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दिल्ली में कोरोना ने बूढ़ों को ज्यादा बनाया निशाना, 52 फीसदी मृतक 60 की उम्र के

कुल मृतकों में से 92 मरीज 60 वर्ष और उससे अधिक आयु के थे, जो कुल मृतकों का 52 प्रतिशत से अधिक है.

Updated on: 21 May 2020, 07:37 AM

highlights

  • मरने वालों में 26 फीसदी से अधिक 50 से 59 वर्ष की आयु वर्ग के.
  • कुल मृतकों में से 92 मरीज 60 वर्ष और उससे अधिक आयु के.
  • संक्रमण के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 11,088 हो गई है.

नई दिल्ली:

राष्ट्रीय राजधानी में कोविड-19 (COVID-19) के कारण जान गंवाने वालों में से 26 प्रतिशत से अधिक लोग 50 से 59 वर्ष की आयु वर्ग के थे. आधिकारिक आंकड़ों से यह पता चला है. दिल्ली (Delhi) में कोरोना वायरस से हुई मौत का आंकड़ा 176 तक पहुंच गया है, जबकि बुधवार को कोविड-19 संक्रमण के 534 नए मामले सामने आए हैं, जिससे शहर में संक्रमितों की संख्या 11,000 से अधिक हो गई है. कुल मृतकों में से 92 मरीज 60 वर्ष और उससे अधिक आयु के थे, जो कुल मृतकों का 52 प्रतिशत से अधिक है. बुधवार को जारी नवीनतम स्वास्थ्य बुलेटिन के अनुसार, उनमें से 47 मरीजों (26.71 प्रतिशत) की उम्र 50-59 के बीच और 37 मरीजों (21.02 प्रतिशत) की उम्र 50 वर्ष से कम थी.

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संक्रमितों की संख्या 11 हजार के पार
दिल्ली में बुधवार को कोविड-19 के 534 नए मामले सामने आए जिसके बाद संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 11,000 से अधिक हो गई है. इसके साथ ही महामारी से मरने वालों की संख्या बढ़कर 176 हो गई है. वहीं दिल्ली सरकार ने राष्ट्रीय राजधानी में इलाकों का रेड, ऑरेंज और ग्रीन जोन में वर्गीकरण करने के लिए एक नई प्रक्रिया अपनाने का निर्णय लिया है. इससे पहले 19 मई को संक्रमण के पांच सौ मामले सामने आए थे. बुधवार को जारी बुलेटिन में दिल्ली के स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि कोरोना वायरस संक्रमण के कारण होने वाली मौतों की संख्या 176 हो गई है और संक्रमण के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 11,088 हो गई है.

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69 रह गए कंटेनमेंट जोन
बुलेटिन में कहा गया कि मृत्यु जांच समिति (डेथ ऑडिट कमेटी) को विभिन्न अस्पतालों से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार मौत की कुल संख्या का तात्पर्य उन मामलों से है जहां मौत का प्राथमिक कारण कोविड-19 बताया गया है. कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामले और निषिद्ध क्षेत्र की संख्या में कमी के बीच स्वास्थ्य विभाग ने सभी जिला मजिस्ट्रेटों से कहा है कि वह मौजूदा दिशा-निर्देश के अनुसार अपने क्षेत्रों में निषिद्ध क्षेत्र की पहचान करें. स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि यहां निषिद्ध क्षेत्र कम होकर अब 69 रह गए हैं. बुधवार को शहर में पर्याप्त कारोबारी गतिविधियां शुरू हुईं. वहीं दूसरी ओर परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने कहा कि अगर बसों में 20 से ज्यादा यात्रा करते पाए गए तो चालक, सहायक और मार्शल पर कार्रवाई होगी.