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किसान आंदोलन को लेकर जेपी नड्डा के घर पर अहम बैठक, कृषि मंत्री, अमित शाह भी मौजूद

किसान आंदोलन को लेकर केंद्र सरकार एक्टिव हो गई है. बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा के आवास पर अहम बैठक चल रही है.

Updated on: 29 Nov 2020, 10:09 PM

नई दिल्ली:

दिल्ली बॉर्डर पर हजारों किसान चार दिनों से डटे हुए हैं. केंद्र सरकार के कृषि कानून के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं. गृहमंत्री अमित शाह के प्रस्ताव को किसानों ने ठुकरा दिया. वहीं कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने भी किसानों से अपील की है कि वो बातचीत के लिए तैयार हैं. इसके लिए किसान माहौल बनाएं. किसान आंदोलन को लेकर केंद्र सरकार एक्टिव हो गई है. बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा के आवास पर अहम बैठक चल रही है. कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, राजनाथ सिंह, अमित शाह समेत कई बीजेपी के दिग्गज मीटिंग में मौजूद हैं. इस बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि केंद्र सरकार तुरंत बिना शर्त किसानों से बात करें. 

वहीं किसानों ने दिल्ली की सीमा पर ही डटे रहने का फैसला लिया है. यह फैसला विरोध प्रदर्शन में जुटे विभिन्न किसान संगठनों के प्रतिनिधियों की कोर कमेटी की बैठक में लिया गया है. मन की बात' कार्यक्रम में पीएम मोदी ने किसानों का जिक्र किया है. उन्होंने कहा कि नए कृषि कानूनों से किसानों को अधिकार मिले हैं. बीजेपी नेता शाहनवाज हुसैन ने कहा कि हम जो फैसला लेते हैं वो किसानों के हित में होता है. लोगों के बीच गलतफहमी पैदा की जा रही है, हमारी अपील है कि वो गलतफहमी के शिकार न हो. शाहनवाज हुसैन ने कहा कि किसानों की चिंता हम करते हैं और करते रहेंगे. किसान हमारे दिल में बसते हैं, किसानों को भड़काने का काम कोई न करें.

किसान आंदोलन पर शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि जिस तरह से किसानों को दिल्ली में आने से रोका गया है ऐसा लगता है कि वे देश के किसान नहीं बल्कि बाहर के किसान है. उनके साथ आतंकवादी जैसा बर्ताव किया गया है. इस तरह का बर्ताव करना देश के किसानों का अपमान करना है. सिंघु बॉर्डर (दिल्ली-हरियाणा) पर किसानों के विरोध प्रदर्शन की वजह से यात्रियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है, यात्रियों को कई किलोमीटर पैदल भी चलना पड़ रहा है. एक यात्री रामू ने बताया कि सारा रास्ता जाम है, 5-6 किलोमीटर पैदल आया हूं.