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5G में हुआवे को भारत में नहीं मिलेगी एंट्री : सूत्र

पूर्वी लद्दाख में सीमा पर तनाव का जवाब आर्थिक मोर्चे पर मोदी सरकार ने अब चीन को एक और झटका दिया है. 59 चीनी एप पर प्रतिबंध के बाद अब खबर है कि भारत में 5G की दौड़ से हुआवे बाहर हो गया है. सूत्रों के मुताबिक गृह मंत्री अमित शाह के नेतृत्व में वरिष्ठ मंत्रियों की बैठक में 5G स्पेक्ट्रम नीलामी से हुआवे को बाहर करने पर सैद्धांतिक सहमति बन गई है.

Updated on: 01 Jul 2020, 04:24 PM

नई दिल्ली:

पूर्वी लद्दाख में सीमा पर तनाव का जवाब आर्थिक मोर्चे पर मोदी सरकार ने अब चीन को एक और झटका दिया है. 59 चीनी एप पर प्रतिबंध के बाद अब खबर है कि भारत में 5G की दौड़ से हुआवे बाहर हो गया है. सूत्रों के मुताबिक गृह मंत्री अमित शाह के नेतृत्व में वरिष्ठ मंत्रियों की बैठक में 5G स्पेक्ट्रम नीलामी से हुआवे को बाहर करने पर सैद्धांतिक सहमति बन गई है. 

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सोमवार को हुई बैठक में सुरक्षा कारणों से यह फैसला लिया गया है. इससे पहले बीते साल 31 दिसंबर को ट्रायल पर बनी उच्चस्तरीय समिति ने हुवावे की भागीदारी का विरोध किया था. समिति ने कंपनी के चीनी सेना पर सरकार से करीबी संबंध को देखते हुए संवेदनशील जानकारी लीक होने का अंदेशा जताया था.

एप बैन से बौखलाया चीन

केंद्र सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए चीन के 59 एप्प पर बैन लगा दिया है. इस मामले से चीन बौखला गया है. जो चीन अपने देश में गूगल और माइक्रोसॉफ्ट को अपने सर्वर पर खुलने भी नहीं देता अब वही चीनी एप पर बैन से बौखलाया हुआ है. भारत में चीनी दूतावास ने इसे लेकर आपत्ति दर्ज कराई है. एंबेसी के प्रवक्ता जी रान्ग (Ji Rong) ने कहा कि चीनी पक्ष गंभीरता से चिंतित है और इस तरह की कार्रवाई का दृढ़ता से विरोध कर रहा है.

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उन्होंने आगे कहा कि कुछ चीनी एप को टारगेट किया गया है. भारत का मापदंड चुनिंदा और भेदभावपूर्ण है. यह कदम उचित और पारदर्शी प्रक्रियाओं के विरुद्ध है. इसके साथ ही यह विश्व व्यापार संगठन के नियमों का उल्लंघन भी है. यह अंतर्राष्ट्रीय व्यापार और ई-कॉमर्स की सामान्य प्रवृत्ति के खिलाफ भी है, और उपभोक्ता हितों और भारत में बाजार की प्रतिस्पर्धा के लिए अनुकूल नहीं है.