क्या भारत के साथ युद्ध की तैयारी में जुटा है चीन ? जानिए पूरा मामला

चीन लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल यानी LAC पर एक बार फिर से चीनी सैनिकों की हरकत से युद्ध की सुगबुगाहट देखी जा रही है. इस बीच एलएसी पर चीन अपनी सैनिकों की तादाद बढ़ा रहा है.

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Vijay Shankar
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PLA ( Photo Credit : File Photo)

चीन लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल यानी LAC पर एक बार फिर से चीनी सैनिकों की हरकत से युद्ध की सुगबुगाहट देखी जा रही है. इस बीच एलएसी पर चीन अपनी सैनिकों की तादाद बढ़ा रहा है. यहां तक कि चीन अपनी रणनीति के तहत सीमा से सटे क्षेत्रों में हथियारों का जखीरा भी जुटा रहा है. हालांकि भारत भी पूरी तैयारी के साथ सीमा पर डटा हुआ है. चीन की हरकतों पर भारत की पैनी नजर है. देश की सुरक्षा के लिए भारत ने भी ऊंचाई वाले इलाकों में के-9 वज्र होवित्जर तोप तैनात कर दिए हैं.

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गलवान घाटी में हुई हिंसक झड़प के बाद चीन फिलहाल पूरी आक्रामक दिखाई दे रहा है. भारत को युद्ध की ओर धकेलने और उकसाने वाली हरकतों के लिए चीन पूरी तरह कोशिश कर रहा है. विस्तारवादी सोच के लिए विख्यात चीन इसके लिए वह एलएसी में बदलाव की पूरी कोशिश कर रहा है, लेकिन भारत अपनी क्षेत्र की सुरक्षा के लिए पूरी तरह तैयार है. भारत के विदेश मंत्रालय ने भी स्पष्ट रूप से चीन को चेतावनी दी है और कहा है कि LAC पर सेना की जो भी तैनाती की गई है वो चीन की तैयारियों के जवाब में है. चीन की तरफ से यदि कोई भी हरकत होती है तो भारत को पूरा हक है कि वो इसका माकूल जवाब दे. भारत लगातार इस बात जोर देता रहा है कि चीन लद्दाख में पहले से अनसुलझे मुद्दों को बातचीत के जरिए सुलझाए.

इसमें कोई संदेह नहीं है कि चीन की कथनी और करनी में हमेशा से अंतर रहा है. भारत के साथ लगातार कई दौर की वार्ता के बाद भी चीन अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है. चीन लगातार भारत के खिलाफ सीमा पर अपनी रणनीति बनाने में जुटा है. एलएसी पर वह निगरानी तंत्र को भी मजबूत कर रहा है. अब चीन ने नई रणनीति के तहत भारत को घेरने के लिए अब पाकिस्तान को भी शामिल कर लिया है. चीन ने अब सीधे रूप पाकिस्तानी सेना के अधिकारियों को सीमा के थिएटर कमांडर के मुख्‍यालय में तैनात किया है. इसका मतलब है कि बीजिंग और इस्‍लामाबाद के बीच खुफिया सूचनाओं को साझा करने के करार के बाद चीनी सेना ने यह कदम उठाया है. इसका मतलब साफ है कि क्या चीन अब पाकिस्तान की मदद से एक और युद्ध की तैयारियों में जुट गया है.

क्या कहते हैं प्रोफेसर हर्ष वी पंत
नई दिल्ली में आब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन के निदेशक व अध्ययन और सामरिक अध्ययन कार्यक्रम के प्रमुख प्रोफेसर हर्ष वी पंत कहते हैं कि वर्तमान में चीन भारत के साथ सैन्‍य संघर्ष में नहीं उलझना चाहता. इसमें कोई संदेह नहीं कि वर्तमान में भारत के साथ सीमा विवाद को लेकर चीन आए दिन कोई न कोई हरकतें कर रहा है, लेकिन यह किसी बड़ी जंग में बदलता नहीं दिख रहा है. वर्तमान में चीन कई अन्‍य समस्‍याओं में बुरी तरह से उलझा हुआ है. वहीं कोरोना महामारी के बाद से किसी देश के ऐसे हालात नहीं है कि वह किसी से युद्ध करे जबकि अमेरिका ने जिस तरह से चीन को उसके घर में ही घेरा है, उससे उसकी स्थिति बिल्कुल ठीक नहीं है. अमेरिका के लगातार दबाव से चीन लगातार बौखलाया हुआ है. 

