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दीपक मिश्रा ने ली देश के 45वें मुख्य न्यायधीश पद शपथ, जानिए उनसे जुड़े ऐतिहासिक फैसले

जज दीपक मिश्रा आज देश के 45वें चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया के पद की शपथ ली।

Updated on: 28 Aug 2017, 09:20 AM

ऩई दिल्ली:

जज दीपक मिश्रा आज देश के 45वें चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया के पद की शपथ लेंगे। जज मिश्रा 14 महीने तक इस पद पर रहेंगे, क्योंकि दो अक्टूबर, 2018 को वह सेवानिवृत्त हो जाएंगे।

तीन अक्टूबर, 1953 को जन्मे न्यायमूर्ति मिश्रा ने 14 फरवरी, 1977 को न्याय व्यवस्था में बतौर वकील प्रवेश किया और उन्होंने ओडिशा उच्च न्यायालय एवं सेवा न्यायाधिकरण में संवैधानिक, नागरिक, आपराधिक, राजस्व, सेवा एवं बिक्री कर मामलों के विशेषज्ञ वकील के तौर पर अपनी सेवाएं दीं।

उनसे जुड़ी खास बातें और ऐतिहासिक फैसले

  • जस्टिस दीपक मिश्रा के नाम 192 शब्दों का एक वाक्य बोलने का ज्यूडिशियल हिस्ट्री में रिकॉर्ड है। यह वाक्य उन्होंने प्रियंका श्रीवास्तव बनाम उत्तर प्रदेश सरकार के एक मामले में अपना फैसला सुनाते समय बोला था। इस फैसले की लाइनें खास थीं, इसमें शेक्सपियर और प्राचीन ग्रंथों के उदाहरण थे।
  • अगस्त 2015 में जस्टिस दीपक मिश्रा की अगुआई वाली बेंच ने गूगल, याहू और माइक्रोसॉफ्ट से लिंग परीक्षण से संबंधित विज्ञापनों को बैन करने को कहा गया था।
  • 2015 में जस्टिस दीपक मिश्रा की अगुवाई वाली बेंच ने मुंबई ब्लास्ट के दोषी याकूब मेमन को फांसी की सजा सुनाई थी। इस मामले की सुनवाई के लिए आजादी के बाद ऐसा पहली बार रात के 1 बजे कोर्ट खुली थी। दोनों पक्षों की दलील के बाद याकूब की अर्जी खारिज की गई थी और फिर तड़के उसे फांसी दी गई थी।
  • मई 2016 में जस्टिस मिश्रा ने केंद्र की दलीलों को ठुकराते हुए उत्तराखंड विधानसभा में फ्लोर टेस्ट करवाया। हरीश रावत सरकार को दोबारा बहाल किया।
  • मई 2016 में जस्टिस मिश्रा ने ऐतिहासिक फैसला सुनाते हुए पूरे देश के सिनेमा घरों में फिल्म शुरू होने से पहले राष्ट्रगान चलाए जाने का आदेश दिया था और इस दौरान सिनेमा हॉल में मौजूद लोगों को राष्ट्रगान के सम्मान में खड़ा होना भी अनिवार्य कहा गया।
  • 2017 में जस्टिस दीपक मिश्रा, आर बानुमति और अशोक भूषण की पीठ ने निर्भया बलात्कार कांड के दोषियों की फांसी की सजा को बरकरार रखा था। अपने एक ऐतिहासिक फैसले में पुलिस से कहा था कि वह एफआईआऱ दर्ज करने के 24 घंटे बाद उसे वेबसाइट पर अपलो़ड करें।

जस्टिस दीपक मिश्रा की अगुवाई में स्पेशल बेंच बनी है जो अयोध्या मामले की सुनवाई करे। इसके अलावा बीसीसीआई रिफार्म, सहारा सेबी मामला भी जस्टिस मिश्रा की बेंच सुन रही है।

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