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लोकसभा चुनाव

क्या लॉकेट चटर्जी अब तृणमूल कांग्रेस में जाने की राह पर हैं?

क्या लॉकेट चटर्जी अब तृणमूल कांग्रेस में जाने की राह पर हैं?

Updated on: 27 Sep 2021, 07:25 PM

कोलकाता:

बांग्ला फिल्मों की अभिनेत्री से भाजपा सांसद बनीं लॉकेट चटर्जी क्या अब तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो रही हैं? ट्विटर पर लॉकेट और तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता कुणाल घोष के बीच शब्दों के आदान-प्रदान ने ऐसी अटकलों को हवा दी है।

बंगाल के परिवहन मंत्री फिरहाद हाकिम ने तीन दिन पहले संकेत दिया था कि भाजपा का एक बड़ा नेता कुछ दिनों में तृणमूल में शामिल होने के लिए तैयार है और यह भी दावा किया गया था कि भगवा पार्टी राज्य में बिखर जाएगी। हालांकि हकीम ने किसी नाम का जिक्र नहीं किया, लेकिन घोष के एक ट्वीट ने और संभावना बढ़ा दी।

घोष ने सोमवार को एक ट्वीट में लिखा, भवानीपुर में चुनाव प्रचार नहीं करने के लिए धन्यवाद और बधाई स्टार प्रचारक। भाजपा के कई अनुरोधों के बावजूद आप नहीं आईं। एक दोस्त के रूप में आपकी सफलता की कामना करता हूं। दुनिया बहुत छोटी है। आशा है कि वे दिन फिर से लौटेंगे, जब आपने अपनी राजनीतिक पारी शुरू की थी।

हालांकि, लॉकेट चटर्जी ने उनके दावे का खंडन करने के लिए तुरंत जवाब दिया। उन्होंने लिखा, आपको यह सुनिश्चित करने पर ध्यान देना चाहिए कि ममता बनर्जी भवानीपुर से न हारें।

मुद्दा यहीं खत्म नहीं हुआ, लेकिन घोष ने रीट्वीट करते हुए लिखा, चिंता मत कीजिए। ममतादी बड़े अंतर से जीतेंगी। आप भी यही चाहती हैं। मुझे पता है कि आपको अपनी पार्टी के पक्ष में लिखना पड़ेगा। फिर भी मैं आपको धन्यवाद देता हूं कि इस जवाब में भी आपने भाजपा उम्मीदवार के नाम का उल्लेख नहीं किया।

उन्होंने एक हिंदी फिल्म के गीत कहीं पे निगाहें/कहीं पे निशाना.. को भी उद्धृत किया, जिससे अफवाहों को और बल मिला।

हालांकि इस बात की न तो पार्टी की ओर से और न ही खुद भाजपा नेत्री की तरफ से कोई पुष्टि हुई है, लेकिन अगर अटकलें सच होती हैं तो बाबुल सुप्रियो के बाद भाजपा के लिए यह बहुत बड़ा झटका होगा और उम्मीद है कि पार्टी इसे रोकने की हर संभव कोशिश करेगी।

बंगाल भाजपा प्रमुख सुकांत मजूमदार ने हालांकि पार्टी में किसी भी तरह के दलबदल की संभावना को खारिज करते हुए कहा कि लॉकेट चटर्जी इस समय उत्तराखंड में अपने कर्तव्यों के पालन में व्यस्त हैं, जहां अगले साल चुनाव होने हैं। हुगली से भाजपा सांसद लॉकेट को इस महीने की शुरुआत में पहाड़ी राज्य की सह-प्रभारी बनाया गया था।

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.