हर्षवर्धन ने WHO के एक्जीक्यूटिव बोर्ड के अध्यक्ष का कार्यभार संभाला, कहा- अगला 2 दशक बेहद चुनौतीपूर्ण

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन (Union Health Minister Harsh Vardhan) ने शुक्रवार को विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के 34 सदस्यीय एक्जीक्यूटिव बोर्ड के अध्यक्ष के रूप में कार्यभार संभाला.

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nitu pandey
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डॉ हर्षवर्धन( Photo Credit : A)

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन (Union Health Minister Harsh Vardhan) ने शुक्रवार को विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के 34 सदस्यीय एक्जीक्यूटिव बोर्ड के अध्यक्ष के रूप में कार्यभार संभाला. स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन  भारत की लड़ाई में अग्रणी भूमिका निभा रहे हैं. पदभार ग्रहण करने के बाद हर्षवर्धन ने कहा, 'मुझे पता है कि मैं इस महामारी के कारण वैश्विक संकट के समय इस जिम्मेदारी को संभाल रहा हूं. एक ऐसे समय में जब हम सभी समझते हैं कि अगले 2 दशकों में कई स्वास्थ्य चुनौतियां आने वाली हैं. इन सभी चुनौतियों के लिए एक साझा जवाब जरूरी है.'

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हर्षवर्धन इस पोस्ट को जापान के डॉ. हिरोकी नकातानी के हटने के बाद ग्रहण किया. मतलब हिरोकी नकातानी का स्थान लिया है. हर्षवर्धन ने कोरोना वायरस महामारी (Coronavirus pandemic) के कारण दुनिया भर में जान गंवाने वाले लोगों के प्रति शोक जताया. विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के कार्यकारी बोर्ड के अध्यक्ष के रूप में चुने जाने के बाद अपनी टिप्पणी में हर्षवर्धन ने यह भी कहा कि महामारी के कारण उत्पन्न मौजूदा संकट से निपटने के लिए वैश्विक साझेदारी को मजबूत बनाने और साझा प्रतिक्रिया की आवश्यकता है.

कार्यकारी बोर्ड में भारत द्वारा नामित व्यक्ति को नियुक्त करने के प्रस्ताव पर 194 देशों के विश्व स्वास्थ्य निकाय ने मंगलवार को हस्ताक्षर किया. पिछले साल, डब्ल्यूएचओ के दक्षिण-पूर्व एशिया समूह ने कार्यकारी बोर्ड में तीन साल के लिए भारत के प्रतिनिधि का सर्वसम्मति से चुनाव करने का फैसला किया था.

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अध्यक्ष का पद क्षेत्रीय समूहों के पास एक वर्ष के लिए क्रमिक आधार पर रहता है. पिछले साल यह तय किया गया था कि शुक्रवार से शुरू होने वाले पहले वर्ष के लिए भारतीय उम्मीदवार कार्यकारी बोर्ड के अध्यक्ष होंगे. एक अधिकारी ने बताया कि यह पूर्णकालिक कार्य नहीं है और मंत्री को कार्यकारी बोर्ड की बैठकों की अध्यक्षता करनी होगी.

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कार्यकारी बोर्ड में 34 सदस्य होते हैं जो स्वास्थ्य विशेषज्ञ होते हैं. बोर्ड की साल में कम से कम दो बार बैठक होती है. मुख्य बैठक आम तौर पर जनवरी में होती है जबकि दूसरी बैठक अपेक्षाकृत छोटी होती है और मई में होती है. भारत ने कार्यकारी बोर्ड के अध्यक्ष का पद ऐसे समय में संभाला है जबकि चीन के वुहान शहर में कोरोना वायरस के उत्पन्न होने और बीजिंग द्वारा इसके संबंध में उठाए गए कदमों की जांच की मांग तेज हो रही है.

Source : News Nation Bureau

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