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IMD Alert! एक जून को भारत में दस्तक देगा मॉनसून, अर्थव्यवस्था पर पड़ेगा असर

चूंकि हमारा देश एक कृषि प्रधान देश है अतः इसकी अर्थव्यवस्था भी कृषि पर निर्भर है. भारत के मौसम विभाग (आईएमडी) ने एक बयान में कहा, 'मानसून की शुरुआत के लिए मौसम की स्थिति एक जून, 2020 से अनुकूल होने की संभावना है.

Updated on: 28 May 2020, 06:53 PM

नई दिल्ली:

देश में मॉनसून की पहली बारिश आगामी एक जून के आसपास समुद्र के दक्षिणी तट के माध्यम से प्रवेश करने की संभावना है. गुरुवार को मौसम विभाग (IMD) ने अलर्ट जारी करते हुए कहा कि चार महीने पड़ने वाली बारिश भारत के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है. इस साल कोरोना वायरस के संक्रमण की वजह से पहले ही देश की अर्थव्यवस्था रसातल में चली गई है. चूंकि हमारा देश एक कृषि प्रधान देश है अतः इसकी अर्थव्यवस्था भी कृषि पर निर्भर है.

भारत के मौसम विभाग (आईएमडी) ने एक बयान में कहा, 'मानसून की शुरुआत के लिए मौसम की स्थिति एक जून, 2020 से अनुकूल होने की संभावना है. केरल में पहली बारिश केरल में अगले महीने की पहली तारीख यानि कि एक जून को हो सकती है.' हालांकि मौसम विभाग (IMD) ने पहले इस बात की उम्मीद जताई थी कि मानसून अगले महीने की 6 तारीख यानि कि 6 जून को पहुंचेगा, लेकिन अम्फान साइक्लोन के बाद से कुछ जगहों पर दबाव कम होने की वजह से यह जल्दी ही देश के दक्षिणी भाग से टकराएगा.

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हमारे देश की बहुत सी फसलें मॉनसूनी बारिश पर निर्भर
हमारे देश की जलवायु के मुताबिक बहुत सी फसलें मॉनसून की बारिश पर निर्भर रहती हैं इनमें से धान, कपास, मक्का, गन्ना और सोयाबीन जैसी फसलों को उगाने के लिए वार्षिक जून-सितंबर की बारिश पर निर्भर करते हैं. आपको बता दें कि पिछले महीने मौसम विभाग ने कहा था कि भारत में इस साल औसत मानसून बारिश होने की संभावना है, जिससे उच्च कृषि उत्पादन की उम्मीदें बढ़ जाती हैं. भारतीय अर्थव्यवस्था, एशिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है जो कोरोना वायरस महामारी के कारण लॉकडाउन की वजह से बुरी स्थिति से गुजर रही है.

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उत्तर पश्चिम से दक्षिण ओमान और पूर्वी यमन तट की ओर बढ़ेगा मॉनसून
पश्चिम-मध्य और दक्षिण पश्चिम अरब सागर के ऊपर तूफान अम्फान के प्रभाव के चलते पश्चिम मध्य अरब सागर के ऊपर एक लो प्रेशर वाला एरिया बन गया है. जिसकी वजह से ये उम्मीद की जा रही है कि अगले 72 घंटों में ये उत्तर पश्चिम से दक्षिण ओमान और पूर्वी यमन तट की ओर बढ़ेगा. मौसम विभाग के अलर्ट के बाद केरल सरकार ने अरब सागर के मछुआरों पर बैन लगा दिया है. इसके अलावा जो मछुआरे पहले से समुद्र में निकले हैं उन्हें भी वापस बुला लिया गया है.