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UN पहुंचा जम्मू में ड्रोन हमले का मुद्दा, पीएम नरेन्द्र मोदी से राजनाथ की मुलाकात आज

भारत ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में कहा कि सामरिक और वाणिज्यिक संपत्तियों के खिलाफ आतंकवादी गतिविधियों के लिए हथियारबंद ड्रोन के इस्तेमाल की संभावना पर वैश्विक समुदाय को गंभीरता से ध्यान देने की जरूरत है.

Updated on: 29 Jun 2021, 11:23 AM

नई दिल्ली:

जम्मू-कश्मीर में एयरबेस पर ड्रोन हमले की साजिश का मसला संयुक्त राष्ट्र सभा में भी उठा है. भारत ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में इस मुद्दे को उठाते हुए कहा कि सामरिक और वाणिज्यिक संपत्तियों के खिलाफ आतंकवादी गतिविधियों के लिए हथियारबंद ड्रोन के इस्तेमाल की संभावना पर वैश्विक समुदाय को गंभीरता से ध्यान देने की जरूरत है. वहीं इसी मुद्दे को लेकर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से आज मुलाकात करेंगे. रक्षामंत्री राजनाथ सिंह आज ही अपने तीन दिवसीय लद्दाख दौरे से वापस दिल्ली लौट रहे हैं. इस मुलाकात को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है.

गौरतलब है कि जम्मू में शनिवार-रविवार की रात एयरफोर्स स्टेशन पर हुए ड्रोन अटैक की जांच अब राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी (NIA) को सौंप दी गई है. घटना के 48 घंटे बाद मामले की जांच गृह मंत्रालय ने राष्ट्रीय जांच एजेंसी को सौंप दी है. इस अटैक में जम्मू एयरबेस को निशाना बनाया गया था, ड्रोन के जरिए दो विस्फोटक अंदर भेजे गए थे, जिसकी वजह से दो छोटे धमाके हुए थे. इनमें एक विस्फोट एयरबेस में एक छत पर हुआ जबकि दूसरा खुले में हुए. हमले में दो जवानों को कुछ चोट भी पहुंची थी, लेकिन कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ था. अभी तक इस मामले में कोई जानकारी नहीं मिली है.   

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फिर दिखा संदिग्ध ड्रोन
जम्मू एयरबेस स्टेशन पर हुए हमले में ड्रोन के इस्तेमाल ने सुरक्षाबलों की परेशानी बढ़ा दी है तो देश के सामने भी बड़ी चुनौती खड़ी गई है. देश में पहली बार कथित तौर पर सैन्य ठिकानों पर हमले के लिए ड्रोन का इस्तेमाल जम्मू एयरबेस स्टेशन पर हुआ. मगर उसके बाद से जम्मू में संदिग्ध ड्रोन की गतिविधियां और तेजी से बढ़ने लगी हैं. जम्मू में लगातार संदिग्ध ड्रोन नजर आ रहे हैं.  इस बीच एक बार फिर ड्रोन दिखाई पड़ने की खबर आई है. सूत्रों ने बताया है कि जम्मू के रत्नुचक इलाके के कुंजवानी में देर रात संदिग्ध ड्रोन गतिविधि देखी गई.

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इससे पहले जम्मू मिलिट्री स्टेशन के पास भी सोमवार को ड्रोन दिखाई दिए. जम्मू के कालूचक मिलिट्री स्टेशन पर तड़के 3 बजे 2 ड्रोन देखे गए. हालांकि एयरफोर्स स्टेशन पर हुए हमले के बाद से ही अलर्ट सेना ने इस पर तुरंत एक्शन लिया और ड्रोन देखते ही उस पर  20 से 25 राउंड की फायरिंग की. हालांकि फायरिंग के बाद रात के अंधेरे में ड्रोन गायब हो गए. ऐसा माना जा रहा है कि यह एयरफोर्स स्टेशन पर हमले के अगले ही दिन ड्रोन के जरिए मिलिट्री स्टेशन को निशाना बनाने की कोशिश थी.