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भारत और अमेरिका को चीन के खिलाफ साथ में आना चाहिए : माइक पोम्पियो

अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ (Mike Pompeo) ने कहा कि अब समय आ गया है कि दुनिया चीन की कम्युनिस्ट पार्टी की ओर से पेश की जा रही तुनौतियों का जवाब दे. पोम्पिओ ने कहा कि दुनिया को बताने से काफी पहले चीन की सरकार को कोरोना वायरस के ह्यूमन टू ह्यूमन (एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति) में फैलने के बारे में पता था.

Updated on: 23 Jul 2020, 08:33 PM

नई दिल्ली:

अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने कहा कि अब समय आ गया है कि दुनिया चीन की कम्युनिस्ट पार्टी की ओर से पेश की जा रही तुनौतियों का जवाब दे. पोम्पिओ ने कहा कि दुनिया को बताने से काफी पहले चीन की सरकार को कोरोना वायरस के ह्यूमन टू ह्यूमन (एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति) में फैलने के बारे में पता था. पोम्पियो ने गुरुवार को दिए एक इंटरव्यू में कहा कि दक्षिणपूर्वी एशिया में ही नहीं बल्कि एशिका में, यूरोप में देशों को चीन की कम्युनिस्ट पार्टी द्वारा पेश की जा रही चुनौतियों के बारे में पता चल गया है.

उन्होंने कहा कि अमेरिका ने भी काफी लंबे समय तक इस पर गौर नहीं किया. उन्होंने कहा मेरा मानना है कि उन सभी ने भी यही किया और मुझे लगता है कि अब वे सभी एक संयुक्त निष्कर्ष पर पहुंचे हैं कि इसे सही करने का वक्त आ गया है.

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पोम्पिओ ने कहा दुनिया में लोकतंत्र और स्वतंत्रता से प्रेम करने वालों के लिए यह जरूरी है कि हम चीन की कम्युनिस्ट पार्टी द्वारा पेश की जा रही चुनौती का जवाब दें. उन्होंने कहा कि लगातार 40 साल तक अमेरिकी प्रशासन दूसरी ओर देखता रहा और चीन को अमेरिका का फायदा उठाने का मौका दिया. उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा अब और नहीं.

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पोम्पियो ने कहा कि बीजिंग को इस वायरस के एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलने के बारे में जानकारी सार्वजनिक करने से तीन सप्ताह पहले ही इसके बारे में पता था. पोम्पिओ ने इसके जवाब में कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी ऐसा ही किया और विश्व भर को इससे जुड़े खतरे में डाला.