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एनएसजी ग्रुप में शामिल होने को लेकर चीन का बयान, भारत का परमाणु रिकॉर्ड बेहतर लेकिन पाकिस्तान को भी मिले मौका

चीन ने कहा कि भारत का परमाणु रिकॉर्ड बेहतर है लेकिन एनएसजी में शामिल करते समय पाकिस्तान के साथ किसी तरह का भेदभाव नहीं किया जाना चाहिए।

Updated on: 09 Mar 2017, 09:55 AM

नई दिल्ली:

चीन ने एक बार फिर एनएसजी ग्रुप में शामिल होने को लेकर पाकिस्तान का समर्थन किया है। चीन के एक अधिकारी ने नई दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि भारत का परमाणु रिकॉर्ड बेहतर है लेकिन एनएसजी में शामिल करते समय पाकिस्तान के साथ किसी तरह का भेदभाव नहीं किया जाना चाहिए।

19वें एशियाई सुरक्षा सम्मेलन के दौरान कम्युनिस्ट पार्टी के सदस्य जियांग्वू ने कहा कि एनएसजी की सदस्यता के लिए दोनों देशों की स्थिति बराबर है दोनों को एक बार एनएसजी समूह में शामिल होने का मौका मिलना चाहिए ताकि वो वैश्विक स्तर पर परमाणु क्षेत्र से जुड़े आर्थिक और तकनीकि फैसले ले सकें.

भारत और चीन के बीच सीमा विवाद को लेकर जियांग्वू ने कहा कि ये यह एक जटिल मुद्दा है और दोनों देशों के बीच आपसी तालमेल से इसे सुलझाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि अगर भारत इस दिशा में कोई बेहतर पहल करता है तो चीन भी इसे आगे बढ़ाने के लिए तैयार है।

ऐसा नहीं कि चीन ने पाकिस्तान को पहली बार एनएसजी में सदस्य बनाए जाने को लेकर दलील दी हो। इससे पहले भी कई बार चीन ने पाकिस्तान को इस मुद्दे पर कई बार समर्थन कर चुका है।

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भारत की सदस्यता को लेकर चीन हमेशा विरोध करता रहा है। उसका कहना है कि जब तक भारत परमाणु अप्रसार संधि (एनपीटी) पर हस्ताक्षर नहीं करता तब तक एनएसजी में चीन उसका समर्थन करेगा।

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