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Gaganyaan Mission: जानिए क्या है गगनयान मिशन? जिससे स्पेस में इंसानों को भेजेगा इसरो

Mission Gaganyaan: इसरो ने आज गगनयान मिशन की टेस्ट फ्लाइट को सफलतापूर्वक लॉन्च कर धरती पर सुरक्षित लैंड भी करा लिया. इस मिशन का ये पहला टेस्ट था. अभी इसरो कई और भी टेस्ट करेगा. उसके बाद ही इस मिशन को इंसानों के साथ लॉन्च किया जाएगा.

Updated on: 21 Oct 2023, 03:14 PM

highlights

  • पहले टेस्ट लॉन्चिंग में सफल हुआ गगनयान
  • गगनयान मिशन से अंतरिक्ष में इंसानों को भेजेगा इसरो
  • कई चरणों में पूरी की जाएगी गगनयान की टेस्टिंग

 

New Delhi:

Mission Gaganyaan: भारतीय स्पेस एजेंसी इसरो इस साल अंतरिक्ष के क्षेत्र में एक के बाद एक कामयाबी हासिल कर रही है. चंद्रयान-3 की सफलता के बाद सूर्य मिशन आदित्य एल1 की लॉन्चिंग और अब गगनयान मिशन की सफल सटेस्ट लॉन्चिंग से इंसान को अंतरिक्ष में भेजने का पहला चरण पूरा कर लिया. इसरो ने शनिवार को गगनयान मिशन की पहे टेस्ट फ्लाइट की सफलतापूर्वक लॉन्चिंग की. हालांकि, इसरो को ये सफलता दूसरे प्रयास में मिला. पहले प्रयास में इसको टेस्ट उड़ान को लॉन्च नहीं कर पाया और पांच सेकंड पहले ही मिशन को रोकना पड़ा लेकिन कुछ देर बाद ही इसरो ने सफल लॉन्चिंग कर इतिहास रच दिया. भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के अध्यक्ष एस सोमनाथ ने गगनयान मिशन की टेस्ट लॉन्च के बाद कहा, "मुझे टीवी-डी1 की सफल उपलब्धि की घोषणा करते हुए बेहद खुशी हो रही है."

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इतना आएगा गगनयान मिशन पर खर्च

बताया जा रहा है कि इसरो के गगनयान मिशन पर करीब 90 बिलियन रुपये यानी नौ हजार करोड़ रुपये का खर्च आएगा. इस मिशन का आखिरी चरण इंसान को अंतरिक्ष में भेजना है. यही नहीं इस मिशन में इसरो एक साथ एक ही अंतरिक्ष यान में तीन इंसानों बैठाकर अंतरिक्ष में भेजेगा. ऐसा माना जा रहा है कि ये मिशन 2025 तक लॉन्च किया जा सकता है. बता दें कि गगनयान मिशन का उद्देश्य इंसानों को 400 किमी ऊपर पृथ्वी की निचली कक्षा में भेजना है.

तीन लोगों को एक साथ अंतरिक्ष में भेजेगा इसरो

इसके साथ ही मिशन को लॉन्च करने के तीन बाद अंतरिक्ष यात्रियों को धरती पर बुला लिया जाएगा. हालांकि ये सबकुछ इतना आसान नहीं होगा. इसीलिए इसरो इसे कई स्तरों पर जांचने के बाद मिशन को लॉन्च करना चाहता है. क्योंकि इसरो का ये ह्यूमन मिशन होगा. जिसमें किसी की जान को जोखिम में नहीं डाला जा सकता. इसीलिए इसरो पहले गगनयान मिशन को कई चरणों टेस्ट करेगा. जिसके लिए गगनयान की टेस्ट लॉन्चिंग की जाएगी. जिसमें इसरो ये सुनिश्चित करना चाहता है कि इंसानों को अंतरिक्ष में लेकर जाने वाला कैप्सूल सुरक्षित रूप से धरती पर वापस कैसे लौटता है.

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गगनयान के कितने टेस्ट करेगा इसरो

भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी इसरो गगनयान मिशन को पांच स्तर पर प्लान कर रही है जिसमें चार बार एजेंसी टेस्टिंग फेज में काम करेगी. जिसमें सबसे पहले कई ड्रॉप टेस्ट किए जाएंगे. साथ ही यह सुनिश्चित किया जाएगा कि कैप्सूल के हवा से जमीन पर गिरने से कोई नुकसान होगा या नहीं. इसके बाद टेस्ट व्हीकल मिशन का प्लान किया गया. शनिवार को लॉन्च किया गया टेस्ट मिशन भी इसी का हिस्सा था. इसके साथ ही इसरो पैड अबोर्ट टेस्ट और मानवरहित उड़ान को भी अंतरिक्ष में भेजेगा. इन टेस्ट फ्लाइट की सफलता के बाद ही इसरो आखिरी चरण में इंसानों को एल वी मार्क III रॉकेट से अंतरिक्ष में भेजेगा. इसके साथ ही अंतरिक्षयान में सर्विस और कमांड मॉड्यूल बनाए जाएंगे जो मिशन के दौरान अलग-अलग जरूरतों को पूरी करेंगे. फिलहाल इसरो मिशन के लिए अंतरिक्ष यात्रियों को ट्रेनिंग दे रहा है.