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भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले 1.4 लाख के पार, एक मई की तुलना में चार गुना हुए

बुरी तरह प्रभावित महाराष्ट्र, गुजरात, तमिलनाडु और दिल्ली में लगातार संक्रमण के मामले सामने आ रहे हैं, वहीं बिहार, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, ओडिशा और झारखंड में भी रोगियों की संख्या दूसरे राज्यों से विशेष ट्रेनों से प्रवासियों की वापसी शुरू होने से प

Updated on: 26 May 2020, 12:53 AM

दिल्ली:

देश में सोमवार को लगातार चौथे दिन, एक दिन में कोरोनावायरस (Corona Virus) के सर्वाधिक मामले सामने आए और करीब 7,000 नये मामले सामने के बाद देश में संक्रमण के कुल मामले 1.4 लाख के पार चले गये. एक मई के बाद से मामलों की संख्या चार गुना हो गयी जिस दिन प्रवासी श्रमिकों को उनके घरों तक पहुंचाने के लिए विशेष ट्रेनें शुरू की गयी थीं. देश में कोविड -19 (COVID-19) संक्रमण से मृतक संख्या 4,000 के आंकड़े को पार कर गयी जिसमें एक मई की तुलना में तीन गुने से अधिक का इजाफा हुआ है. इस अवधि में इलाज करा रहे रोगियों की संख्या भी तीन गुनी से अधिक हो गयी है. उस समय से सही हो चुके कोविड-19 रोगियों की संख्या भी छह गुने से अधिक बढ़कर करीब 60,000 पर पहुंच गयी है.

बुरी तरह प्रभावित महाराष्ट्र, गुजरात, तमिलनाडु और दिल्ली में लगातार संक्रमण के मामले सामने आ रहे हैं, वहीं बिहार, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, ओडिशा और झारखंड में भी रोगियों की संख्या दूसरे राज्यों से विशेष ट्रेनों से प्रवासियों की वापसी शुरू होने से पहले दर्ज संख्या से दस गुना अधिक तक हो गयी है. नगालैंड में सोमवार को कोविड-19 के पहले तीन मामले सामने आए जहां चेन्नई से विशेष ट्रेन से लौटे दो पुरुषों और एक महिला में कोरोना वायरस संक्रमण का पता चला है. भारत में कोरोना वायरस संक्रमण का पहला मामला जनवरी के आखिर में सामने आया था, लेकिन नगालैंड तब से संक्रमण से मुक्त रहा है. सरकारी आंकड़ों के अनुसार रेलवे ने एक मई से चल रही श्रमिक विशेष रेलगाड़ियों से करीब 40 लाख प्रवासी श्रमिकों को उनके गंतव्यों तक पहुंचाया है.

प्रवासी मजदूरों के लिए 3,060 श्रमिक विशेष रेलगाड़ियां चलाई गईं
आधिकारिक आंकड़े के मुताबिक, इस दौरान 3,060 श्रमिक विशेष रेलगाड़ियां चलाई गईं. जिन पांच राज्यों, केंद्रशासित प्रदेशों से सर्वाधिक संख्या में रेलगाड़ियां चलीं उनमें गुजरात से 853, महाराष्ट्र से 550, पंजाब से 333, उत्तरप्रदेश से 221 और दिल्ली से 181 ट्रेनें चलीं. जिन पांच राज्यों में सर्वाधिक रेलगाड़ियां पहुंचीं उनमें उत्तरप्रदेश में 1245, बिहार में 846, झारखंड में 123, मध्यप्रदेश में 112 और ओडिशा में 73 रेलगाड़ियां पहुंची हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने अपने सुबह आठ बजे के अपडेट में कहा कि पिछले 24 घंटे में 6,977 नये मामले सामने के बाद देश में संक्रमण के कुल मामले 1,38,845 हो गए हैं जबकि मृतक संख्या 4,021 हो गई है. सोमवार सुबह आठ बजे तक पिछले 24 घंटे में 154 लोगों की मौत हुई. मंत्रालय ने बताया कि देश में 57,721 लोग अब तक स्वस्थ हुए हैं और एक मरीज विदेश चला गया है. हालांकि रात 9.30 बजे तक विभिन्न राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के आंकड़ों के संकलन से पीटीआई द्वारा तैयार तालिका के अनुसार देश में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 1,41,794 हो गयी है तथा मृतक संख्या 4,078 पहुंच गयी है.

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अभी तक 59689 लोग इस संक्रमण से उबर चुके हैं
तालिका के अनुसार अब तक 59,689 लोग इस संक्रमण से उबर चुके हैं, वहीं 78,000 से अधिक रोगियों का अभी इलाज चल रहा है. स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक मई को सुबह आठ बजे अपने अपडेट में देश में संक्रमित रोगियों की कुल संख्या करीब 35,000 बताई थी. उस दिन तक 1,150 लोगों की मृत्यु हो चुकी थी. उस तारीख में 8,900 लोग सही हो चुके थे और 25,000 से अधिक लोगों का इलाज चल रहा था. तब से अब तक संक्रमित रोगियों की संख्या चार गुना हो गयी है. मौत के मामले तीन गुना से अधिक बढ़ गये हैं और इलाज करा रहे रोगियों की संख्या में भी लगभग इतना ही इजाफा हुआ है. हालांकि सही हो चुके रोगियों की संख्या उस स्तर की तुलना में छह गुना से अधिक बढ़ गयी है. भारतीय रेलवे ने एक मई से ही प्रवासी श्रमिकों को उनके गंतव्यों तक पहुंचाने के लिए विशेष श्रमिक रेलगाड़ियां चलाना शुरू किया था.

