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एकनाथ खडसे के भाजपा छोड़ने की अटकलों पर देवेंद्र फडणवीस ने कही ये बड़ी बात

महाराष्ट्र में भाजपा के वरिष्ठ नेता एकनाथ खडसे के अगले कुछ दिनों में राकांपा में शामिल होने की अटकलों के बीच महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मंगलवार को कहा कि इस तरह के 'मुहूर्त' की बातें रोज की जाती हैं.

Updated on: 20 Oct 2020, 04:36 PM

औरंगाबाद:

महाराष्ट्र में भाजपा के वरिष्ठ नेता एकनाथ खडसे के अगले कुछ दिनों में राकांपा में शामिल होने की अटकलों के बीच महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मंगलवार को कहा कि इस तरह के 'मुहूर्त' की बातें रोज की जाती हैं. भारी बारिश के कारण किसानों को हुए नुकसान का जायजा लेने उस्मानाबाद आए फडणवीस ने इस तरह की अफवाहों पर कोई टिप्पणी करने से इनकार कर दिया.

वर्ष 2016 में भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर खड़से को फडणवीस नीत भाजपा सरकार में मंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था और वह तभी से नाराज चल रहे हैं. अटकलों के आधार पर जब कुछ पत्रकारों ने यह दावा किया कि खड़से 22 अक्टूबर को 'राजनीतिक निर्णय' ले सकते हैं तो फडणवीस ने कहा कि इस तरह के मुहूर्त को लेकर रोज बातें होती हैं और मुझे इस पर कुछ नहीं कहना है. सोमवार को राकांपा प्रमुख शरद पवार ने कहा कि खडसे पहले विपक्ष के नेता थे और उन्होंने राज्य में भाजपा के निर्माण में बहुत बड़ी भूमिका निभाई.

एकनाथ खडसे छोड़ेंगे बीजेपी का साथ! NCP में जाने की अटकलें तेज

आपको बता दें कि महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एकनाथ खडसे के राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) में शामिल होने की अटकलों तेज हो गई हैं. सूत्रों के हवाले से जानकारी मिल रही है कि एकनाथ खडसे बीजेपी को छोड़ देंगे और एनसीपी के साथ नई पारी शुरू करेंगे. सूत्रों ने बताया कि 22 अक्टूबर को बेटी रोहिणी खडसे के साथ एकनाथ खडसे एनसीपी में शामिल हो जाएंगे. एनसीपी प्रमुख शरद पवार की मौजूदगी में तमाम कार्यकर्ताओं के साथ वह एनसीपी की सदस्यता लेंगे. 

सूत्रों ने बताया कि खडसे बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व से अपनी अनदेखी से नाराज़ हैं. लिहाजा वह पार्टी को छोड़ना ही बेहतर समझ रहे होंगे. लेकिन एकनाथ खडसे का बीजेपी को छोड़कर जाना पार्टी के लिए बड़ा झटका होगा. गोपीनाथ मुंडे के जाने के बाद एकनाथ खडसे ओबीसी समाज का बड़ा चेहरा हैं. राज्य की भाजपा कोर कमेटी मेंबर और अन्य महत्वपूर्ण पदों से इस्तीफा दे सकते हैं. 

लेकिन उधर, महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का कहना है कि इस तरह के 'मुहूर्त' की बातें रोज की जाती हैं. भारी बारिश के कारण किसानों को हुए नुकसान का जायजा लेने उस्मानाबाद आए फडणवीस ने इस तरह की अफवाहों पर कोई टिप्पणी करने से इनकार कर दिया.

वर्ष 2016 में भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर खड़से को फडणवीस नीत भाजपा सरकार में मंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था और वह तभी से नाराज चल रहे हैं. अटकलों के आधार पर जब कुछ पत्रकारों ने यह दावा किया कि खड़से 22 अक्टूबर को 'राजनीतिक निर्णय' ले सकते हैं तो फडणवीस ने कहा 'इस तरह के मुहूर्त को लेकर रोज बातें होती है और मुझे इस पर कुछ नहीं कहना है.'