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छात्रों को सुरक्षित निकालने के लिए भारत बना रहा रूस-यूक्रेन पर दबाव, MEA ने दी जोखिम से बचने की सलाह

रोमानिया और मोल्दोवा से पिछले 7 दिनों में 6222 भारतीयों को निकाला गया. छात्रों को बुखारेस्ट ले जाने के बजाय सुसेवा में उड़ानें संचालित करने के लिए एक नया हवाई अड्डा मिला.

Updated on: 05 Mar 2022, 04:38 PM

नई दिल्ली:

यूक्रेन से भारतीय छात्रों और नागरिकों को लाने का सिलसिला जारी है. शनिवार को यूक्रेन से पड़ोसी देशों में आए भारतीयों को भारतीय वायु सेना के विमानों से लाया गया. केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ट्वीट कर कहा कि, "रोमानिया और मोल्दोवा से पिछले 7 दिनों में 6222 भारतीयों को निकाला गया. छात्रों को बुखारेस्ट (सीमा से 500 किमी) ले जाने के बजाय सुसेवा (सीमा से 50 किमी) में उड़ानें संचालित करने के लिए एक नया हवाई अड्डा मिला. अगले 2 दिनों में 1050 छात्रों को घर भेजा जाएगा. 

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने यूक्रेन में अभी भी रह रहे छात्रों को सुरक्षा सावधानी बरतने, आश्रयों के अंदर रहने और अनावश्यक जोखिम से बचने की सलाह दी है. विदेश मंत्रालय और यूक्रेन में भारीतय दूतावास छात्रों के नियमित संपर्क में हैं.  

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि, हम सूमी, यूक्रेन में भारतीय छात्रों को लेकर बहुत चिंतित हैं. हमारे छात्रों के लिए एक सुरक्षित गलियारा बनाने के लिए तत्काल युद्धविराम के लिए कई चैनलों के माध्यम से रूसी और यूक्रेनी सरकारों पर जोरदार दबाव डाला है.  

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रूस और यूक्रेन के बीच अभी तक कोई नतीजा नहीं निकल पाया है. रूसी सैनिक लगातार आक्रामक होती जा रही है. यूक्रेन के न्यूक्लियर पावर प्लांट पर कब्जा करने के बाद रूसी सेना तेजी से हमले कर रही है. इस बीच यूक्रेन की राजधानी कीव में रूसी सैनिक ताबड़तोड़ हवाई हमले कर रही है जहां सात लोगों की मौत हो गई है. इस घटना की पुष्टि यूक्रेन पुलिस ने की है. वहीं खार्किव शहर में कई धमाकों की आवाज सुनी गई है. लगातार हो रहे हमले को देखते हुए स्थानीय लोगों को सुरक्षित जगहों पर जाने के लिए कहा गया है.