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लॉकडाउन की वजह से चरमराई देश की आर्थिक व्यवस्था
लॉकडाउन के बीच अर्थव्यवस्था चरमरा गयी और लाखों मजदूर बेरोजगार हो गये. ऐसे हजारों लोग शहरों से पैदल ही अपने घरों की ओर निकल पड़े. कुछ ट्रकों पर लदकर तो कुछ अन्य वाहनों में चढ़कर गांवों की ओर जाने लगे. इस दौरान कई सड़क हादसे भी सामने आए और प्रवासी मजदूर इनमें मारे गये. महाराष्ट्र के औरंगाबाद में मालगाड़ी के नीचे कुचलने से कुछ प्रवासी श्रमिकों की मौत हो गयी थी जो पटरी पर सो रहे थे. देश में सबसे बुरी तरह प्रभावित महाराष्ट्र में 2,436 नये मामले आये हैं ओर सोमवार को संक्रमण से वहां 60 लोगों की मौत हो गयी. राज्य में संक्रमण के कुल मामले 52,667 तथा मौत के मामले 1,695 हो गये हैं. राज्य में कम से कम दो मंत्रियों के भी संक्रमित होने की खबर है. इसके अलावा कम से कम 18 पुलिसकर्मियों की संक्रमण के कारण जान चली गयी. दूसरा बुरी तरह प्रभावित राज्य गुजरात है जहां 405 नये मामले आने के साथ रोगियों की कुल संख्या 14,468 हो गयी है, वहीं 30 और रोगियों की मृत्यु के बाद मरने वालों का आंकड़ा 888 पर पहुंच गया है.

गुजरात से अबतक 12 लाख से अधिक प्रवासी अपने राज्यों में पहुंचे
गुजरात से अब तक 12 लाख से अधिक प्रवासी बाहर के राज्यों में जा चुके हैं. इनमें से अधिकतर बिहार, ओडिशा और झारखंड गये हैं. बिहार में 180 नये मामले सामने आये हैं और रोगियों की संख्या 2,574 हो गयी है. पिछले कुछ दिन में राज्य में बाहर से लौटे लोगों में से अधिक नये मामले सामने आये हैं. ओडिशा में सोमवार को 103 लोगों के कोरोना वायरस से संक्रमण की पुष्टि हुई जो राज्य में एक दिन में नये मरीजों की सबसे अधिक संख्या है. इसके साथ ही ओडिशा में कोरोना वायरस से कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 1,438 हो गई है. अधिकारी ने बताया कि राज्य का गंजम जिला, जहां पर दूसरे प्रदेशों से सबसे अधिक प्रवासी आए हैं, कोविड-19 के मामले में ओडिशा का शीर्ष जिला बना हुआ है. यहां पर अबतक 353 लोगों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है.

18 मई के बाद लॉकडाउन में मिली छूट के बाद बढ़े मामले
वहीं 240 मामलों के साथ जाजपुर दूसरे स्थान पर है. तमिलनाडु में 805 नये मामले आने के राज्य में कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 17,082 हो गई है. हरियाणा, पुडुचेरी, केरल, जम्मू्-कश्मीर, त्रिपुरा, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, मणिपुर, असम, हिमाचल प्रदेश, आंध्र प्रदेश, कनार्टक और राजस्थान में भी नये मामले सामने आए हैं. इस बीच, हिमाचल प्रदेश के कई इलाकों में लॉकडाउन की पाबंदियों को जून तक के लिए बढ़ा दिया गया है. 18 मई को लॉकडाउन के चौथे चरण में कई छूट दिए जाने के बाद से देश भर में कोरोना वायरस के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी हुई है.

देश में एक तिहाई से ज्यादा मामले 18 मई के बाद आए हैं
देश भर में करीब एक-तिहाई मामले 18 मई के बाद सामने आए हैं. राष्ट्रीय राजधानी में 635 नये मामले सामने आए हैं जिससे कुल संक्रमितों की संख्या 14,053 हो गई है. राष्ट्रीय राजधानी में अभी तक करीब 276 लोगों की मौत हो चुकी है. बहरहाल, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि लॉकडाउन में छूट दिए जाने के बावजूद दिल्ली में कोविड-19 की स्थिति नियंत्रण में है. देश भर में 25 मार्च से लॉकडाउन चल रहा है. शुरू में इसे 21 दिनों के लिए लागू किया गया लेकिन उसके बाद इसे तीन बार बढ़ाया गया है और वर्तमान में चौथे चरण का लॉकडाउन 31 मई तक जारी रहेगा.