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कश्मीर में निवेश को लेकर आधा दर्जन मुस्लिम देशों के संपर्क में भारत, पाक को घेरने की तैयारी 

Investment in Kashmir: पाकिस्तान पिछले दो सालों से कश्मीर का मसला कई मंचों पर उठा चुका है. अगर समृद्ध मुस्लिम देश यहां निवेश करने लगेंगे तो इस तरह के आरोप का स्वत: खंडन हो जाएगा. 

Updated on: 21 Oct 2021, 08:16 AM

highlights

  • कश्मीर में दुबई करेगा बड़ा निवेश
  • आधा दर्जन मुस्लिम देशों के संपर्क में है भारत
  • पाकिस्तान को घेरने की बड़ी तैयारी की

नई दिल्ली:

जम्मू कश्मीर को मामले को लेकर भारत अब कूटनीतिक स्तर पर पाकिस्तान को घेरने की तैयारी कर रहा है. भारत चरणबद्ध तरीके से जम्मू कश्मीर में निवेश करने को लेकर खास रणनीति पर काम कर रहा है. इसके तहत जिन मुस्लिम देशों के साथ भारत के रिश्ते बेहतर हैं, उनसे कश्मीर में बड़े पैमाने पर निवेश को लेकर एक अभियान शुरु किया गया है. पिछले दिनों भारत ने यूएई के साथ एक अहम समझौता किया है. इसमें दुबई की एक शीर्ष इंडस्ट्री जम्मू कश्मीर में इंफ्रास्ट्रक्चर के निर्माण के लिए निवेश करेगी. वैसे तो भारत इंफ्रास्ट्रक्टर के क्षेत्र में काफी बेहतर है लेकिन दुबई से निवेश करा कर एक संदेश देने की कोशिश होगी. 

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दरअसल ओआईसी (इस्लामिक सहयोग संगठन)  के मंच से पाकिस्तान कश्मीर को लेकर कई बार आपत्तिजनक बयान दे चुका है. भारत भी लगातार इनका खंडन करता रहा है. भारत की कोशिश है कि अगर इस्लामिक देश कश्मीर में निवेश करते हैं तो इसका बड़ा संदेश जाएगा और पाकिस्तान के आरोप अपने आप खत्म हो जाएंगे. अगर भारत की कोशिश रंग लाती है तो इसे कूटनीतिक स्तर पर बड़ी जीत माना जाएगा. 

आधा दर्जन मुस्लिम देशों के संपर्क में भारत
भारत के यूएई के साथ संबंध काफी अच्छे रहे हैं. खास बात यह भी है कि जब भारत ने कश्मीर से धारा 370 को खत्म किया तो यूएई भी उन कुछ चुनिंदा देशों में शामिल रहा था जिसने इस मामले में कोई भी टिप्पणी करने से इनकार कर दिया था. भारत यूएई के साथ ही ईरान सहित आधा दर्जन मुस्लिम देशों से संपर्क में है जो निवेश करने को तैयार हैं. इस निवेश के बाद ना सिर्फ स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के साधन उपलब्ध होंगे बल्कि पाकिस्तान के लिए भी इस निवेश के बाद आतंकी गतिविधियों को अंजाम देना आसान नहीं होगा.