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अब हर नागरिक के पास होगा डिजिटल हेल्थ कार्ड, PM मोदी ने लालकिले से लांच की योजना

National Digital Health Mission) का ऐलान किया. इस योजना में देश के हर नागरिक के हेल्थ का डेटा एक प्लेटफॉर्म पर होगा. इसके अलावा आधार कार्ड की ही तरह हर किसी का हेल्थ ID कार्ड (Health Card) तैयार किया जाएगा.

Updated on: 15 Aug 2020, 09:28 AM

नई दिल्ली:

अब हर नागरिक के पास वन नेशन वन राशन कार्ड (One Nation One Ration Card) की तर्ज पर वन नेशन वन हेल्थ कार्ड (One Nation one Health Card) होगा. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) ने 74वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले से राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य मिशन (National Digital Health Mission) का ऐलान किया. इस योजना में देश के हर नागरिक के हेल्थ का डेटा एक प्लेटफॉर्म पर होगा. इसके अलावा आधार कार्ड की ही तरह हर किसी का हेल्थ ID कार्ड (Health Card) तैयार किया जाएगा.

क्या है योजना
इस योजान में हर नागरिक का एक हेल्थ कार्ड तैयार किया जाएगा. इससे होने वाले ट्रीटमेंट और टेस्ट की पूरी जानकारी इस कार्ड में डिजिटली सेव होगी. इसका रिकॉर्ड रखा जा सकेगा. इसका सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि देश में किसी भी हॉस्पिटल या डॉक्टर के पास जब इलाज कराने जाएंगे तो साथ में आपको सारे पर्चे और टेस्ट रिपोर्ट नहीं ले जाना पड़ेगा. डॉक्टर कहीं से भी बैठकर आपकी यूनिक आईडी के जरिए सारा मेडिकल रिकॉर्ड देख सकेगा.

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कैसे तैयार होगा डिजिटल रिकॉर्ड
व्यक्ति का मेडिकल डेटा रखने के लिए अस्पताल, क्लिनिक, डॉक्टर एक सेंट्रल सर्वर से लिंक रहेंगे. अस्पताल और नागरिकों के लिए अभी ये उनकी मर्जी पर निर्भर करेगा कि वो इस मिशन से जुड़ना चाहते है या नहीं. हर नागरिक का एक सिंगल यूनिक आइडी (Unique ID) जारी होगा. उसी आधार पर लॉगिन होगा.

योजना के होंगे चार फीचर
इस योजना को चार फीचर के साथ शुरू किया जाएगा. पहला, हेल्थ आईडी, पर्सनल हेल्थ रेकॉर्ड्स, डिजी डॉक्टर और हेल्थ फैसिलिटी रिजस्ट्री होगी. बाद में इस योजना में ई-फार्मेसी और टेलीमेडिसिन सेवा को भी शामिल किया जाएगा. इसके लिए गाइडलाइंस बनाई जा रही है।

योजना में शामिल होना ऐच्छिक
इस ऐप में देश के किसी भी नागरिक को खुद को शामिल करना ऐच्छिक होगा. यानी इसके लिए कोई जोर नहीं डाला जाएगा. हेल्थ रेकॉर्ड संबंधित व्यक्ति की मंजूरी के बाद ही शेयर किया जाएगा. इसी तरह अस्पतालों और डॉक्टर को इस ऐप के लिए डिटेल उपलब्ध करना ऐच्छिक ही होगा. हालांकि सरकार का मानना है कि इस ऐप की उपयोगिता को देखते हुए इसमें बड़े पैमाने पर लोग शामिल हो सकते हैं.

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योजना का क्या है लक्ष्य
-एक डिजिटल हेल्थ सिस्टिम बनाना और हेल्थ डेटा को मैनेज करना
-हेल्थ डेटा कलेक्शन की क्वालिटी और प्रसार को बढ़ाना
-एक ऐसा प्लेटफॉर्म तैयार करना जहां हेल्थकेयर डेटा की परस्पर उपलब्धता हो
-पूरे देश के लिए अपडेटेड और सही हेल्थ रिजिस्ट्री को तुरंत तैयार करना

ऐप के लिए गाइडलाइंस
-लोगों का इस ऐप में शामिल होना उनकी इच्छा पर निर्भर
-निजता और सुरक्षा का ध्यान
-समावेशी जानकारी
-आसान प्रक्रिया

निजता का भी रखा जाएगा ख्याल
इस योजना में लोगों की निजता का बेहद ख्याल रखा गया है. कोई भी जानकारी बिना संबंधित व्यक्ति की इच्छा के शेयर नहीं किया जाएगा. लोगों को यह भी विकल्प दिया जाएगा कि उनके हेल्थ डेटा को कुछ समय के लिए डॉक्टर देख पाएं. लोग अगर चाहें तो इस योजना से आधार कार्ड को भी लिंक करा सकते हैं. हेल्थ आईडी देश के सभी राज्यों, अस्पतालों, जांच केंद्र और फार्मेसी में लागू होगी.