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जानिए अभी कहां और कितना भयंकर रूप लेने वाला है चक्रवाती तूफान 'तौकते'

लक्षद्वीप द्वीप समूह और अरब सागर के ऊपर एक कम दबाव का क्षेत्र बनने के बाद आए एक शक्तिशाली चक्रवाती तूफान 'तौकते' ने केरल और कर्नाटक में दस्तक दे दी है.

Updated on: 16 May 2021, 07:03 AM

नई दिल्ली:

लक्षद्वीप द्वीप समूह और अरब सागर के ऊपर एक कम दबाव का क्षेत्र बनने के बाद आए एक शक्तिशाली चक्रवाती तूफान 'तौकते' ने केरल और कर्नाटक में दस्तक दे दी है. चक्रवाती तूफान से केरल में तटीय क्षेत्रों को भारी नुकसान पहुंचा है. जबकि कर्नाटक के दक्षिण कन्नड़ जिले में भारी बारिश हुई है, जहां लगभग 75 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल रही हैं. लेकिन चक्रवाती तूफान 'तौकते' अभी और भयंकर रूप लेने वाला है. चक्रवात के अगले तीन दिनों में गुजरात, महाराष्ट्र और केरल के तटों से टकराने की संभावना है. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी के अनुसार, चक्रवाती तूफान 'तौकते' के अगले 6 घंटों में तीव्र होकर गंभीर तूफान में बदलने और उसके बाद अगले 12 घंटों में अति गंभीर होने की संभावना है. जबकि 18 मई की दोपहर/ शाम में इसके उत्तर-उत्तर-पश्चिम दिशा में बढ़ने और पोरबंदर तथा नालिया के बीच गुजरात तट पार करने की संभावना है. इसको लेकर मौसम विभाग ने चेतावनी भी जारी की है.

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यहां भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी

लक्षद्वीप द्वीपसमूह: आज कुछ स्थानों पर भारी वर्षा की संभावना.  

केरल: आज कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा  और 17 मई को कुछ जगहों पर भारी वर्षा को सकती है.

कर्नाटक (तटीय और निकटवर्ती घाट जिले): आज कुछ स्थानों पर भारी से काफी भारी वर्षा की संभावना.

कोंकण और गोवा: आज कोंकण तथा गोवा और पड़ोसी घाट क्षेत्रों में भारी से बहुत भारी वर्षा की संभावना, 17 मई को उत्तर कोंकण के कुछ स्थानों पर भारी वर्षा.

गुजरात: सौराष्ट्र के तटीय जिलों में आज दोपहर से अनेक स्थानों पर हल्की से सामान्य वर्षा, 17 मई को सौराष्ट्र और कच्छ के अनेक स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा तथा कुछ स्थानों (जूनागढ़ तथा गिर सोमनाथ जिलों में) कुछ स्थानों पर अत्यधिक भारी वर्षा, 18 मई को सौराष्ट्र तथा कच्छ के कुछ स्थानों पर तथा कुछ स्थानों (पोरबंदर, देवभूमि द्वारका,जामनगर और कच्छ जिलों में) अत्यधिक भारी (20 सेंटीमीटर) वर्षा.

पश्चिम राजस्थान: 18 तथा 19 मई को अनेक स्थानों पर हल्की से सामान्य वर्षा तथा कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा.

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हवा की चेतावनी

  • मालदीव क्षेत्र और भूमध्यरेखीय हिंद महासागर में हवा की रफ्तार 45-55 किमी प्रति घंटे से तेज होकर 65 किमी प्रति घंटे होने की संभावना है.
  • आज सुबह से पूर्व मध्य अरब सागर में हवा की रफ्तार 120-130 किलो मीटर प्रति घंटे से तेज होकर 145 किलो मीटर प्रति घंटे हो सकती है.
  • 15 मई को केरल तट के आसपास और उससे दूर हवा की गति 50-60 किलो मीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज होकर 70 किलो मीटर प्रति घंटे हो गई है.
  • 15 मई को कर्नाटक तट के पास और उससे दूर, दक्षिण महाराष्ट्र और गोवा के तटों पर हवा की गति 50-60 किलो मीटर प्रति घंटे से तेज होकर 70 किलो मीटर प्रति घंटे रही. आज महाराष्ट्र- गोवा तटों के पास और उससे दूर हवा की रफ्तार 60-70 किलो मीटर प्रति घंटे से तेज होकर 80 किलोमीटर प्रति घंटे होने की संभावना है.
  • 17 मई की सुबह उत्तर पूर्व अरब सागर तथा दक्षिण गुजरात तथा दमन और दीव तटों के पास और उससे दूर हवा की रफ्तार 40-50 किलो मीटर से तेज होकर 60 किलो मीटर प्रति घंटे हो सकती है.
  • 18 मई की सुबह से उत्तर पूर्व अरब सागर तथा सौराष्ट्र तथा कच्छ तटों (देवभूमि द्वारका तथा पोरबंदर) में हवा की गति धीरे-धीरे 150-160 से 175 किलो मीटर प्रति घंटे और गुजरात के कच्छ, पोरबंदर, जूनागढ़, जामनगर जिलों में 18 मई की दोपहर/शाम से अगले 6 घंटों के लिए हवा की रफ्तार 120-150 से तेज होकर 165 किलो मीटर प्रति घंटे हो सकती है.