चीन सीमा पर टैंक और फाइटर जेट्स की संख्या बढ़ा रहा
सूत्रों का कहना है कि चीनी सेना पूर्वी लद्दाख के गतिरोध वाले हिस्सों में सैनिकों की संख्या लगातार बढ़ा रही है. सीमा से सटे तिब्बत में टैंक और फाइटर जेट्स की तादात को बढ़ा रहा है. हालांकि भारत भी चीन को चुनौती देने के लिए पहले से ही अपनी संख्या बढ़ा चुका है. भारत के आर्मी चीफ ने भी माना है कि चीनी सेना ने फॉरवर्ड क्षेत्रों में बड़ी संख्या में सैनिकों की तैनाती की है, जो चिंता का विषय है. आर्मी चीफ मुकुंद नरवणे ने भी कहा है कि हम इस पर नजर बनाए हुए हैं और भारतीय सेना हर चुनौती का सामना करने लिए तैयार है.

वार्ता से पहले भारत पर दबाव बनाने की कोशिश
चीन किसी भी कीमत पर भारत को दबाव बनाने से पीछे नहीं हटता. एक तरफ चीन सैन्य वार्ता कर सभी समस्याएं सुलझाने का दावा करता है तो वहीं दूसरी ओर भारत में वार्ता से पहले दबाव बनाने की कोशिश करता है. फिलहाल भारतीय सेना भी हॉट स्प्रिंग्स क्षेत्र के समाधान के लिए चीनी सेना के साथ 13वें दौर की सैन्य वार्ता को लेकर आशान्वित है. हालांकि एकतरफ सीमा पर चीनी सैनिकों का जमावड़ा और दूसरी ओर दोनों देशों के बीच सैन्य वार्ता दोनों देशों के लिए उलझन जरूर पैदा करता है. फिलहाल चीन सीमा पर अपनी हरकतें जरूर तेज कर दी है ताकि भारत में दबाव जरूर बनाया जा सके.  

फूंक-फूंककर कदम रख रहा है भारत

सैन्य वार्ता को लेकर भारत बहुत फूंक-फूंक कर कदम रख रहा है. भारतीय सेना चीन के इरादों को बखूबी जानती है कि वह कभी भी अपना पैंतरा बदल सकती है. भारत को पहले से भी चीनी सेना पर भरोसा नहीं रहा है. हालांकि सैन्य वार्ता के जरिये कई समस्याओं का हल जरूर निकला है, लेकिन वर्तमान में चीन की हरकतों को देखकर भारत को कोई सकारात्मक उम्मीद नजर नहीं आ रहा है.

चीन को ताकत दिखाने के लिए तैयार है भारतीय सेना
हाल ही में आर्मी चीफ जनरल एमएम नरवणे ने पीएलए की ओर से की जा रही सैनिकों की तैनाती पर कहा कि चीनी सेना की तैनाती पर हम नजर बनाए हुए हैं. उन्होंने कहा कि भारतीय सेना किसी भी परिस्थिति का जवाब देने के लिए तैयार है. पूर्वी लद्दाख क्षेत्र में भारतीय सेना ने मजबूती के साथ आधुनिक हथियारों और सैनिकों की तैनाती की है और स्थिति अभी नियंत्रण में है. भारत ने चीन को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए पूर्वी लद्दाख में पहली बार ऊंचाई वाले इलाके में K9-वज्र तोपें भी तैनात की है. वहीं, भारत ने चीन से लगती पूर्वी सीमा पर करीब दो महीने पहले ही हथियारों से लैस राफेल विमानों की तैनाती कर दी थी. 

HIGHLIGHTS

  • एलएसी पर चीन बढ़ा रहा सैनिकों की संख्या
  • सीमा हथियारों का जखीरा भी जुटा रहा है
  • भारत भी ऊंचाई वाले इलाके में तैनात किए हथियार

 

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