जयपुर के पूर्व शाही परिवार का 15000 करोड़ रुपये का संपत्ति विवाद सुलझा
जयपुर के पूर्व शाही परिवार का 15000 करोड़ रुपये का संपत्ति विवाद सुलझा
जयपुर:
जयपुर के पूर्व शाही परिवार के करीब ढाई दशक से चल रहे 15000 करोड़ रुपये के संपत्ति विवाद को सुप्रीम कोर्ट की मध्यस्थता से सुलझा लिया गया है।इस संपत्ति विवाद के निपटारे में दिवंगत महारानी गायत्री देवी के पोते को जयमहल होटल पर मालिकाना हक दिया गया है। इस समझौते में सुप्रीम कोर्ट ने रामबाग पैलेस के विवाद को भी सुलझा लिया है।
इस फैसले के साथ ही हजारों करोड़ रुपये की संपत्ति को लेकर चल रहा विवाद खत्म हो गया है। अब पूर्व शाही परिवार में संपत्ति विवाद के कारण उत्पन्न मनमुटाव भी दूर होने की उम्मीद है।
विवाद लगभग 24 साल पहले 1997 में जगत सिंह की मृत्यु के बाद शुरू हुआ था। पूर्व महाराजा मान सिंह ने महारानी गायत्री देवी के इकलौते पुत्र जगत सिंह को अपनी संपत्ति सौंप दी थी, लेकिन जगत सिंह की मौत के बाद यह मामला करीब 24 साल तक अदालतों में चला।
जगत सिंह की शादी थाईलैंड के शाही परिवार की प्रियानंदना से हुई थी। हालांकि प्रियानंदना के साथ उनकी शादी ज्यादा समय तक नहीं चल पाई। जगत सिंह और प्रियानंदना के अलग होने के बाद उनके बच्चे देवराज और ललिता प्रियानंदना के साथ थाईलैंड में रहने लगे।
प्रियानंदना ने अदालत का रुख किया था, क्योंकि थाईलैंड में रहने के दौरान जयमहल पैलेस पृथ्वीराज सिंह के बेटे विजित सिंह ने ले लिया था, जो महाराज मानसिंह की दूसरी पत्नी के बेटे थे।
इसके बाद प्रियानंदना ने इस संपत्ति में अपने बच्चों का हक दिलाने के लिए कोर्ट का दरवाजा खटखटाया।
अब सुप्रीम कोर्ट के सेवानिवृत्त न्यायाधीश न्यायमूर्ति कुरियन जोसेफ की मध्यस्थता से समझौता हुआ है। समझौते के अनुसार, जयपुर शाही परिवार के पूर्व महाराज मान सिंह और पूर्व महारानी गायत्री देवी के पोते देवराज और पोती ललिता दिवंगत जगत सिंह के उत्तराधिकारी हैं।
समझौते के अनुसार, जयमहल पैलेस जो अब जयपुर शहर के मध्य में स्थित एक पांच सितारा होटल है, उसका पूरा अधिकार देवराज और ललिता को सौंप दिया गया है। जयमहल पैलेस से विजित सिंह का नियंत्रण पूरी तरह से हटा दिया गया है।
रामबाग पैलेस होटल के शेयर अधिकार महाराजा मान सिंह के पुत्र जय सिंह और पृथ्वीराज के पुत्र विजित सिंह को सौंप दिए गए हैं। इस सर्वोच्च समझौते में देवराज सिंह और ललिता को रामबाग पैलेस के हिस्से से मुआवजा देने का उल्लेख भी किया गया है।
दोनों होटल इस समय टाटा समूह के अधीन हैं।
अधिकारियों ने पुष्टि की, दोनों संस्थाओं ने निर्णय स्वीकार कर लिया है।
डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.
Don't Miss
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
धर्म-कर्म
-
Pramanand Ji Maharaj: प्रेमानंद जी महाराज के इन विचारों से जीवन में आएगा बदलाव, मिलेगी कामयाबी
-
Shri Premanand ji Maharaj: मृत्यु से ठीक पहले इंसान के साथ क्या होता है? जानें प्रेमानंद जी महाराज से
-
Maa Laxmi Shubh Sanket: अगर आपको मिलते हैं ये 6 संकेत तो समझें मां लक्ष्मी का होने वाला है आगमन
-
May 2024 Vrat Tyohar List: मई में कब है अक्षय तृतीया और एकादशी? यहां देखें सभी व्रत-त्योहारों की पूरी लिस्ट