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उद्धव ठाकरे बोले- मेरी खामोशी को कमजोरी न समझें, कई दिनों से संयम बरता...

सुशांत सिंह राजपूत आत्महत्या और कंगना रनौत पर बीएमसी की कार्रवाई जैसे मामलों के बीच महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे महाराष्ट्र के लोगों को संबोधित कर रहे हैं. उन्होंने कोरोना वायरस की बढ़ती स्थिति को लेकर लोगों को सतर्क करने की सलाह दी.

Updated on: 13 Sep 2020, 01:27 PM

मुंबई:

सुशांत सिंह राजपूत आत्महत्या और कंगना रनौत पर बीएमसी की कार्रवाई जैसे मामलों के बीच महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे महाराष्ट्र के लोगों को संबोधित कर रहे हैं. उन्होंने कोरोना वायरस की बढ़ती स्थिति को लेकर लोगों को सतर्क करने की सलाह दी. उन्होंने कहा कि अब कोरोना के बाद स्थिति पटरी पर लौट रही है. कोशिश है कि जीवन की गाड़ी फिर  पटरी पर लौट आए. कोरोना का संकट खत्म नहीं हुआ है बढ़ता जा रहा है. दुनिया भर में कोरोना की दूसरी वेव जारी दिखाई दे रही है. ग्रामीण इलाकों में भी फैलने लगा है. 

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'विवादों पर अलग से बात करूंगा'
उद्धव ठाकरे ने कहा कि फिलहाल राजनीतिक बात नहीं करूंगा. लेकिन महाराष्ट्र को बदनाम करने की जो कोशिश की जा रही है उस पर बात जरूर करूंगा. मेरी खामोशी को मेरी कमजोरी न समझें. जिन मुद्दों को लेकर विवाद पैदा हो रहे हैं उन पर अलग से बात करूंगा. उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं है कि महाराष्ट्र में सबकुछ गलत ही हो रहा है. मुझ पर आरोप लगे कि मैं घर से बाहर नहीं निकल रहा हूं लेकिन हर काम को समय पर वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए किया जा रहा है.

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जीवन को पटरी पर लाने की कोशिश
उन्होंने कहा कि कोरोना से पूरी दुनिया कराह रही है. उन्होंने कहा कि मास्क ही कोरोना से बचाव का सबसे जरूरी उपाय है. दिसंबर के अंत तक वैक्सीन आने की उम्मीद है. इससे पहले लोगों को कोरोना की गाइडलाइन का पूरी तरह पालन करना होगा. उन्होंने कहा कि मास्क हमारी ब्लैक बैल्ट है. उन्होंने कहा कि हमारी प्राथमिकता है कि ऑक्सीजन की राज्य में कमी न रहे. अस्पतालों में इस संंबंध में विशेष इंतजाम किए जा रहे हैं.