अंततः चीन की सेना को कहना पड़ा शुक्रिया Indian Army, जानें क्या हुआ ऐसा

पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के एक सैनिक को पूर्वी लद्दाख के डेमचोक सेक्टर में पकड़ा गया था. वह एलएसी पर भटकता हुआ पाया गया था. ग्लोबल टाइम्स के मुताबिक इस सैनिक को वापस लौटा दिया गया.

पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के एक सैनिक को पूर्वी लद्दाख के डेमचोक सेक्टर में पकड़ा गया था. वह एलएसी पर भटकता हुआ पाया गया था. ग्लोबल टाइम्स के मुताबिक इस सैनिक को वापस लौटा दिया गया.

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Nihar Saxena
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PLA Indian Army

भारतीय सेना की दरियादिली से गदगद चीनी सेना.( Photo Credit : न्यूज नेशन)

अंततः भारतीय सेना (Indian Army) की दरियादिली का अहसास चीन की पिपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) को भी हो गया. वजह यह रही कि भारत-चीन सीमा पर मई से जारी तनाव के बीच भारतीय सेना ने विगत दिनों सीमा पार कर भारतीय क्षेत्र में आए चीनी जवान को सकुशल वापस लौटा दिया है. इस बारे में पीएलए ने एक बयान जारी कर अपने जवान को लौटाने का आग्रह भारतीय सेना से किया था. चीनी सेना का कहना है कि ये जवान कुछ चरवाहों को रास्ता बताने के चक्कर में खुद ही गलती से वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पार कर भारतीय सीमा में प्रवेश कर गया था. अपने जवान को वापस पाकर पीएलए ने भारतीय सेना का बकायदा शुक्रिया भी अदा किया.

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भारतीय सेना को पीएलए ने कहा शुक्रिया
गौरतलब है कि सोमवार को पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के एक सैनिक को पूर्वी लद्दाख के डेमचोक सेक्टर में पकड़ा गया था. वह एलएसी पर भटकता हुआ पाया गया था. ग्लोबल टाइम्स के मुताबिक इस सैनिक को वापस लौटा दिया गया. चीनी सेना ने भारतीय सेना को इस सकारात्मक व्यवहार के लिए शुक्रिया कहा है और महीनों से जारी तनाव के बीच इसे अच्छा संकेत माना है. बता दें कि गलवान घाटी में हिंसक झड़प के बाद से दोनों देशों में तनाव बना हुआ है और चीन-भारत के बीच कमांडर लेवल की आठ से ज्यादा बार बातचीत हो चुकी है, जो किसी परिणिति तक नहीं पहुंच सकी है.

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चीनी सेना ने किया था आग्रह
भारतीय सेना ने एक बयान जारी कर बताया था कि पकड़े गए सैनिक की पहचान चीनी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के कॉरपोरल वांग या लांग के रूप में हुई थी. औपचारिकताएं पूरी करने के बाद उसे चुशुल-मोल्डो सीमा प्वाइंट पर चीनी सेना के हवाले कर दिया गया. पीएलए की वेस्टर्न थियेटर कमांड के प्रवक्ता सीनियर कर्नल झांग शुइली ने दावा किया कि चीनी सैनिक 18 अक्टूबर की शाम को चीन-भारत सीमा पर उस वक्त लापता हो गया था जब वह स्थानीय लोगों के अनुरोध पर उनके याक को खोजने में मदद कर रहा था.

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चीनी सेना के आग्रह पर भारतीय सेना ने खोजा था
इस घटना के तुरंत बाद पीएलए के सीमा पर तैनात सैनिकों ने इसकी जानकारी भारतीय सेना को दी और उम्मीद जताई थी कि भारतीय पक्ष उसकी खोज और बचाव में मदद करेगा. भारतीय पक्ष ने लापता सैनिक को खोजकर उसकी मदद करने और लौटाने का वादा किया था. कर्नल झांग ने कहा, भारतीय पक्ष से मिली ताजा जानकारी के मुताबिक लापता चीनी सैनिक को खोज लिया गया है और चिकित्सकीय जांच के बाद उसे चीन के हवाले कर दिया गया.

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