2017 में दुनिया के परमाणु जखीरे में कमी, भारत और पाकिस्तान ने बढ़ाई परमाणु हथियारों की संख्या
वर्ष 2017 में दुनिया के परमाणु हथियारों के जखीरे में कमी आई है। हालांकि दक्षिण एशिया में पाकिस्तान और चीन के साथ बढ़ते तनाव की वजह भारत अपने परमाणु हथियारों के जखीरे को बढ़ाने में लगा हुआ है। भारत के साथ पाकिस्तान भी दुनिया के उन देशों में शामिल है, जो अपने परमाणु हथियारों का विस्तार कर रहा है।
highlights
- वर्ष 2017 में दुनिया के परमाणु हथियारों के जखीरे में कमी आई है
- हालांकि इस दौरान भारत और पाकिस्तान के परमाणु जखीरे में बढ़ोतरी देखने को मिली है
- 2017 में भारत के पास करीब 130 परमाणु हथियार होने का अनुमान जताया गया है जबकि 2016 में इनकी संख्या 110-120 के बीच थी
नई दिल्ली:
वर्ष 2017 में दुनिया के परमाणु हथियारों के जखीरे में कमी आई है। हालांकि दक्षिण एशिया में पाकिस्तान और चीन के साथ बढ़ते तनाव की वजह भारत अपने परमाणु हथियारों के जखीरे को बढ़ाने में लगा हुआ है। भारत के साथ पाकिस्तान भी दुनिया के उन देशों में शामिल है, जो अपने परमाणु हथियारों का विस्तार कर रहा है।
2017 की शुरूआत में अमेरिका, रूस, ब्रिटेन, फ्रांस, चीन, भारत, पाकिस्तान, इजराइल और उत्तर कोरिया के पास करीब 4,150 सक्रिय परमाणु हथियार थे। रूस के पास सबसे ज्यादा 7,000 जबकि अमेरिका के पास 6,800 परमाणु हथियार थे। दोनों देशों ने पिछले दशक में अपने जखीरे को कम किया है, लेकिन हथियारों को घटाने की दर बेहद कम रही है।
दुनिया भर के परमाणु हथियारों पर नजर रखने वाली अंतरराष्ट्रीय थिंक टैंक सिपरी (स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट) की रिपोर्ट के मुताबिक 2016 के 15,395 के मुकाबले 2017 में वैश्विक स्तर पर परमाणु हथियारों की संख्या घटकर 14,935 हो गई।
हालांकि इस दौरान भारत और पाकिस्तान के परमाणु जखीरे में बढ़ोतरी देखने को मिली है। 2017 में भारत के पास करीब 130 परमाणु हथियार होने का अनुमान जताया गया है जबकि 2016 में इनकी संख्या 110-120 के बीच थी।
रिपोर्ट के मुताबिक भारत सामान्य तरीके से परमाणु हथियारों के जखीरे को बढ़ा रहा है। इसके साथ ही वह परमाणु हथियारों को ले जाने वाले हथियारों को बनाने के लिए जरूरी इंफ्रास्ट्रक्चर को बढ़ाने में लगा हुआ है।
पिछले एक साल के दौरान भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव में बढ़ोतरी हुई है, जिसका असर दोनों देशों के परमाणु जखीरे में बढ़ोतरी हुई है। रिपोर्ट में कहा गया है, 'भारत की योजना छह ब्रीडर रिएक्टरों को बनाने की है जो हथियारों को बनाने के लिए प्लूटोनियम के संवर्द्धन की क्षमता को बढ़ा देगा।'
वहीं जनवरी 2017 में पाकिस्तान के पास कुल 140 परमाणु हथियार थे जबकि 2016 में पाकिस्तान के पास इन हथियारों की संख्या 120-130 के बीच थी। रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान पंजाब के खुशाब में प्लूटोनियम संवर्द्धन की क्षमता को बढ़ा रहा है। इसके साथ ही वह अन्य रिप्रोसेसिंग साइट का निर्माण कर रहा है।
सिपरी की रिपोर्ट बताती है कि अगले एक दशक में पाकिस्तान के परमाणु हथियारों की संख्या में भारी बढ़ोतरी होगी। रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान की तरफ से परमाणु हथियारों को बढ़ाए जाना भारत के साथ होने वाली संभावित लड़ाई में उसकी ताकत को संतुलित करना है।
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