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ISRO Gaganyaan Mission: गगनयान की टेस्ट फ्लाइट में खामी पर बोले ISRO चीफ, बताई ये वजह 

ISRO Gaganyaan Mission: इसरो चीफ ने बताया कि ग्राउंड कंप्यूटर द्वारा गैर-अनुरूपता का पता पड़ने पर आरं​भिक समय में लिफ्ट को रोका गया था. इसकी उन्होंने तुरंत पहचान करके जल्द ठीक कर लिया.

Updated on: 21 Oct 2023, 03:34 PM

नई दिल्ली:

ISRO Gaganyaan Mission: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के महत्वकांक्षी गगनयान मिशन (Gaganyaan Mission) को लेकर मानव रहित टेस्ट फ्लाइट को सफलता से लॉन्च कर दिया गया है. इस लॉन्चिंग में थोड़ी देरी हुई.  यह सुबह 8 बजे होने वाली थी, मगर तकनीकी खामी के कारण टालना पड़ गया. इसके बाद 10 बजे इसका सफल प्रक्षेपण हुआ. इसरो ने ऐलान किया कि टीवी-डी1 मिशन पूरी तरह से सफल रहा. वैज्ञानिकों ने बताया कि पेलोड के बाद ये समुद्र में सुरक्षित तरीके से गिर गया.  इस मिशन के सफल होने के बाद इसरो प्रमुख एस सोमनाथ ने मिशन में शुरुआती खामी को लेकर जानकारी दी. उन्होंने बताया 'ग्राउंड कंप्यूटर द्वारा गैर-अनुरूपता पता पड़ने पर शुरुआती समय में लिफ्ट को रोका गया था. इसकी उन्होंने तुरंत पहचान करके जल्द ठीक कर लिया.’

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इसरो चीफ के अनुसार, इस मिशन का लक्ष्य क्रू एस्केप सिस्टम का परीक्षण करना था. उन्होंने कहा, चालक दल के अलग होने की प्रक्रिया से पहले यह यान आवाज की गति से ज्यादा ऊपर चला गया. सोमनाथ ने जानकारी दी कि बचाव प्रणाली चालक दल के मॉड्यूल को वाहन से दूर लेकर गई और समुद्र में टच-डाउन समेत सभी ऑपरेशन बहुत बेहतर तरह से पूरे करे गए. उन्होंने बताया कि ‘समुद्र से क्रू मॉड्यूल की बरामदगी के बाद हम ज्यादा डेटा और विश्लेषण के साथ लौटेंगे.’

सभी प्रणालियों ने बेहतर प्रदर्शन किया

वहीं इस मिशन के निदेशक एस शिवकुमार के अनुसार, टेस्ट फ्लाइट की लॉन्चिंग के वक्त सभी प्रणालियों ने बेहतर प्रदर्शन किया. उन्होंने कहा, ‘यह पहले कभी न किए किसी प्रयास की तरह है. ये एक साथ  तीन प्रयोगों के गुलदस्ते की तरह है. अब हमने सभी तीन प्रणालियों की विशेषताओं को देख ​लिया है. ये तीन प्रणालियां हैं परीक्षण वाहन, चालक दल का एस्केप सिस्टम, क्रू मॉड्यूल. हमने पहले प्रयास को  पूरी तरह से प्रदर्शित किया है.’