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चीन ने LAC पर तैनात किए 20 हजार सैनिक, भारत ने भी जवाबी तैयारी की

चीन के पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) ने पूर्वी लद्दाख सेक्टर के पास वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर अपने 20,000 से अधिक सैनिकों को तैनात किया है.

Updated on: 01 Jul 2020, 04:46 PM

नई दिल्ली :

चीन के पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) ने पूर्वी लद्दाख सेक्टर के पास वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर अपने 20,000 से अधिक सैनिकों को तैनात किया है. भारत गंभीरता के साथ शिनजियांग में तैनात 10,000-12,000 चीनी सैनिकों की गतिविधियों को करीब से देख रहा है. चीनी सैनिकों के पास हथियार और वाहन हैं जिन्हें हमारे मोर्चे तक पहुंचने में 48 घंटे का वक्त लगेगा.

शीर्ष सरकारी सूत्रों ने बताया कि चीनी सेना ने पूर्वी लद्दाख सेक्टर में एलएसी के पास लगभग दो डिवीजनों (लगभग 20,000) की तैनाती की है. इसके अलावा चीन ने एक और टुकड़ी (10,000 सैनिक) को उत्तरी शिनजियांग प्रांत में तैनात किया है. जो लगभग 1,000 किलोमीटर की दूरी पर है और समतल इलाका होने के कारण उसे हमारे मोर्चे तक पहुंचने में अधिकतम 48 घंटे का समय लगेगा.

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सूत्रों के मुताबिक हम उन सैनिकों की आवाजाही पर कड़ी नजर रख रहे हैं. जिन्हें भारतीय सीमा के करीब तैना किया गया है.  सूत्रों ने कहा कि भले ही भारत और चीन छह सप्ताह से अधिक समय से कूटनीतिक और सैन्य स्तर पर बात कर रहे हैं, लेकिन इस मोर्चे पर चीन की ओर से सैनिकों की संख्या या उपकरणों में कोई कमी नहीं आई है.

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सूत्रों ने कहा कि तिब्बत क्षेत्र में चीन की तरफ से आम तौर पर दो टुकड़ियां होती हैं, लेकिन इस बार उन्होंने भारतीय चौकियों से करीब 2,000 किलोमीटर दूर दो और टुकड़ियां तैनात की हैं. सूत्रों ने कहा कि भारतीय पक्ष ने भी मोर्चा संभाल लिया है. पूर्वी लद्दाख क्षेत्र के आस-पास के स्थानों पर कम से कम दो और डिवीजनों को बढ़ा दिया गया है.


दोनों तरफ से मुद्दे को जल्द सुलझाने के लिए मीटिंग्स का दौर भले चल रहा है लेकिन ऐसा होता नहीं दिख रहा. एक्सपर्ट मानते हैं कि ऐसा सितंबर-अक्टूबर तक जारी रह सकता है, उसके बाद जब झील जम जाएगी यानी ठंड होगी तब सेना की वहां तैनाती में कमी आ सकती है. भारत और चीन के बीच पिछले 6 हफ्तों से बातचीत का दौर जारी है लेकिन चीनी जवान पीछे हटने को तैयार नहीं हैं.

गलवान में पेट्रोल पॉइंट 14 के अलावा पैंगोंग झील और फिंगर एरिया में भी चीन ने जवानों की संख्या बढ़ाई है. फिंगर 8 इलाके में चीन ने अपना प्रशासनिक बेस तैयार किया है जहां भारी वाहन और बड़ी नावें भी हैं. सूत्रों ने बताया कि जो रोड फिंगर 8 से बनाया गया है, उसकी मदद से चीन फिंगर 4 तक भारत के मुकाबले आसानी से पहुंच सकता है.

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फिंगर एरिया में चीन ने जवानों की संख्या 18 और 19 मई को बढ़ाई थी. तब करीब 2500 चीनी जवान वहां पहुंचे जबकि भारत के कुल 200 जवान वहां झील किनारे तैनात थे. वहां भारतीय जवानों को पेट्रोलिंग करने से भी चीनी जवान रोकने की कोशिश कर रहे हैं.