समुद्र की स्थिति

  • दक्षिण-पूर्वी अरब सागर और निकटवर्ती लक्षद्वीप-मालदीव क्षेत्र तथा एवं भूमध्यरेखीय हिन्द महासागर में समुद्र की स्थिति अशांत से बहुत अशांत रही.
  • कल पूर्व मध्य अरब सागर में समुद्र में ऊंची से बहुत ऊंची लहर उठीं. आज ऊंची से असाधारण लहर उठेगी, 17 और 18 मई को उत्तरपूर्व अरब सागर में समुद्र की स्थिति असाधारण होगी.
  • 15 मई को कोमोरिन क्षेत्र तथा निकटवर्ती केरल तट और उससे दूर समुद्र की स्थिति विषम से अधिक विषम रही. 15 मई को पूर्व मध्य अरब सागर तथा कर्नाटक तट और उससे दूर समुद्र की स्थिति अशांत से अधिक अशांत और 15-16 मई को महाराष्ट्र गोवा तटों पर स्थिति विषम से बहुत विषम होगी.
  • समुद्र की स्थिति 17 मई को सुबह से उत्तरपूर्व अरब सागर तथा दक्षिण गुजरात तट के पास और उससे दूर अशांत से बहुत अशांत होगी और 18 मई की सुबह से समुद्र की स्थिति असाधारण होगी.

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ज्वार-भाटा की चेतावनी

मोरबी, कच्छ, देवभूमि द्वारका तथा जामनगर जिलों के निचले तटीय इलाकेखगोलीय ज्वार भाटा से 2-3 मीटर ज्वार के कारण जलमग्न होंगे और पोरबंदर, जूनागढ़, गिर सोमनाथ , अमरेली, भावनगर के पास 1-2 मीटर का ज्वार उठेगा तथा गुजरात के शेष तटीय जिलों में 0.5 से 1 मीटर ऊंचा ज्वार उठेगा.

मझुआरों को चेतावनी

  • पूर्वमध्य तथा निकटवर्ती दक्षिणपूर्व अरब सागर और केरल-कर्नाटक-गोवा-महाराष्ट्र के तटों के पास और उससे दूर मछली पकड़ने का काम पूरी तरह स्थगित रहेगा.
  • 17 मई से उत्तरपूर्व अरब सागर तथा गुजरात तट के पास और उससे दूर मछली पकड़ने का काम पूरी तरह स्थगित रहेगा.
  • मछुआरों को 18 मई तक उत्तरपूर्व अरब सागर, लक्षद्वीप -मालदीव क्षेत्र ,उत्तरमध्य अरब सागर और महाराष्ट्र-गोवा तटों के पास और उससे दूर, पूर्वमध्य तथा निकटवर्ती उत्तरपूर्व अरब सागर और  गुजरात तट तथा उससे दूर  समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी जाती है.
  • जो लोग उत्तर अरब सागर में गए हैं उन्हें तटों पर लौटने की सलाह दी जाती है.

भारतीय वायुसेना चक्रवात से निपटने को तैयार

भारतीय वायुसेना ने चक्रवात तौकते से निपटने की तैयारी के मद्देनज़र प्रायद्वीपीय भारत में 16 परिवहन विमान और 18 हेलीकॉप्टरों को कार्यवाही हेतु तैयारी में रखा है, इस चक्रवात के कारण अगले कुछ दिन में भारत के पश्चिमी तट पर भारी से बेहद भारी वर्षा होने की संभावना है. एक आईएल-76 विमान 127 कर्मियों और 11 टन माल लेकर भटिंडा से जामनगर पहुंचा है. एक सी-130 विमान ने भटिंडा से राजकोट 25 कर्मियों और 12.3 टन माल को पहुंचाया है. दो सी-130 विमानों ने भुवनेश्वर से जामनगर 126 कर्मियों और 14 टन कार्गो को पहुंचाया है. इसके अतिरिक्त वायु सेना के कोविड राहत कार्यों को आने वाले कुछ दिन के लिए इन तटीय क्षेत्रों में केंद्रित किया गया है, क्योंकि खराब मौसम के बाद हवाई संचालन के प्रभावित होने की संभावना है. चक्रवात राहत कार्य कोविड राहत के लिए पहले से चल रही कार्यवाही के अतिरिक्त है.