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गुरु नानक जयंती पर हरसिमरत कौर और हरदीप सिंह पुरी जाएंगे पाकिस्तान, मिला था निमंत्रण

विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने 28 नवंबर के समारोह के लिए पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी के निमंत्रण का जवाब देते हुए शनिवार को कहा कि खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री हरसिमरत कौर बादल और आवास एवं शहरी मामलों के केंद्रीय राज्य मंत्री हरदीप सिंह पुरी नरेंद्र मोदी सरकार का प्रतिनिधित्व करेंगे.

Updated on: 25 Nov 2018, 02:24 PM

नई दिल्ली:

भारत ने करतारपुर में गुरुद्वारा दरबार साहिब तक जाने के लिए गलियारे के निर्माण के शिल्यान्यास समारोह के लिए पाकिस्तान के निमंत्रण पर सकारात्मक प्रतिक्रिया दी है, जो दोनों देशों के बीच जारी तल्खी में नरमी का संकेत है. दो वरिष्ठ सिख मंत्री भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे. विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने 28 नवंबर के समारोह के लिए पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी के निमंत्रण का जवाब देते हुए शनिवार को कहा कि खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री हरसिमरत कौर बादल और आवास एवं शहरी मामलों के केंद्रीय राज्य मंत्री हरदीप सिंह पुरी नरेंद्र मोदी सरकार का प्रतिनिधित्व करेंगे. 

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान समारोह आयोजित करेंगे. कुरैशी ने सुषमा स्वराज, पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह और राज्य मंत्री व पूर्व क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू को निमंत्रण दिया है. 

यह निमंत्रण केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा गुरुवार को 2019 में गुरु नानक की 550 वीं जयंती से पहले पाकिस्तान के साथ लगी अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर पंजाब के गुरदासपुर जिले से एक गलियारा बनाने का फैसला करने के बाद शनिवार को आया. 

करतारपुर साहिब गलियारे के निर्माण की मांग भारत दो दशक से करता आ रहा है, जहां गुरुनानक का निधन 1539 में हुआ था. यह धार्मिक स्थल भारतीय सीमा से दिखाई पड़ता है. कुरैशी को लिखे अपने पत्र में सुषमा स्वराज ने कहा कि तेलंगाना में चुनाव अभियान में अपनी प्रतिबद्धताओं के मद्देनजर वह पाकिस्तान नहीं आ सकेंगी. 

उन्होंने कहा, "हालांकि, हमारे सिख नागरिकों की भावनाओं और पवित्र गुरुद्वारा करतारपुर साहिब तक पहुंचने को सुविधाजनक बनाने के महत्व को जेहन में रखते हुए हम 28 नवंबर को होने वाले कार्यक्रम के लिए भारत सरकार के प्रतिनिधि के तौर पर खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री हरसिमरत कौर बादल और आवास एवं शहरी मामलों के केंद्रीय राज्य मंत्री हरदीप सिंह पुरी को भेज रहे हैं."

सुषमा ने कहा, "हम आशा करते हैं कि पाकिस्तान सरकार गलियारे के निर्माण को तेज करेगी ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि हमारे नागरिक जल्द से जल्द गलियारे का इस्तेमाल कर गुरुद्वारा करतारपुर साहिब में मत्था टेक सकें."

सरकार पंजाब में सुल्तानपुर लोधी का भी विकास करेगी, जहां गुरु नानक ने शुरुआती जिदंगी बिताई थी. सिख गुरु के जीवन से जुड़े पवित्र स्थानों और गुरुद्वारों के दर्शन को आसान बनाने के लिए विशेष ट्रेन भी चलाई जाएगी. 

उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू सोमवार को गुरदासपुर जिले के मान गांव में नए घोषित डेरा बाबा नानक-करतारपुर साहिब रोड गलियारे की आधारशिला रखेंगे.

सिख तीर्थयात्री अब करतारपुर में रावी नदी के तट पर प्रतिष्ठित गुरुद्वारा दरबार साहिब का दौरा करने में सक्षम होंगे.

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इससे पहले नवंबर में, पाकिस्तान ने गुरु नानक की 549वीं जयंती के जारी समारोहों के लिए सिख तीर्थयात्रियों को 3,800 से अधिक वीजा जारी किए थे.