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ईरान के सर्वोच्च धर्मगुरु खामेनेई ने हिंदी में शुरू किया ट्विटर अकाउंट, जानें क्यों

ईरान के सर्वोच्च धर्मगुरू आयातुल्लाह अली खामेनेई ने हिंदी और उर्दू समेत दुनियाभर की कई भाषाओं में अपने ट्विटर हैंडल शुरू किए. खामेनेई ने हिंदी में भी अकाउंट खोला. ऐसे में लोगों की जिज्ञासा है कि भला खामेनेई ने ऐसा क्यों किया.

Updated on: 10 Aug 2020, 05:27 AM

नई दिल्ली:

ईरान के सर्वोच्च धर्मगुरू आयातुल्लाह अली खामेनेई ने हिंदी और उर्दू समेत दुनियाभर की कई भाषाओं में अपने ट्विटर हैंडल शुरू किए. खामेनेई ने हिंदी में भी अकाउंट खोला. ऐसे में लोगों की जिज्ञासा है कि भला खामेनेई ने ऐसा क्यों किया.

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दरअसल खामेनेई की नजर भारत के शिया मुसलमानों पर है. ईरान खुद को दुनियाभर के शिया मुसलमानों का नेता मानता है. भारत में शिया मुस्लिमों की तादात 2.9 करोड़ से 3.9 करोड़ के करीब है. भारत से ज्यादा शिया सिर्फ ईरान और पाकिस्तान में ही हैं. ईरान के नजदीकी देस ईराक में भी उतने शिया मुसलमान नहीं रहते जितना भारत में हैं. माना जा रहा है कि हिंदी में टविटर अकाउंट खोलना भारतीय शियाओं को लुभाने वाला एक कदम है.

अल्लाह के नाम किया ट्वीट

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खामेनेई ने हिंदी अकाउंट से पहला ट्वीट अल्लाह को समर्पित किया. इससे यह देखने को मिला कि वो इस्लाम के जरिए भारतीय मुसलमानों के साथ जुड़ना चाहते हैं. उन्होंने ट्वीट किया 'अल्लाह के नाम से, जो अत्यन्त कृपाशील तथा दयावान है'. अपने दूसरे ट्वीट में खामेनेई ने पैगंबर मोहम्मद के संदेशों को लिखा.

अमेरिका से तनाव के बीच खोज रहा समर्थक

अमेरिका से तनाव के बीच ईरान दुनियाभर में अपने समर्थक बनाना चाहता है. इस लिए उसने अलग-अलग भाषाओं में ट्विटर अकाउंट बनाए हैं. ताकि जहां बी शिया हैं अगर वह ईरान का समर्थन करते हैं तो सरकारों पर भी इसे लेकर दबाव बनेगा. वर्तमान में भारत-अमेरिका के बीच बेहतर संबंध हैं, ऐसे में ईरान शिया आबादी के माध्यम से अपने हितों को पूरा कर सकता है.