोदी ने कहा म्यांमार के नागरिकों को भारत में मिलेगा मुफ्त वीजा

ब्रिक्स सम्मेलन में शिरकत करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी म्यांमार पहुंचे हैं। यहां उनकी मुलाकात म्यांमार स्टेट काउंसलर आंग सान सू की से हुई है।

Updated on: 06 Sep 2017, 12:12 PM

highlights

  • म्यांमार दौरे पर पीएम मोदी की आंग सान सू की से हुई मुलाकात
  • दोनों नेताओं के बीच कई मुद्दों पर चर्चा होनी की संभावना 
  • रोहिंग्या मुस्लिमों के प्रवास का भी उठ सकता है मुद्दा 

 

नई दिल्ली:

ब्रिक्स सम्मेलन में शिरकत करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी म्यांमार पहुंचे हैं। यहां उनकी मुलाकात म्यांमार स्टेट काउंसलर आंग सान सू की से हुई। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट कर कहा, 'एक महत्वपूर्ण मित्र। पीएम मोदी स्टेट काउंसलर आंग सान सू के साथ।'

दोनों नेताओं के बीच कई मुद्दों पर बातचीत होने की संभावना है। गौरतलतब है कि प्रधानमंत्री की म्यांमार यात्रा के राखीय राज्य में रोहिंग्या मुसलमानों के साथ जातीय हिंसा में बढ़ोतरी के बीच हुई है।

Live Update

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इससे पहले मंगलवार को एमनेस्टी इंटरनेशनल ने पीएम मोदी से रोहिंग्या मुसलमानों को सुरक्षा देने की मांग की थी। ये मांग तब की गई है जब पीएम मोदी मंगलवार को ही 2 दिन की म्यानमार यात्रा पर हैं।

मोदी के म्यांमार दौरे के बीच ही इस मुद्दे पर ध्यान देने की मांगे ज़ोर पकड़ने लगी है। एमनेस्टी संगठन ने पीएम मोदी से म्यांमार के नेतृत्व पर हिंसा प्रभावित रखाइन प्रांत के रोहिंग्या को सहायता पहुंचाने के लिए दबाव बनाने की मांग की है। 

एमनेस्टी इंटरनेशनल एक अंतर्राष्ट्रीय संस्था है जो मानवाधिकार, मानवीय मूल्यों और मानवीय स्वतंत्रता को बचाने एवं भेदभाव मिटाने के लिए कार्य करती है।

एमनेस्टी की यह मांग केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू के उस बयान के बाद आया है जिसमें उन्होंने भारत में आने वाले रोहिंग्या को अवैध प्रवासी बताते हुए प्रत्यर्प‍ित करने की बात कही थी।
किरण रिजिजू ने मंगलवार को बयान दिया था, 'रोहिंग्या अवैध प्रवासी हैं और उनको उनके मुल्क भेजा जाएगा।'

उन्होंने कहा था, 'भारत ने दुनिया में सबसे ज्यादा शरणार्थियों को जगह दी है। इसलिए कोई भारत को न सिखाए कि शरणार्थियों से किस तरह निपटा जाए।' इस बीच दुनिया भर की निगाहें मोदी की म्यांमार की यात्रा पर लगी हुई है। 

एमनेस्टी ने पीएम मोदी से रोहिंग्या मुसलमानों की रक्षा की मांग की