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Video: कानपुर रेल हादसे में 122 लोगों के मारे जाने की पुष्टि, 111 घायल

उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले के पुखरायां रेलवे स्टेशन के पास हुए रेल हादसे में अब तक 122 से अधिक लोगों के मारे जाने की पुष्टि हो चुकी है।

Updated on: 21 Nov 2016, 07:31 AM

नई दिल्ली:

उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले के पुखरायां रेलवे स्टेशन के पास हुए रेल हादसे में यात्रियों और घायल लोगों के लेकर राहत ट्रेन सुबह पटना पहुंची। घायलों की जांच के लिये स्टेशन पर डॉक्टर्स की टीम पहले ही मौजूद थी।

इस हादसे में मारे गए 122 लोगों में से अभी तक 53 लोगों की शिनाख्त कर ली गई है। जिसमें से 12 महिलाएं चार पुरुष और एक बच्चा शामिल है। हादसे में 111 लोग घायल हुए हैं।

रविवार देर रात इंदौर-पटना एक्स्प्रेस के 14 डिब्बे पटरी से उतर गए। हादसे के कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है। रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं। देर शाम रेल मंत्री भी घटनास्थल का जायजा लेने कानपुर पहुंचे।

उत्तर प्रदेश पुलिस, एनडीआरएफ और रेलवे कर्मचारी के संयुक्त अभियान में पूरे दिन चले राहत और बचाव कार्य में घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया वहीं डिब्बों में फंसे लोगों को बाहर निकाला गया। हालांकि रेलवे के मुताबिक, 'अभी तक 99 लोगों के मारे जाने की ही पुष्टि हुई है।'

सक्सेना ने बताया कि राहत और बचाव कार्य लगभग खत्म हो चुका है और अब घटनास्थल पर कोई यात्री मौजूद नहीं है। हालांकि उत्तर प्रदेश के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर दलजीत चौधरी ने कहा कि हादसे में 100 से अधिक लोग मारे गए हैं।

मुआवजे की घोषणा

हादसे के तत्काल बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मारे गए लोगों के परिजनों को 5 लाख रूपये के मुआवजे का ऐलान किया। मुख्यमंत्री ने हादसे में घायल लोगों को 50 हजार रूपये जबकि मामूली रुप से घायल लोगों को 25 रुपये दिए जाने की घोषणा की है।

प्रधानमंत्री मोदी ने कानपुर रेल हादसे में मारे गए लोगों के लिए शोक जाहिर करते हुए उनके परिजनों को प्रधानमंत्री राहत कोष से 2 लाख रुपये की मदद राशि देने का ऐलान किया। वहीं घायलों को 50 हजार रुपये दिए जाने की घोषणा की गई है।

मोदी ने कहा कि उन्होंने रेल मंत्री सुरेश प्रभु से हालात का जायजा लिया है और लोगों की राहत और बचाव के लिए निर्देश दिए है। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री भी घटनास्थल का दौरा करने पहुंचे। चौहान ने हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों को 2 लाख रूपये जबकि घायलों को 50 हजार रुपये देने की घोषणा की है।

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विपक्ष ने मांगा इस्तीफा

रेल हादसे के बाद विपक्षी दलों ने सरकार को जिम्मेदार बताते हुए रेल मंत्री के इस्तीफे की मांग की है। रेल मंत्री के इस्तीफे को लेकर एक सवाल का जवाब देते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा, 'हमारी प्राथमिकता फिलहाल लोगों को बचाने की है। इस मामले में राजनीति बाद में की जा सकती है।'

वहीं मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने कहा, 'यह दुर्भाग्यपू्र्ण है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रेल मंत्री इस हादसे की जिम्मेदारी लेने की बजाए बुलेट ट्रेन को लेकर ज्यादा चिंतिंत हैं।'

हालांकि कानपुर से बीजेपी के सांसद मुरली मनोहर जोशी ने कहा कि इस पूरे मामले की जांच कराए जाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि रेल मंत्रालय को यह जांच करनी चाहिए थी कि पटरी टूटी थी या फिर यह केंद्र सरकार को बदनाम करने की सोची समझी साजिश थी।

रविवार को ही आगरा में परिवर्तन रैली के दौरान मोदी ने प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना की शुरूआत की। मोदी ने रेल हादसे पर दुख जताते हुए कहा कि घटना की जांच कराई जाएगी और किसी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा।

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