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जेएनयू में पढ़ रही छात्रा ने पास किया यूपीएससी एग्जाम, बनेंगी आईएएस अफसर

जेएनयू में पढ़ रही छात्रा ने पास किया यूपीएससी एग्जाम, बनेंगी आईएएस अफसर

Updated on: 31 May 2022, 11:20 PM

नई दिल्ली:

जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय की एक छात्रा जिसने शिक्षक बनने का ख्वाब सजाया था, लेकिन अब एक आईएएस अधिकारी बनने जा रही है। जैसमिन नामक 26 वर्षीय यह छात्रा जेएनयू से पीएचडी कर रही है। अपनी पढ़ाई के साथ ही जैसमिन ने यूपीएससी जैसी महत्वपूर्ण परीक्षा न केवल पास की बल्कि देश भर में 36वां स्थान भी हासिल किया है। खास बात यह है कि जैसमिन ने यूपीएससी की तैयारी के लिए कोई कोचिंग नहीं ली।

जैसमिन का कहना है कि उनको शिक्षक बनने की प्रेरणा अपने माता पिता से मिली। जैसमिन ने बताया कि उनके माता व पिता दोनों ही दिल्ली के सरकारी स्कूलों में शिक्षक हैं। जैसमिन कहा कि वह भी अपने माता पिता की तरह शिक्षक बनना चाहती थी इसके लिए उन्होंने बकायदा तैयारी भी की थी। जैसमिन ने पीजीटी परीक्षा में टॉप किया था। जैसमिन के मुताबिक इस दौरान उन्होंने कभी सोचा भी नहीं था कि वे एक आईएएस अधिकारी बनेगी।

जैसमिन जेएनयू में पीएचडी अंतिम वर्ष की छात्रा है। इससे पहले उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से सोशलॉजी में ग्रेजुएशन और जेएनयू से सोशियोलॉजी में ही पोस्ट ग्रेजुएशन की है। जैसमिन को पीएचडी के लिए जेआरएफ भी मिली हुई है।

गौरतलब है कि 30 मई को सिविल सर्विसेस 2021 के लिए संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) का रिजल्ट जारी किया गया है। यूपीएससी की इस परीक्षा में श्रुति शर्मा ने टॉप किया है। श्रुति शर्मा ने जामिया मिलिया इस्लामिया स्थित आरसीए में इस परीक्षा की तैयारी की है। वहीं इस महत्वपूर्ण परीक्षा में अंकिता अग्रवाल नामक उम्मीदवार ने आल इंडिया सेकेंड रैक हासिल की है। तीसरा स्थान गामिनी सिंगला को मिला है। इस साल शीर्ष तीन पदों पर लड़कियों ने बाजी मारी है। यूपीएससी का यह परिणाम की आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध करा दिया गया है।

यूपीएससी परीक्षा में चौथा स्थान ऐश्वर्य वर्मा और पांचवा स्थान उत्कर्ष द्विवेदी को प्राप्त हुआ है। यूपीएससी टॉपर श्रुति ने दिल्ली विश्वविद्यालय सेंट स्टीफंस कॉलेज और जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय से पढ़ाई की है।

²ष्टिबाधित सम्यक जैन ने यूपीएससी 2021 की परीक्षा में 7वां रैंक हासिल किया है। सम्यक का कहना है कि सिविल सर्विसेज एक ऐसा माध्यम है जिसके जरिए जरूरतमंद लोगों की काफी मदद की जा सकती है इसलिए उन्होंने सिविल सर्विसेस को चुना है। सम्यक की स्कूली शिक्षा मुंबई से हुई है और उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन की है।

यूपीएससी के लिए सम्यक ने अंतरराष्ट्रीय संबंध व राजनीति शास्त्र जैसे विषय चुने। सम्यक अन्य लोगों को प्रेरणा देते हुए कहते हैं कि न देख सकने वाले व्यक्तियों को निराश होने की कतई आवश्यकता नहीं है। आवश्यकता बस मेहतन करने की है। जो छात्र देख नहीं सकते उनके लिए भी सभी प्रकार की पुस्तकें उपलब्ध है। यह पुस्तकें ऑनलाइन भी उपलब्ध है। यहां ऑनलाइन माध्यमों पर तो यह पुस्तकें बकायदा निशुल्क है।

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.